अँट्वारीके तयारीमे थारू समुदाय

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ६ भदौ । पश्चिम नेपालके थारू समुदाय अँट्वारी टिहुवारके तयारीमे जुटल बटै । थारु समुदायके प्रमुख सांस्कृतिक तथा सामाजिक टिहवारके रुपमे रहल अँट्वारी इहे भदौ ८ गते रहल बा । अँट्वारी लच्क्याइलसँगे थारु समुदाय धुमधामके साथ मनाइक लाग तयारीमे जुटल हुइट ।
कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ७ भुँइयाँफाटाके जयराम चौधरी अँट्वारीके तयारीमे गाउँके प्रायः ढेर जाने तयारीमे जुटल बटैलै । उहाँ अँट्वारीके लाग अपनेहुक्रे अन्डिक पिठा फेन पिसासेकल बटैलै । मने डोना टेपरीके लाग भर काठीपाटा कैना भर बाँकी रहल बटैले ।
उहोँर बाँके ओ बर्दियाके थारु समुदाय फेन अँट्वारी टिहुवारके तयारीमे जुटल बटै । बाँके कोहलपुर मैटह्वाके थारू अगुवा राजेन्द्र चौधरी अँट्वारीके तयारीमे जुटल बटैलै । साथे उहाँ अँट्वारी विशेष कैके दुई दिन मनैना जनैटी पहिल दिन दिनभर व्रत बैठके फलफूल ओ रोटीके परिकार बनैना तथा डोसर दिन बिजोडी टिनाटावन लगायत परिकार पकैना बटैलै ।
बर्दिया राजापुरके सोम डेमनडौरा डाडाभैया डिडीबहिनीया प्रतिके स्नेह दर्शैना विशेष अवसर अँट्वारी रहल ओरसे अँट्वारी महत्त्वपूर्ण टिहुवार रहल बटैलै । उहाँ आपसी सद्भाव, एकता ओ सम्बन्ध सुदृढ कैना टिहुवारके रूपमे फेन ‘अँट्वारी’ हे लेना करल बटैलै ।
अँट्वारी हरेक बरस अस्टिम्की पाछेक डोसर अँठ्वार अँट्वारके तथा कुशेऔंसी पाछेक पहिल अँट्वारके दिन अँट्वारी मनाजाइठ् । अँट्वारीमे पाण्डवके पाँच भैया मध्येके एक भैया भीम सहित अग्नी ओ सुर्य भगवाके पूजा करजाइठ् । भीम थारु चेलीहे राक्षससे बचाइल ओरसे भीमके पुजा करजाइठ् कना मान्यता रहल बा । ओस्टके, अग्नी ओ सुर्य थारु समुदायके भात भन्सासे लेके अन्नपात ओ कृषि बालीके लाग सहयोग करल ओरसे पुजा करजाइठ् कना मान्यता रहल बा ।
अँट्वारी मुलतः थारु समुदायके पुरुषहुक्रे मनैना टिहुवार हो । मने, थारु समुदायके महिला फेन अँट्वारी व्रत बैठ्ना करठै । पश्चिम नेपालके कैलाली, कञ्चनपुर, बर्दिया ओ दाङ जिल्लाके थारु समुदाय अँट्वारी मनैना करल बटै । थारु समुदायके यी माघ पाछक डोसर प्रमुख सांस्कृतिक, सामाजिक टिहुवार हो ।
अँट्वारीके आघेक दिन अर्थात् शनिच्चरके मध्य रात दर खाके यी टिहुवार सुरु हुइठ् । अँट्वारके रोज ब्रत बैठ्जाइठ् । साँझके प्रत्येकजे आपन घरक छुट्टे कोठा अथवा बहरीमे लिपपोत कैके चोखो रूपमे अन्डिक रोटी, पूरी पकाके अँट्वारी पुजा कैना करजाइठ् । अँट्वारी विशेष कैके अन्डिक रोटी, खिरा, दही, केरा, अमरुट लगायतके अग्रासनके लाग कार्हके पूजा करजाइठ् । ओकर डोसर सकारे पाँच अथवा सात मेरके गेडागुडीयुक्त टिनाटावन फुलौरी, खँरिया, पुँइ, गब्डा, ठुसा लगायत भातक फरहार करजाइठ् ।
फरहारपाछे आपन विवाहित चेलीबेटीनहे अग्रासन डेहे जैना चलन रहल बा । अँट्वारीमे आपन चेलीबेटीहे सम्मान डेना तथा डाडाभैया ओ डिडीबहिनीयाबीच मायाप्रेम सट्ना टिह्वारके रूपमे लेजाइठ् । ओस्टके, अँट्वारीहे एकता, विजय तथा भातृत्व प्रेमके प्रतीकके साथे बल ओ सुरक्षाके प्रतीकके रुपमे मनैना करल बावै ।
इहेबीच, सुदूरपश्चि प्रदेश सरकारसे अँट्वारी टिहुवारके अवसरमे भदौ ८ गते सार्वजनिक विदा डेना निर्णय फेन करले बा ।
