अइना आर्थिक वर्षसे चिकित्सा पढाइ सुरु कैना माग

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ५ जेठ । सहिद दशरथचन्द स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय संघर्ष समितिसे कैलालीके गेटास्थित नेपालके पहिल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालयमे अइना आर्थिक वर्षसे चिकित्सा पढाइ सुरु कैना माग करले बा ।
सहिद दशरथचन्द स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय विधेयक प्रतिनिधि सभासे अँटवार पारित हुइलपाछे समितिसे खुशी व्यक्त करटी चिकित्सा पढाइ हाली सञ्चालन कैना माग करल हो । समितिसे सरकार, प्रतिनिधि सभा, सांसद् ओ सक्कु पहलकर्ताहे धन्यवाद डेहल बा ।
यकर लाग विगत वर्षसे सङ्घर्ष करटी आइल समितिसे विधेयक पारितसे थोर हुइलेसेफे नेपालके पहिल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालयसे मूर्त रुप पाइल पत्रकार सम्मेलन करके जनाइल बा । संघर्ष समितिके संयोजक लोकराज पाण्डेय (आगो) विधेयक पारित हुइना भारी सफलता रहल बटैलै । उहाँ विश्वविद्यालय पूर्ण रुपमे सञ्चालनमे नैआइटसम समितिके आन्दोलन नैरोक्ना उल्लेख करटी ऐनमे टेक्के अइना आर्थिक वर्षसे चिकित्सा पढाइ ओ ६०० शैयाके अस्पताल सञ्चालन कैना सरकारसंग माग करलै । यकरलाग समितिसे अइना आर्थिक वर्षमे कम्तीमे चार अर्बसम बजेट छुट्यइना संघीय सरकारहे आग्रह करल बा ।
बनल संरचनाहे कौनोफे हालतमे बर्बाद हुइृ नैडेना संघर्ष समितिके जिकिर बा । तीन वर्षमे १३६ ठो आन्दोलन पश्चात यी उपलब्धि हात लागल जनाइल बा ।
आर्थिक वर्ष २०६६/६७ मे सरकारसे गेटा मेडिकल कलेज बनैना घोषणा करके भौतिक संरचना निर्माणके काम आघे बढाइल रहे । डेढ दशकके अवधिमे टमान आरोह अवरोधके बिच नेपालके पहिल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय बनल बा ।
पूर्व सांसद् डा. दीपकप्रसाद भट्ट विधेयक पारित हुसेकल अवस्थामे सहिद दशरथचन्द स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय संघर्ष समितिहे आउर रचनात्मक ओ सृजनात्मक हुके काम कैना आग्रह करलै । उहाँ संघर्ष समिति अब सहयोगी समिति बनेपर्ना कहटी थप्लै,“सक्कुहुनके संघर्षले यी विश्वविद्यालय बनल बा । सेती प्रादेशिक अस्पताल, टीकापुर अस्पताल ओ महाकाली अस्पतालहे आंगिक बनाके आब यिहीहे आघे बढाई परी ।”
सहिद दशरथचन्द स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालयके पहिल चरणमे न्यूनतम् भौतिक संरचना बनसेकल रहे । उहे बेला विधेयक पारित हुइलेसे अभिनसम विश्वविद्यालयके काम ढेर आघे बढसेक्ना पूर्वाधार निर्माण समितिके पूर्व अध्यक्ष हेमराज पुजाराके कहाई बा । उहाँ विश्वविद्यालय ल्यन्ना संघर्ष समितिके भारी योगदान रहल चर्चा करलै । ऐन अइटी की सक्कु बाट आइल नैहो कहटी पुजारा आवश्यक जनशक्ति, उपकरण व्यवस्थापन ओ चिकित्सा पढाइ सञ्चालनके लाग पर्याप्त मात्रामे बजेट आवश्यक पर्ना उल्लेख करलै । उहाँ यकरग लाग आवश्यकतानुसार बजेट छुट्यइक लाग पहल कैना सक्कुहुनहे आग्रह करलै ।
कैलाली बहुमुखी क्याम्पसका पूर्व क्याम्पस प्रमुख डा. सुरेन्द्र चन्द संघर्ष समितिके अथक प्रयासमे उपलब्धि हासिल हुइल बटैलै । यिहीहे आघे बढैना सक्कु जाहनके सहयोग आवश्यक रहल उहाँक कहाई रहे ।
