थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत ०७ भादौ २६४९, शनिच्चर ]
[ वि.सं ७ भाद्र २०८२, शनिबार ]
[ 23 Aug 2025, Saturday ]

कैलारीमे अँटवारी विशेष कार्यक्रम

पहुरा | ७ भाद्र २०८२, शनिबार
कैलारीमे अँटवारी विशेष कार्यक्रम

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ भदौ ।
कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिकामे अँटवारी विशेष कार्यक्रम कैगिल बा ।

थारु कल्याणकारिणी सभा कैलारीके अयोजनामे थारु समुदायके महान टिहुवार अँटवरीके अवसरमे हुइल उ कार्यक्रम गाउँपालिका अध्यक्ष राजसमझ चौधरीके वरका पहुनामे हुइल रहे । कार्यक्रममे सम्बोधन करटी उहाँ थारु समुदायके कला, संस्कृति जोगाइलक लाग पुस्तान्तरण कैना जरुरी रहल बटैलै ।

उहाँ कहलै, थारु समुदायके परम्परागत गीतबाँस, संस्कृति लोप हुइटी गैल बा । पहिलेक पुर्खाहुकनके ठेन ढेर ज्ञान सीप रहल बाटिन मने ओइने ओराइलसंगे ज्ञान सीपफे संगसंगे चलजाइटा । लौवा पिढीमे हस्तान्तरण हुई नैसेकल हो ।
हमार टरटिहुवार हेरटी गैल ओरसे लौव पिढीहे जानकारी डेना आवश्यक रहल उहाँ बटै ।

गुरुवन ठेन रहल ज्ञान, टमान रोग बैटालमे लग्ना जडीबुटी, डवाईबारे जानकारीफे लौव पिढीमे आई नैसेक्ठो । मोवाइलके व्यस्त रहल कारण पौराणिक गितबाँस ओरफे लौव पिढीहे अब्बे चासो नैरहल उहाँ बटैलै ।

कार्यक्रमके विशिष्ट पहुना गाउँपालिका उपाध्यक्ष भगवतीकुमारी चौधरी थारु समुदायमे मन्डरा बजाई जन्ना लौव पिढी उत्पादन हुई नैसेकल, ओकर संगे बनाई जन्ना मनै और कम रहल बटैली । थारु समुदायके रहल गैया बेहर्ना चलन हेराइल ओरसे ओकर संरक्षणफे जरुरी रहल बटैली ।

उहाँ कहली, अइना बरस गैया बेहर्ना, फुला लोहर्ना कार्यक्रम करी ओकर लाग गाउँपालिकासे बजेटके माग मै करम ।
अँटवारी टिहुवारके आपन महत्व रहल कहटी चेलिबेटीनके सम्मान ओ सम्बन्ध मजबुट बनाइक लाग यिहीहे निरन्तरता डेना जरुरी रहल उहाँ बटैली ।

थारु कल्याण कारिणीसभाके केन्द्रीय सदस्य रामकुमारी चौधरी थारु समुदायसे औरेक पर्व मनैना मने आपन टरटिहुवार मनाईबेर कन्जुस्याई करल बटैली । थारु समुदाय प्राकृतिक पुजारी रहल कहटी प्रकृतिके पुजा कैना आपने विशेषता रहल बटैलै ।

थारु समुदायके महिलाके पोशाक अन्र्तराष्ट्रिय स्तरमे सुचीकृत हुइल ओ पहिले हेरैटी गैल रहे अब्बे भर संरक्षणमे हुई लागल बटैली ।थारु समुदायके हकहितके लाग लरना संस्था थारु कल्याणकारिणी सभा रहल उहाँ बटैली ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य पुरन प्रसाद चौधरी टरटिहुवारसंगे भेषभुषा ओ पहिरनफे जोगैना आवश्यक रहल बटैलै । लौवा पुस्ताहे टरटिहुवारके बारे जानकारी डेहक लाग यी मेरिक कार्यक्रम जरुरी रहल उहाँ बटैलै ।

कार्यक्रममे थारु कल्याणकारिणी सभाके आजीवन सदस्य गौरी शंकर महतों अँटवारी टिहुवार हमार पहिचान ओ इतिहास रहल बटैलै । उहाँ कहलै, अँटवारी टिहुवारके इतिहास हेरबो कलेसे थारु समुदायके मनैन टिहुवारमे आइठ । आपन टरटिहु्वार छोरे नैहुइना चाही । ओकर संगे पहिचानके पहिरनफे जोगैना जरुरी बा ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके आजीवन सदस्य भागीराम चौधरी १० बरस पहिले करिब करिब ढेर टरटिहुवार लोप हुइना अवस्था मने अब्बे फेरसे जोगाइक लाग थारु समुदाय लागल बटैलै । पहिलेक नाँच गान हेराइल मने परिमार्जित हुके आईबेर मौलिकता हेराई उहाँ बटैलै ।

थारु कल्याणकारिणी सभा कैलारीके सभापति अशोक चौधरीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे उहाँ थाकससे टमान टरटिहु्वार जौगैनामे अग्रसर रहल बटैलै । अइनामे कैलारी–१ गोबरैला जैना चौहरामे गुरहीके मुर्ति स्थापना, थारु समुदायके गीतबाँस पुरान पुरान नाँचगान कार्यक्रम, थारु समुदायमे रहल गैया बेहर्ना रिति संस्कृति जोगाईक लाग उ कार्यक्र कैना जानकारी डेलै । कार्यक्रममे स्वागत मन्तव्य थाकस कैलारीके कोषाध्यक्ष अनिता चौधरी करल रहि । कलेसे संचालन सचिव रामसमझ चौधरी करल रहिट । ओस्टेक करके अँटवारी टिहुवारमे हुइना कार्यक्रम, अग्रासन डेना डेगिल रहे । ओस्टेक करके थारु समुदायके संस्कृतिसे जोरल नाँच डेखागैल रहे ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू