थारु राजा दगींशरण सुकौराकोटके सभ्यता विकास ओ निर्माण सम्बन्धमे छलफल

पहुरा समाचारदाता
दाङ, ७ सावन । थारु राजा दगींशरण सुकौराकोटके सभ्यता विकास ओ निर्माण सम्बन्धमे छलफल हुइल बा ।
थारु कल्याणकारी सभा दाङ ओ तुल्सीपुर उध्योग वाणिज्य संघ के आयोजनामे छलफल कार्यक्रम हुइल हो । तुलसीपुर उद्योग वाणिज्य संघके अध्यक्ष बिनिल केसी के अध्यक्ष्तामे हुइल कार्यक्रममे प्रमुख अतिथि लुम्बिनी प्रदेश पुर्व मुख्यमन्त्री माननीय डिल्लीबहादुर चौधरी रहल रहिट ।
छलफल कार्यक्रममे सुकौरा ओ चखौराके बारेमे बुझाइके जौन भाष्य निर्माण करल बा । सुकौरामे हुइना काम चखौरामे हुइल कहिके यी बुझाइके कमी हुइल कहल बा ।

सुकौरा थारु राजा दङगीशरण सभ्यता हो, मानव सभ्यता हो, थारुहुकनके मौलिक इतिहास हो, पहिचान हो । यी ठाउँके हजारौ बर्षके सभ्यता ओ इतिहास रहल ओरसे यिहीहे यनेस्कोके विश्व सम्पदा सुचिमे दर्ज हुके पुरातात्वीक उत्खनन् हुई परठ । टबमारे यी ठाउँके उत्खनन् ओ विकास उहे अनुसार हुइना जरुरी रहल कहल बा ।
चखौराके थारु संग्राहलय मेचीसे महकालीसमके थारुहुकनके सस्कृति, सस्कार, जीवन शैली, रहनसहन इत्यादीके प्रारुप हो । यैसिन संग्राहलय ढेर ठाउँमे बनल बा । मने थारु राजा दङगीशरणके जन्मथलो, राज्य संचालन कर थलो ओ उहाँक जीवनशैलीके बारेमे आधार बनाके बन्न कार्य अन्य ठाउँमे बन्न गाह्रो रहठ कहल बा ।
थारु राजा दंङगीशरणके ४० पुस्तासके राज्य करल सस्कृती ओ ईतिहास बिज्ञहुक्रे पुष्टि करटी, लिख्टी आइल बटै । दंङगीशरणके ४०ओं पुस्ताके राजा मणीपरिक्षकके छावा रत्न परिक्षक रहल ओ उहाँ चौघेराके गोरखनाथ पिठमे सिध्द प्राप्त करल रहिट ।

सुकौराकोटहे दंगीशरण सभ्यताके रुपमे विकास कैना, थारुहुकनके महाकाब्य बर्किमार (बड्कीमार)हे आधार बनाके गुरु योजना बनैनामे मद्दत हुइना छलफल करल बा ।
सुकौरा दंगीशरणके जन्मथलो, कृष्ण भगवानसे पौला टेकल ठाउँ, भेवा (भीम) से पौला टेकल ठाउँ, स्वर्गके अप्सरा मेनका फे रहल ठाउँहे महत्वपुर्ण रुपमे रहल ओरसेफे विकास करेपर्ना दरकार बा ।

थारु राजा दङगीशरणसंग लरना या युध्द करे कृष्ण आइल रहिट । दंङगीशरणसे लडाइमे सहयोग भीम (भेवा)हे गुहार मागल रहिट । लडाइ हुइल मने दुनु जाने कुष्ण ओ भीम अन्तमे लडाइ अथवा युध्दमे सहमती वा सम्झौता करल रहिट । ओसिक टे सुकौराकोटहे सम्मिलन करल स्थल फे हुइल ओरसे उ आधारसेफे यी ऐतिहासिक मौलिक ठाउँके विकास हुइना जरुरी बा ।
दंगीशरणके जीवनीमे आधारित सग्राहलय बनैना, दंगीशरण सर्किट (सुकौराहे– हेकुली रानीवन, चखौरा संग्राहलय, कुकुर गौह्रंक डगर, धारपानी पाण्डवेश्वर, चरंगे दह, चौघेर रतननाथ, अम्बिकेश्वरी, बाह्रकुने दह, मनथोर्या भवानी उत्तर अम्राइ, लरैना मन्दिर सेवार, छिल्लीकोट, गणेषपुर पार्क, भेवासे (भीमसे) गोर टेकल भमके (भ्युडहर्षणपुर), पुरन्धाराके छहरा इत्यादीहे समेट्न छलफल हुइल बा ।

सुकौराकोटहे जातीय, भेगीय, क्षेत्रीय, संकृर्णतासे उप्पर उठके काम करेपर्ना कहल बा ।
पश्चिम नेपालसे कमैया (बाधा श्रम) उन्मुलन सम्भव हुइलजस्टे, सक्कु थारु गाउँमे एक खाले हेरैटी रहल भुह्यांर थानहे पुनः सयौ के संख्यामे पुनस्र्थापित कैना सफल हुइल जस्टे, का थारु का गैह्र थारु सक्कु जाने लागके आघे बह्रलेसे दंगीशरण सभ्यता बिकास कैना संभव बा, “हम्रे सेक्बी’’ कना मान्यताहे स्थापित करे सेके परठ कहिके छलफल हुइल बा ।
सुकौराकोटहे थारुहुकनसंग केलह सिमित नैकरके मानव सभ्यता संगके पक्षहे अंगीकार करके आघे बह्रे परठ, सुकौराकोटहे इस्लाम धर्मालम्बीहुक्रे मक्का मदिनाहे अपन आस्थाके पवित्र मुल थलो मानल जस्टे, हिन्दु धर्मालम्बीहुक्रे बद्रिनाथ, केदारनाथ, मुक्तिनाथ ओ पशुपतीनाथ यी चार धामहे पबित्र थलोके रुपमे मानल जस्टे थारुहुक्रे यिहीहे पवित्र मुल थलोके रुपमे बनाई सेक्के पर्ना छलफलमे कहल बा ।
सक्कु गाउँ टोल जोरना कडिके अभियान ओ विशेषतः स्थानीय सरकार (वार्ड, पालिका, प्रदेश सरकार, केन्द्र सरकार) ओ निजी क्षेत्रहे समान महत्वे साथ समन्वयात्मक रुपमे आघे बह्रना छलफल कैगिल बा ।

यी कार्यके लाग उपस्थित भेलासे ९ सदस्यीय कार्य समिति गठनफे करले बा । समितिके अध्यक्षमे जनकु लाल चौधरी बेलगडार, सदस्यमे बिनिल केसी (अध्यक्ष तुल्सीपुर उद्योग बाणिज्य संघ), लोकजन चौधरी धमकापुर (हाल रजौरा), सत्य चौधरी पश्चिउ रावतगाउँ, गोपीलाल चौधरी सुकौरा, अधिवक्ता रामशरण चौधरी जवरपुर– तुलसीपुर, केउलापती चौधरी बर्वागाउँ, आशा चौधरी टरिगै, दिप्तीशिखा चौधरी हेकुली, संरक्षकमे मान बहादुर रावत (अध्यक्ष, तुल्सीपुर उपमहानगर पालिका–११) रहल बटै ।

समितिके सल्लाहकारमे सुकलाल चौधरी, दंगीशरण ३, वडा अध्यक्ष, खुशीराम चौधरी, तु उ म १२ वडा अध्यक्ष, लक्ष्मण चौधरी, तु उ म १५ वडा अध्यक्ष, कमल चौधरी, दंगीशरण ४ वडा अध्यक्ष, नहकुल के सी (पि एच डि), लु. प्र. योजना आयोग पुर्व उपाध्यक्ष, मा. भुवन चौधरी, लुम्वनी प्रदेश योजना आयोग सदस्य, जर्मन चौधरी (पि एच डी), घोराही, अशोक थारु, संस्कृती विज्ञ (हेकुली), अशोक सुख्रोर्या गुरुवा (दाङ थाकस जिल्ला अध्यक्ष), कालुराम चौधरी बेलगडार, घनश्याम चौधरी बेलगडार, शरद रेग्मी, अध्यक्ष रिपोटर्स क्लव दाङ, शर्मराम चौधरी कछार नवलपुर (हाल रजौरा), केशव भण्डारी, महासचिव तु उ वाणिज्य संघ, रामजी चौधरी (मिलन) गोलौरी, स्यानी चौधरी (उपमेयर, तु उ म न), अधिवक्ता भागीराम चौधरी (दंगीशरण गा पा पुर्व अध्यक्ष) रहल बटै ।
ओस्टेक अधिवक्ता श्रीराम चौधरी (बेलटक्रा), भागीराम चौधरी अध्यक्ष, गै स स महासंघ, दाङ, रोहित चौधरी गा वि स पुर्व अध्यक्ष, मोहन चौधरी (धरकट्वा), थाकस दाङ ३ अध्यक्ष, जगत चौधरी, सुकदेवा, लाल बहादुर चौधरी धनौरी, बुझौना चौधरी उत्तर कप्रादेवी, ओ चुर्णबहादुर चौधरी थाकस केन्द्रीय कोषाध्यक्ष लगायत हालहे २५ सदस्यीय सल्लाहकार समिति बनाइल बा । यी समाचार थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय कोषाध्यक्ष चुर्णबहादुर चौधरीके फेसबुक पेजमे पोष्ट हुइलक सामाग्रीके सहयोगसे बनागिल हो ।
