थारु राष्ट्रिय दैनिक
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थारु देउठन्वा संरक्षणके अभावः थारु अगुवा

पहुरा | ६ जेष्ठ २०८२, मंगलवार
थारु देउठन्वा संरक्षणके अभावः थारु अगुवा

पहुुरा समाचारदाता
धनगढी, ६ जेठ ।
थारु समुदायके कुल देउटा मरुवा÷देउठन्वा संरक्षणके अभाव रहल थारु समुदायके अगुवा तथा वृद्धिजिवीहुक्रे बटैले बटै ।

संघारी मल्टीमिडिया सर्भिस एण्ड रिसर्च प्रालि धनगढीके आयोजना ओ सुदूरपश्चिम प्रदेश पर्यटन विकास कार्यक्रम कार्यान्वयन इकाई धनगढीके सहयोगमे मंगरके रोज थारु देउठन्वा संरक्षणके लाग हुइल छलफल कार्यक्रममे थारु समुदायके अगुवा तथा वृद्धिजिवीहुक्रे उ बाट बत्वाइल रहिट ।

थारु भाषा, कला, संस्कृति सम्बद्र्धन तथा प्रवद्र्धनके लाग थारु देउठन्वा संरक्षण विषयक छलफल कार्यक्रमके वरका पहुना सुदूरपश्चिम प्रदेश सभा सदस्य माननीय गीता चौधरी थारु समुदायके प्रयोग कैना करुवाले गमलामे रहल फुलामे पानी डारके कार्यक्रमके उदघाटन करल रही ।

कार्यक्रममे सम्बोधान कैटी उहाँ हमार कला, संस्कृति जर्गेनाके साथे पुस्तान्तरण करे नैसेक्लेसे परम्परागत ओ पहिचानसे जोरल सबचिज लोप हुइना बटैली ।

उहाँ कहली, थारु समुदाय माटिक घोरुवाहे पुज्ना चलन बा । वकार साथे देउठन्वामे आउरफे डेविडेउटा रठै, ओइनके बारेमे लौव पिढीहे जानकारी करैना जरुरी बा ।

थारु समुदाय प्रकृति ओ संस्कृति पुजक हुइट, उहाँ कहली, हम्रे हरेक समयमे मेर मेराइक पुजा कैना चालचलन आइल बा । ओकरसंगे टरटिहुवार मनैना चलनफे बा । संस्कृति हमार पहिचानसे जोर ओरसे मजा संस्कृतिके सररक्षण ओ प्रवद्र्धन जरुरी बा । मै ओ प्रदेश सभामे रहल थारु समुदायसे प्रतिनिधित्व करुइया संघरियन आवाज उठैटी आइल बटी । प्रदेश लोक सेवा आयोगमे थारु समुदायके पहुँच नैहुइल कारण ढेर जन्नासे बञ्चित हुइल प्रदेशसभा सदस्य चौधरी बटैली ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य पुरन प्रसाद चौधरी थारु समुदायके मरुवा÷देउठन्वा जिर्ण अवस्थामे रहल बटैलै । यकर संरक्षणके लाग थारु समुदायके साथे प्रदेश सरकार वा स्थानीय सरकारसे बजेट विनियोजन कैना जरुरी रहल बटैलै ।
प्रदेश सरकार÷स्थानीय तह मन्दिर व्यवस्थापनके लाग बजेट विनियोजन कैना मने मरुवा डेउठन्वहे वेवास्ता करल उहाँ आरोप लगैलै । ठन्वा बनाइक लाग अब्बे जग्गा जमिनके अभाव हुइटी गैल वरसे सांस्कृतिक ठन्वा लोप हुइना अवस्था रहल कहटी बचाइक लाग जग्गा उपलब्ध कराई पर्ना वहाँ आग्रह करलै ।

थारु कल्याणकारिणी सभा कञ्चनपुरके समापति सानु चौधरी पहिल पहिल गाउँमे बनागिलक ठन्वा अब्बे संरक्षणके अभाव अतिक्रमणमे परटी गैल बटैली । प्रदेश सरकार, स्थानीय सरकारसे मरुवा डेउठँवाक लाग बजेट विनियोजन करेबेर थारु समुदायसे परम्परागत डेउठन्वा बनाई नैपाइल बटैली ।

उहाँ कहली, मरुवा÷डेउठन्वा बनाईबेर उहाँहुँक्रनके अनुसार बनाईपर्ना अवस्थ बा, नै टे बजेट पास नैहुइठ । वहाँहुकन अनुसार बनाईबेर हमार संस्कृति धरापमे परजाइठ । प्रदेश ओ स्थानीय तहके बजेटमे मरुवा बनाईबेर थारु समुदायके मरुवा÷डेउठन्वा मन्दिरमे परिणत हुइटी गैल सभापति सानु चौधरी बटैली ।

पहिले थारु समुदायके परम्परागत देउठान कठुवक झोपरी बनाके खरहले छाके बनाइल रहे, उहाँ कहली, अब्बे खरह नैमिलठ, चारु ओर खुल्ला रहे । सरकारके लगानीमे परिमार्जित देउथान बनेबेर हमार मौलिकता हेराइल बा । खुल्लामे बैठना हमार डेवि डेउटा बन्द कोठामे सिमिट हुई पुग्टै । सरकारके लगानीमे बन्ना मरुवा बनैलेसेफे पहिचानहे भर नैछोरे परल ।

नेपाल पत्रकार महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश महासचिव शिवराज भट्ट थारु समुदायके कुलदेउवाताके रुपमे रहल ठन्वा लोप हुइटी गैलक ओरसे संरक्षणके अभाव रहल बटैलै ।

संघारी मल्टीमिडिया सर्भिस एण्ड रिसर्च प्रालि धनगढीके अध्यक्ष उन्नती चौधरीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रमके संचालन पहुरा दैनिकके कार्यकारी सम्पादक राम दहित करल रहिट ।

वसहेक उदघाटन सत्रपाछे हुइल अन्तरक्रिया कार्यक्रममे थारु समुदायके कला, संस्कृतिक अनुसन्धानकर्ता शेखर दहित ओ थारु नागरिक समाज कैलालीके संयोजक दिलबहादुर चौधरी थारु समुदायक भाषा, कला, संस्कृति ओ डेउठन्वाबारे कार्यपत्र प्रस्तुत करल रहिट ।

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