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‘ १७ औं हलिया मुक्ती घोषणा दिवस ’

अभिन १ हजार ५५ मुक्त हलिया पुनस्र्थापनासे बञ्चित

पहुरा | २१ भाद्र २०८२, शनिबार
अभिन १ हजार ५५ मुक्त हलिया पुनस्र्थापनासे बञ्चित

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २१ भदौ ।
सरकारसे हलिया मुक्ती घोषणा कैलक १७ बरस पुगल बा मने अभिनफे १ हजार ५५ जाने मुक्त हलिया पुनस्र्थापनासे बञ्चित हुइल बटै ।

राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालसे १७औं हलिया मुक्ती घोषणा दिवसके अवसरमे शनिच्चरके रोज धनगढीमे आयोजित मुक्त हलियाहुकनके न्यायोचित पुनःस्थापनाके लाग प्रदेश स्तरीय संवाद कार्यक्रममे संविधान सभा सदस्य एवं मुक्त हलिया, कमैया, कम्लरी, हरवा, चरवा अध्ययन कार्यदलके सदस्य हरिश्रीपाइली कार्यपत्र प्रस्तुत करटी अभिन अभिनफे १ हजार ५५ जाने मुक्त हलिया पुनस्र्थापनासे बञ्चित हुइल बटैलै ।

हलिया प्रथा असमान श्रम सम्वन्ध ओ कृषिमे आधारित बाध्यकारी कुप्रथा हो । राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके नेतृत्वमे हुइल निरन्तरके अभियान ओ पैरवीसे कृषि बांधाश्रम तथा दासताके अवशेषके रुपमे रहल हलिया प्रथाके नेपाल सरकारसे २०६५ साल भदौ २१ गते मुक्तिके घोषणा करल रहे ।

नेपाल सरकारसे हलिया मुक्तिके घोषणापाछे सुदुरपश्चिम प्रदेशके ९ जिल्ला ओ कर्णाली प्रदेशके ३ जिल्ला (सुर्खेत, जाजरकोट ओ हुम्ला) के १९ हजार ५९ घरधुरीके तथ्यांक संकलन करके पुनःस्थापनाके कामके सुरुवात करल रहे ।

नेपाल सरकारसे पुनः प्रमाणिकरण करल १६ हजार ९ सय ९५ घरधुरी मध्ये हालसम १३ हजार ५४६ घरधुरीसे पुनःस्थापना प्याकेज प्राप्त करल रहिट । जेम्ने मध्ये १ हजार १०४ मुक्त हलिया परिवारसे हालसमफे अन्तिम किन्ता रकम प्राप्त करे नैसेकल उहाँ बटैलै ।

पुनःस्थापनाके कार्यक्रम संचालन हुइटी करेबेर संघीय सरकारसे २०७६ सालमे सुदुरपश्चिम प्रदेशके ८ जिल्लाके ५८ ठो स्थानीय तहके १ हजार ५५ मुक्त हलिया परिवारहे पुनःस्थापनाके वित्तिय अख्तियारी सहित स्थानीय सरकारहे हस्तान्तरण करल मने स्थानीय तहके प्राथमिकतामे हलिया पुनःस्थापना कार्यक्रम परे नैसेकल उहाँ बटैलै ।

जिहीसे नम्मा समयसे पहिचान हुइल हलियाहुक्रे पुनःस्थापनाके पर्खाईमे रहल बटै । २०७८ सालमे नेपाल सरकारसे पूर्व वधुवा श्रमिकहुकनके अवस्था अध्ययनके लाग मानय अधिकारकर्मी श्याम श्रेष्ठके नेतृत्वमे अध्ययन कार्यदल गठन करल उ कार्यदलसे नेपाल सरकारहे सिफारिससहितके प्रतिवेदन बुझाइल मने उ प्रतिवेदन हाल समफे कार्यान्वयन हुई नैसेकल उहाँ बटैलै ।

१७ औं मुक्त हलिया दिवसहे हलिया समुदायसे उत्साह, उमङ्ग ओ खुशीयालीके साथ मनाईपर्नामे नेपाल सरकार ओ हलिया महासघ बिच हुइल ओ ५ बुँदे सम्झौताके भावना ओ मर्म अनुरुप हलिया पुनःस्थापनाके कार्यमे अपेक्षाकृत रुपमे प्रगती हुई नैसेक्के १७ औं मुक्त हलिया दिवसहे प्राप्त उपलब्धीके रक्षा कैना थप अधिकारके प्राप्तीके लाग संघर्षके रुपमे मनैटी रहल बा ।

नेपाल सरकारसे प्रतिबद्धता करल पुनःस्थापनाके समयावधी लम्बिटी जाके पुनःस्थापनाके पर्खाइमे रहल मुक्त हलियाहुकनके बसोबासके उचित व्यवस्थापन हुई नैसेकल उहाँ बटैलै । तत्कालिन समयमे लगतमे नाउ छुटल मुक्त हलियाके पहिचान हुई सेकल नैहो, पुनःस्थापनाके साथ–साथे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगारी, दिगोजिविकोपार्जन, सामाजिक सशक्तिकरण ओ समावेशीकरण सम्बन्धी मुद्दाहे सरकारसे विशेष प्राथमिकतामे धारके प्रभावकारी रुपमे कार्यान्वयन करे नैसेक्के बाधा श्रमसे मुक्त हुइल १७ वर्ष विटसेक्लेसेफे मुक्त हलियाहु्क्रे सम्मानित जीवन व्यतित करे नैसेकल संविधान सभा सदस्य श्रीपाइली बटैलै ।

संघीय सरकारसे मुक्त हलियाहुकनके पहिचान ओ पुनस्र्थापनाके अख्तियारी स्थानीय सरकारहे हस्तान्तरण कैना नीतिगत निर्णय पश्चात राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके नेतृत्वमे हुइल पैरवी अभियानसे सुदुरपश्चिम प्रदेशके ८८ ठो स्थानीय तह मध्ये ३० ठो स्थानीय तहसे मुक्त हलिया पुनःस्थापना कार्यविधि पारित करले बटै ।

कार्यविधि बमोजिम कुछ स्थानीय तहसे मुक्तके तथ्यांक संकलन प्रमाणिकरण, बर्गिकरण ओ परिचय पत्र वितरणके कार्य प्रारम्भ करलेसेफे स्थानीय तहमे बहुट सुस्त गतिमे काम हुइटी रहल बा । सुदुरपश्चिम प्रदेश सरकारके मन्त्री परिषदसे मुक्त हलिया, कमैया, कम्लहरी पुनःस्थापना कार्यविधि २०८० पारित करके कार्यान्वयनके चरणमे रहल बा ।

चालु आ.व.मे १०० परिवार मुक्त हलिया, कमैया कम्लहरीहु्कनके आवास निर्माणके लाग रु.३ करोड ५० लाख रकम विनियोजन करल बा ।
नीतिगत रुपमे महत्वपुर्ण उपलब्धी हासिल हुइलेसेफे विल्गैना ओ महशुस हुइना करके परिणाम आई नैसेकल उहाँ बटैलै ।
नेपालमे मुक्त हलिया सम्बन्धी अलगे नीति नैहो मने नेपालके संविधान, २०७२, स्थानीय सरकार संचालन २०७४, कमैया श्रम निषेध कैना ऐन, २०५८, श्रम ऐन, २०७४ ओ नियमावली, २०७५, मुलुकी अपराध संहिता २०७४, सुदुरपश्चिम प्रदेश सरकारके मुक्त हलिया, कमैया, कम्लहरी पुनःस्थापना कार्यविधि २०८० मे बाध्यकारी श्रम निःषेध, पुनःस्थापन ओ आर्थिक, सामाजिक अधिकार सम्बन्धी नीतिगत प्रावधान सुनिश्चित करल बटै ।

राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालसे १७औं हलिया मुक्ती घोषणा दिवसके अवसरमे धनगढीमे आयोजित मुक्त हलियाहुकनके न्यायोचित पुनःस्थापनाके लाग प्रदेश स्तरीय संवाद कार्यक्रम महासंघके केन्द्रीय अध्यक्ष ईश्वर सुनारके अध्यक्षतामे हुइल रहे ।

कार्यक्रममे प्रमुख अतिथि सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके सामाजिक विकास विकास मन्त्री मेघराज खडका रहल रहिट । कार्यक्रममे सम्बोधन करटी उहाँ प्रदेश सरकारसे स्रोत साधनसे भ्याइटसम मुुक्त हलिया, कमैया, कम्लरीहुकनके सीप विकास ओ आयआर्जनके क्षेत्रमे काम कैना बटैलै । उहाँ कहलै, प्रदेश सरकारहे स्रोतके सिमितता बा, हम्रे ढेर करेपर्ना बा मने चाहकेफे करे नैसेकल हो । वादी समुदायके बालबालिकाहुकनहे छात्रवृतिमे सहयोग करटी रहल मन्त्री खडका बटैलै ।

पूर्वमन्त्री तथा प्रदेशसभा सदस्य रामेश्वर चौधरी २०७५ सालसे रोकल पुर्नस्थापनाके कामहे आघे बह्राइक लाग सुदुरपश्चिम प्रदेश सरकारके मन्त्री परिषदसे मुक्त हलिया, कमैया, कम्लहरी पुनःस्थापना कार्यविधि २०८० पारित करके कार्यान्वयनके चरणमे रहल बटैलै । उहाँ कहलै, मै प्रदेशके भुमि व्यवस्था तथा कृषि सहकारी मन्त्री रहेबेर यी ऐन ल्यानल हो । मने पूर्ण कार्यान्यवन ल्याने सेकल हो ।

भुमि समस्या समाधन आयोग कैलालीके अध्यक्ष यज्ञराज उपाध्यय १७औं मुक्त हलिया दिवस मनाईबेर अभिनफे पुनस्थास्था हुई नैसेक्ना कना दु्खद बाट रहल बटैलै । पुनस्र्थापनाके कामहे हाली सम्पन्न करेलेसे मजा रना ओ जटरा लम्मा करलेसे ओटरे ढेर समस्या अइना बटैलै । अब्बे जग्गा प्राप्तीसेफे सीपसे जोरे सेक्लेसे मजा हुइना उहाँ बटैलै ।

राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेशके सहसचिव झंकर बहादुर रावल आवश्यकताके आधारमे ऐन कानून बनाके कार्यान्वयन कैना जरुरी रहल बटैलै । मुक्तहलियाके एकिन तथ्याङक लेके एक चो के लाग पुनस्र्थापना कैना जरुरी रहल बटैलै ।

मुक्त कमलरी विकास मञ्चके केन्द्रीय अध्यक्ष हिरा चौधरी मुक्तकमलरीहुक्रे परिचय पाकेफे सेवा सुविधासे बञ्चित हुइल बटैली । उहाँ कहली, अभिभावक विहिन मुक्तकमलरीहे उच्च शिक्षापाछे सरकार नैहेरल कारण समस्यामे परटी रहल बटैली । ओसिन मुक्त कमलरी बाल विवाह करेपरल या मानसिक समस्या झेले परल बटैली ।

शिव लुहार सरकारसे लक्षित वर्गके छुटयाइल बजेट औरजे फाइदा उठाइल बटैलै । भोज बहादुर सार्की मुक्त हलिया स्वास्थ्यसे बञ्चित हुइल बटैलै । महासंघ दार्चुलाके अध्यक्ष धनिराम तिरुवा अपनेहुक्रे छुट हलियाके तथ्यांक संकलन करल मने परिचय ओ वर्गिकरण कैनामे केक्रो चासो नैरहल गुनासो करलै । कार्यक्रमके संचालन महासंघके कार्यक्रम अधिकृत हरिसिंह बोहरा ओ स्वागत तथा उद्देश्यबारे महासंघके केन्द्रीय सदस्य गोरख सार्की करल रहिट ।

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