जिना आधार चाहलः द्वन्द्वपीडित

द्वन्द्वपीडितके लाग बजेट विनियोजन कैबीः नगर उपप्रमुख रोकाय
पहुरा समाचारदाता
अत्तरिया, ५ जेठ । कैलाली जिल्ला गोदावरी नगरपालिकाका नगर उपप्रमुख शारदादेवी रोकाय द्वन्द्वपीडितके लाग बजेट विनियोजन गर्ने प्रतिवद्धता जनाउनु भएको छ ।
मानव अधिकारका लागि महिला एकल महिला समुह सुदूरपश्चिम प्रदेश धनगढीके आयोजना तथा कुर्वे विष्ट्रोके सहयोगमे सोम्मार गोदावरी नगरपालिकामे महिला शान्ति र सुरक्षा सम्बन्धी संयूक्त राष्ट्रसंघ सुरक्षा परिषद प्रस्ताव नम्बर १३२५ ओ १८२० सम्बन्धी दोस्रो राष्ट्रिय कार्ययोजना कार्यान्वयन उपसमितिके पदाधिकारीसँग संक्रमणकालिन न्यायके बर्तमान अवस्था ओ सवाल विषयक छलफल कार्यक्रममे नगर उपप्रमुख रोकाय बजेट विनियोजन कैना प्रतिवद्धता जनाइट रहिट ।
उहाँ कहली, ‘गोदावरी नगरपालिकामे फे महिला शान्ति ओ सुरक्षा सम्बन्धी संयूक्त राष्ट्रसंघ सुरक्षा परिषद प्रस्ताव नम्बर १३२५ ओ १८२० सम्बन्धी दुसरा राष्ट्रिय कार्ययोजना कार्यान्वयन उपसमितिके गठन हु्इल बा । उपसमितिकाके संयोजकमे मै अपनही बटु । गोदावरीमेफे ढेर द्वन्दपीडित बटै ओइनहे आयआर्जनसँग जोरना जरुरी बा । नगरपालिकासे ल्यन्ना नीति तथा कार्यक्रममे समेटटी अइना आर्थिक बर्षके लाग बजेटफे विनियोजन कैजाई ।
छलफल कार्यक्रममे द्वन्दपीडितहुक्रे एक ओर न्यायसे बञ्चित हुइल अवस्थामे आपन बालबालिकाफे शिक्षासे बञ्चित हुइटी रहल बटैले बटै ।
द्वन्दपीडित बसन्ती जोशी अपन जीवन यसोतसो अभावमे हुइलेसेफे कटजैना हुइलेसेफे छावाछाई उच्च शिक्षासे बञ्चित हुइटी रहल बटैली । उहाँ कहली, मोर गोसियाके हत्या हुइलपाछे राहातके नाउमे डेहल रुप्यासे छाराछाईहे माध्यमिक तहसमफे पह्राई नैपुसगल । घरमे कमुइया मनै नैहुइलपाछे डेहल रुप्या कहाँसम चली । उहे पैसासे छावाछाई पढाई पर्ना, उहे पैंसासे घरखर्च चलाईपर्ना अवस्था आइल । अब्बे कुछ नैहो ।

उहाँ कहली, छावा कानून विषय लेके काठमाण्डौ पढे गैल बा । पैसाके जोहो कहाँसे कैना अपन मेहनत मजदुरीके कामले पढाई खर्च जुटाई सेक्ना अवस्था नैहो ।
स्थानीय तहसे आयमुलक सीपमुलक कार्यक्रममे सहभागी कराइल हुइलेसे छावा छाईके पढाई खर्च ओ दैनिक जीवनयापनमे सहजुल हुइना रहे, द्वन्दपीडित जोशी कहली । ओस्टेक करके गोदावरी नगरपालिका–८ के द्वन्दपीडित अस्मिता पुनमगर फे आर्थिक अभावके कारण आपन छावाछाईक शिक्षामे बाधा पुगल बटैठी ।
आर्थिक अभावके कारण छावा पढटी पढटी विद्यालय छोरल, छाई अब्बे पढटी मने आर्थिक अभावसे खर्च जुटैना गा¥हो हुइल बा, उहाँ कहली । गाउँमे छोटमोट पसल बा, उहीसे आइल पैसासे जेनटेन घरगुजारा चलल बा । व्यापारमे कबु विक्री बट्टा हुइठ, कबु नैहुइठ । छोटमोट हुइलेसेफे रोजगारी हुइलेसे पैसा आइठ ओ जीवनयापन कैना सहजुल हुइट । द्वन्दपीडत परिवार अलपत्र परटै, हम्रहिनहे जीवन जीना आधार चाहल बा ।
नगरपालिकाका प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत धर्मराज विनाडी द्वन्दपीडतके अवस्था नाजुक रहल ओरसे आयमुलक सीपमुलक कार्यक्रमसे जोरेपर्ना बटैलै ।
कार्यक्रममे अधिवक्ता पुष्प विक्रम शाही महिला शान्ति ओ सुरक्षा सम्बन्धी संयूक्त राष्ट्रसंघ सुरक्षा परिषद प्रस्ताव नम्बर १३२५ ओ १८२० सम्बन्धी दुसरा राष्ट्रिय कार्ययोजना कार्यान्वयनबारे प्रस्तुतीकरण तथा सहजीकरण करलै । २०५२ सालसे २०६३ सालसम हुइल शसस्त्र द्वन्दमे ढेर जाने अकालमे ज्यान गुमैया, द्वन्दपीडितके अब्बे विचल्ली बा, कलेसे अभिन ३ हजारसे ढेर बेपत्ता रहल बटै ।
कार्यक्रममे विषयगत शाखाका प्रमुखहरु, महिला तथा बालबालिका शाखाका प्रमुख गोदावरी खत्री, उपसमितिके पदाधिकारी, मानव अधिकारका लागि महिला एकल महिला समुह सुदूरपश्चिम प्रदेश धनगढीके सल्लाहकार गोमा आचार्यलगायतके सहभागिता रहल रहे ।
कार्यक्रमके संचालन मानव अधिकारका लागि महिला एकल महिला समुह सुदूरपश्चिम प्रदेश धनगढीके कार्यक्रम संयोजक वेद अवस्थी ओ स्वागत मन्तव्य कोषाध्यक्ष मिना भण्डारी करल रहिट । छलफल कार्यक्रमपाछे नगरमे रहल द्वन्दपीडितहुकनके तथ्याङक संकलन कैना ओ अइना आर्थिक बर्षके लाग बजेट विनियोजन कैना निर्णयफे हुइल बा ।
