थारु राष्ट्रिय दैनिक
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‘ जेन–जी प्रदर्शन ’

१९ के मृत्यु, सयौं घाहिल

पहुरा | २३ भाद्र २०८२, सोमबार
१९ के मृत्यु, सयौं घाहिल

पहुरा समाचारदाता
काठमाडौं, २३ भदौ ।
जेन–जी युवाहुक्रनसे करल प्रदर्शनके क्रममे १९ जनहनके मृत्यु हुइल बा कलेसे २ सय ५६ जाने घाहिल हुइल बटै ।

काठमाडौंमे हुइल प्रदर्शनमे १७ जनहनके मृत्यु हुइल हो कलेसे उपत्काबाहरके प्रदर्शनमे दुई जनहनके मृत्यु हुइल हो । सामाजिक सञ्जाल बन्द ओ शासकीय व्यवस्थाके विरोधमे सोम्मारके काठमाडौंसहित देशके टमान जिल्लामे जेन–जी युवाहुक्रे सडक प्रदर्शनमे उटरल बटै । काठमाडौंमे कफ्र्यू जारी रहलमे फेन प्रदर्शनकारी सडक छोरल नैहुइट ।

संघीय संसद भवनमे प्रदर्शनकारी प्रवेश करे लागलपाछे बानेश्वर क्षेत्रमे सुरक्षाकर्मी अत्यधिक बल प्रयोग करेबर मृतक ओ घाइतेके संख्या लगातार बह्रटी रहल बा । पोखरा, झापा, मोरङ लगायतके जिल्लामे फेन प्रदर्शनकारी ओ सुरक्षाकर्मीबीच झडप हुइटी रहल बा ।

स्वास्थ्य मन्त्रालयके अनुसार सिभिल अस्पतालमे ३ जनहनके मृत्यु हुइल बा कलेसे १०० जाने घाइतेके उपचार हुइटी रहल बा । सिभिलसे १५ जाने गम्भीर घाइतेहे ट्रमा सेन्टर ओ वीर अस्पतालमे रेफर करल बा । मन्त्रालयके अनुसार वीर अस्पतालमे ६ जाने घाइतेके उपचार चल्टी रहल बा ।

ट्रमा सेन्टरमे ८ जनहनके मृत्यु हुइल बा कलेसे ४९ जाने घाइते उपचारत बटै । मन्त्रालयके अनुसार ट्रमा सेन्टरमे विपद् योजना लागू करल बा ।

एभरेष्ट अस्पतालमे ३ जनहनके मृत्यु हुइल बा कलेसे ३४ घाइते उपचारत रहल बटै । जौन मध्ये ७ जनहनके अवस्था गम्भीर रहल बा ।

पाटन स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठानमे ४ जाने घाइते उपचारत बटै । काठमाडौं मेडिकल कलेज शिक्षण अस्पताल (केमएसी)मे २ जनहनके मृत्यु हुइल बा कलेसे ३२ जाने घाइतेके उपचार हुइटी रहल बा ।

केएमसीमे ६ जाने गम्भीर घाइतेके शल्यक्रिया करे पर्ना अवस्था रहल स्वास्थ्य मन्त्रालय जानकारी डेले बा । त्रिवि शिक्षण अस्पतालमे एक जनहनके मृत्यु हुइल बा कलेसे १८ जाने घाइते उपचारत बटै ।

नर्भिक अन्तर्राष्ट्रिय अस्पतालमे ३ जाने घाइते उपचारत बटै । काठमाडौं उपत्यकाबाहर पोखराके गण्डकी अस्पतालमे एक जाने, पोखरा स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठानमे २ जाने ओ झापाके दमकमे ७ जाने घाइतेके उपचार हुइटी रहल बा ।

इहे बिच स्वास्थ्य मन्त्रालयसे जेनजी आन्दोलनके घाइतेहुक्रनके निःशुल्क उपचार कैना निर्देशन डेले बा ।

स्वास्त्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्री प्रदीप पौडेल सङ्घीय अस्पतालमे घाइतेहुक्रनके उपचार निःशुल्क कैना निर्देशन डेहल हुइट । मन्त्रालयसे एम्बुलेन्स सेवाहे प्रभावकारी बनैना ओ आवश्यक स्थानमे उपलब्ध करैना निर्देशन डेले बटै ।

यहोर राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग युवाहुक्रनके प्रदर्शनहे तोडफोड ओ आगजनीमे बदलल्पाछे सुरक्षा निकायसे अत्यधिक बल प्रयोग करल जनैले बा । आयोगसे सोम्मारके एक विज्ञप्ति जारी कैके लोकतान्त्रिक सरकारसे नागरिकके उचित आवाजहे समयमे पहिचान करे पर्र्ना फेन औंल्याइले बा ।

नेपाली कांग्रेसके नेता कार्यकर्ता गृहमन्त्री रमेश लेखक तत्काल राजीनामा डेहे पर्ना बटैले बटै । जेनजीसे करल विरोध प्रदर्शनमे करल प्रहरी दमनके विरोध कैटी गृहमन्त्री लेखकके राजीनामा माग करल हुइट ।

केन्द्रीय सदस्य एवं योजना आयोगके पूर्वउपाध्यक्ष प्रा.डा. गोविन्द पोखरेल गृहमन्त्री लेखकके राजीनामा माग करल हुइट । ‘गृहमन्त्रीसे तुरुन्ते राजीनामा डेहे परल । यदि नैडेलेसे पार्टीसे तुरुन्त फिर्ता बोलाइ परल,’ पोखरेल सामाजिक सञ्जालमे लिख्ले बटै , ‘युवाहुक्रनके मृत्युप्रति गृहमन्त्री लेखक उत्तरदायी हुइपरल ।’

गृहमन्त्रीके उत्तरदायित्वप्रति प्रश्न उठैटी कांग्रेसके कार्यकर्ताहुक्रे राजीनामा माग करले बटै । नेविसंघके पूर्व नेता एलिजा ढकालसे गृहमन्त्री लेखक प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओलीके सहयोगी रहल बटैले बटी ।

ढकाल प्रधानमन्त्री ओलीहे तानाशाहीके संज्ञा डेटी कांग्रेस सरकारसे बाहर हुइ पर्ना विचार रख्ले बटी । ‘कौनो भवनके पर्खालके सुरक्षा कयौं मनैनके ज्यानसे महत्त्वपूर्ण नैहो,’ ढकाल कहली, ‘टुहरीनके निकम्मापनसे आज करिया इतिहास लिखल बा । गृहमन्त्री ओली सरकारके तानाशाहीके सहयोगी बनल बटै । नालायक गृहमन्त्री राजीनामा डेहे परल ओ रगतके धब्बा लागल सरकारसे कांग्रेस तुरुन्त बाहर हुइ परल ।’

औरे नेता व्रितान्त खनाल सरकारसे बाहर हुइना माग रख्ले बटै । प्रदर्शनमे हुइल दमनप्रति आक्रोशित खनाल सरकारसे कांग्रेस तुरुन्त फिर्ता हुइना माग रख्लै । पार्टीहे खनाल कहलै, ‘आभिन हेरके बैठ्लेसे, हम्रे कांग्रेसमे आन्दोलन घोषणा करब ।’

नेविसंघके नेता धर्मराज शाही वर्तमान सरकारहे अपराधीके संज्ञा डेले बटै । शाही कहलै, ‘यी अपराधी सरकारके साक्षी बैठुइयाहुक्रे अपराधीबाहेक कुछ नैहुइट् । हमार बच्चनहे अइसीक मरुइया अपराधीहे कौनो फेन हालतमे माफी डेहे नैसेकजाइ । यी आन्दोलन आब हाम्रा बच्चनके किल नैहो हमार फेन हो । पूर्ण ऐक्यबद्धतासहित हम्रे आन्दोलनके मैदान रहब ।’

प्रमुख प्रतिपक्षी दल नेकपा माओवादी केन्द्रसे प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओलीके राजीनामा माग करले बा । ओस्टके सरकार नरसंहार करल दाबी करले बा । ‘जनतासँग माओवादीः मध्यपहाडी पुष्पलाल लोकमार्ग– जनजागरण अभियान’ अन्तर्गत गोरखामे रहल शीर्ष नेताहुक्रनके अनौपचारिक बैठकसे प्रधानमन्त्री तत्काल राजीनामा डेहे पर्ना निष्कर्ष निकारल हो ।

जेनजी आन्दोलनके क्रममे सरकारसे प्रदर्शन करल व्यवहार अनुचीत रहल माओवादीके कहाइ बा । परिस्थिति सम्हारक लाग फेन प्रधानमन्त्री ओली राजीनामा डेहे पर्ना निष्कर्षमे पुगल नेताहुक्रे बटैले बटै । यी घटनापाछे माओवादी नेताहुक्रे अभियान स्थगित कैके काठमाडौं फर्कटी बटै ।

अभियान टोलीमे अध्यक्ष प्रचण्डसहित वरिष्ठ उपाध्यक्ष, टमान उपाध्यक्ष ओ महासचिव स्वयं सहभागी रहल बटै । उहे बिच नेकपा माओवादी केन्द्रके उपमहासचिव एवम् पूर्वगृहमन्त्री जनार्दन शर्मा आन्दोलनकारीके माग पूरा कैना सरकारसे राजीनामा डेहे पर्ना बटैले बटै । उहाँ सामाजिक सञ्जाल फेसबुकमार्फत् आपन धारणा सार्वजनिक करले बटै । उहाँ आन्दोलनकारीके प्रतिनिधित्वसहित संयुक्त राजनीतिक संयन्त्र निर्माण करे पर्ना फेन बटैले बटै ।

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