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‘ बाढ पूर्व सूचना समन्वयके सुदृद्विकरणके लाग सरोकारवाला निकायसे छलफल ’

कैलालीके १८ ठाउँमे जलमापन केन्द्र स्थापना

पहुरा | २८ जेष्ठ २०८२, बुधबार
कैलालीके १८ ठाउँमे जलमापन केन्द्र स्थापना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २८ जेठ ।
कैलाली जिल्लाके बाढ पूर्व सूचना समन्वयके सुदृद्विकरणके लाग सरोकारवाला निकायसे छलफल कैगिल बा ।

सामाजिक विकासका लागि सचेत समाज धनगढीसे सञ्चालित ‘समुदायमा आधारित विपद जोखिम न्यूनिकरण परियोजना अन्र्तगत सरोकारवालासे छलफल तथा अन्तरक्रिया कार्यक्रम कैगिल हो ।

कार्यक्रममे जल तथा मौसम विज्ञान कार्यालय अत्तरिया कैलालीके प्रमुख इन्जिनियर संजयक्ुमार साह कैलाली जिल्लामे पूर्व सूचना प्रणालीके अवस्था ओ मनसुन ऋतु २०८२ के जलबायु आंकलनबारे प्रस्तुती करल रहिट । कैलालीके १८ ठाउँमे जलमापन ओ २२ ठाउँमे वर्षा मापन केन्द्र स्थापना करल उहाँ जनैलै । विपद जोखिम न्यूनीकरण कैना उद्देश्यके साथ जिल्लाके टमान स्थानमे जलमापन ओ वर्षा मापन केन्द्र स्थापना करल जनैलै ।

स्थापना करल यी केन्द्रहरुमार्फत मजा तरिकासे सूचना प्रवाह हुइटी रहल कारण विपद जोखिम न्यूनीकरणमे सहयोग पुगल जल तथा मौसम विज्ञान विभाग महाकाली बेसिन कार्यालय अत्तरियाके प्रमुख साह बटेलै । विगतसे डुबान समस्या हुइटी आइल क्षेत्रमे यी वर्ष ठोरिक ढेर डुबान हुई सेक्ना ओरसे पूर्व तयारीमे जुट्न आवश्यक रहल उहाँके कहाई बा ।

जिल्लाके गोदावरी, चुरे ओ मोहन्याल करके तीन पालिकामे पहिरोके जोखिम रहल जनैलै । ओस्टे, मध्य क्षेत्रमे पर्ना पालिकामे लडिया किनारके बस्तीमे कटानके जोखिम रहल बा । टीकापुर नगरपालिका, जानकी, कैलारी गाउँपालिका, भजनी नगरपालिका ओ धनगढी उपमहानगरपालिकामे भर बाढके उच्च जोखिम रहल जनैलै ।

विपद् जोखिम न्यूनीकरणके लाग महाकाली बेसिन कार्यालयसे मनसुन आपतकालीन कार्ययोजना २०८२ अनुसार काम करटी रहल प्रमुख साह बटैलै । विपद् व्यवस्थापन सम्बन्धी सूचना प्रवाहके लाग यी वर्ष आइभीआर प्रणालीके सुरुवात करे जैटी रहल उहाँक कहाई बा ।

कैलालीमे रहल कर्णाली लडियासे लम्कीचुहा, जानकी ओ टीकापुर करके तीन पालिकाहे प्रभावित करटी आइल बा । मोहना लडिया गोदावरी, धनगढी, कैलारी ओ भजनी, खुटिया लडिया चुरे, गौरीगंगा, गोदावरी, धनगढी, घुरहा लडिया कैलारी, भजनीहे प्रभावित करटी आइल बा ।

ओस्टेक करके, कान्द्रा लडिया भजनी, लिक्मा लडिया कैलारी, भजनी, काँढा लडिया घोडाघोडी, बर्दगोरिया, जोशीपुर ओ भजनीहे प्रभावित करटी आइल जनाइल बा ।

ओस्टेक, पथरैया लडिया टीकापुर, जोशीपुर, जानकी, भजनी ओ टीकापुर, रौरा लडिया लम्कीचुहा, टीकापुर, जानकी ओ ठुली गाडसे मोहन्यालहे प्रभावित करटी आइल बा ।

विपत् अइना पूर्व समुदायहे सूचना डेहक लाग जिल्लामे पूर्व सूचना प्रणाली (सूचना संयन्त्र) तयार रहल नेपाल रेडक्रस कैलालीके सभापति लोकराज जोशी बटैलै ।

प्रदेश सरकारफे मनसुन विपत् प्रतिकार्य योजना निर्माणके तयारीमे जुटल जनाइल बा । प्रतिकार्य योजनाके अद्यावधिक कैना कार्य हुइटी रहल आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्रालयके सूचना अधिकारी दीपेन्द्रसिंह विष्ट बटैलै । समुदायहे विपत्से जोगाइक लाग सरोकारवाला सक्कु निकाय सहकार्य, समन्वय करके आघे बह्रना आवश्यक रहल सामाजिक विकासका लागि सचेत समाजके अध्यक्ष मीना ओझा उल्लेख करली ।

जिल्ला प्रशासन कार्यालय कैलाली प्रशासकीय अधिकृत तथा सूचना अधिकारी शिवराज जोशी सही ओ समयमे सूचना प्रदान करेसेक्लेसे विपतसे हुइना जनधनके नोक्सानीसे बचाई सेक्ना बटैलै ।

कैलालीमे यी वर्षके मनसुनमे सरदरसे ढेर पानी पर्ना सम्भावना ४५ से ५५ प्रतिशत रहल ओरसे पूर्व तयारीमे जुट् आवश्यक रहल सरोकारवाला औंल्याइले बटै ।

सामाजिक विकासका लागि सचेत समाज धनगढीसे सञ्चालित ‘समुदायमा आधारित विपद जोखिम न्यूनिकरण परियोजना संयोजक भरत विक कार्यक्रम संचालन करल रहिट । कलेसे कार्यक्रमके उद्देश्य तथा स्वागत मन्तव्य वल्र्ड भिजन इन्टरनेशनल नेपालके डिआरआर कोडनेटर लोकेन्द्र भटट् करल रहिट । कार्यक्रममे सामाजिक विकासका लागि सचेत समाज धनगढीके क्रिमलाल चौधरी, मर्सिकोर नेपालके लक्ष्मी अवस्थी, कैलाली जिल्लाके टमान लडियामे स्थापना कैगिल जलमापन केन्द्रके गेज रिडरहुकनके सहभागिता रहे ।

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