मुक्त हलिया पुनर्स्थापनामे काहे वेवास्ता

मुक्त हलिया समुदायसे १७ औं मुक्ती दिवसे उत्साह, उमंग ओ खुशीयालीके साथ मनाईपर्ना हो मने अभिन ढेर मुक्त हलिया पुनर्स्थापना हुई नैसेकलपाछे यी बरसफे अधिकार प्राप्तीके लाग संघर्षके रुपमे मनैले बटै । नेपाल सरकार ओ हलिया महासघ बिच हुइल ओ ५ बुँदे सम्झौताके भावना ओ मर्म अनुरुप हलिया पुनःस्थापनाके कार्यमे अपेक्षाकृत रुपमे प्रगती हुई नैसेक्के १७ औं मुक्त हलिया दिवसहे प्राप्त उपलब्धीके रक्षा कैना थप अधिकारके प्राप्तीके लाग संघर्षके रुपमे मनाइल रहिट ।
नेपाल सरकारसे प्रतिबद्धता करल पुनःस्थापनाके समयावधी लम्बिटी जाके पुनःस्थापनाके पर्खाइमे रहल मुक्त हलियाहुकनके बसोबासके उचित व्यवस्थापन हुई नैसेकल हो । तत्कालिन समयमे लगतमे नाउ छुटल मुक्त हलियाके पहिचान हुई सेकल नैहो, पुनःस्थापनाके साथ–साथे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगारी, दिगोजिविकोपार्जन, सामाजिक सशक्तिकरण ओ समावेशीकरण सम्बन्धी मुद्दाहे सरकारसे विशेष प्राथमिकतामे धारके प्रभावकारी रुपमे कार्यान्वयन करे नैसेक्के बाधा श्रमसे मुक्त हुइल १७ वर्ष विटसेक्लेसेफे मुक्त हलियाहु्क्रे सम्मानित जीवन व्यतित करे नैसेकल हुइट । संघीय सरकारसे मुक्त हलियाहुकनके पहिचान ओ पुनस्र्थापनाके अख्तियारी स्थानीय सरकारहे हस्तान्तरण कैना नीतिगत निर्णय पश्चात राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके नेतृत्वमे हुइल पैरवी अभियानसे सुदुरपश्चिम प्रदेशके ८८ ठो स्थानीय तह मध्ये ३० ठो स्थानीय तहसे मुक्त हलिया पुनःस्थापना कार्यविधि पारित करल रहे ।
कार्यविधि बमोजिम कुछ स्थानीय तहसे मुक्तके तथ्यांक संकलन प्रमाणिकरण, बर्गिकरण ओ परिचय पत्र वितरणके कार्य प्रारम्भ करलेसेफे स्थानीय तहमे बहुट सुस्त गतिमे काम हुइटी रहल बा । सुदुरपश्चिम प्रदेश सरकारके मन्त्री परिषदसे मुक्त हलिया, कमैया, कम्लहरी पुनःस्थापना कार्यविधि २०८० पारित करल रहे । हलिया प्रथा असमान श्रम सम्वन्ध ओ कृषिमे आधारित बाध्यकारी कुप्रथा हो । राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके नेतृत्वमे हुइल निरन्तरके अभियान ओ पैरवीसे कृषि बांधाश्रम तथा दासताके अवशेषके रुपमे रहल हलिया प्रथाके नेपाल सरकारसे २०६५ साल भदौ २१ गते मुक्तिके घोषणा करल रहे । नेपाल सरकारसे हलिया मुक्तिके घोषणापाछे सुदुरपश्चिम प्रदेशके ९ जिल्ला ओ कर्णाली प्रदेशके ३ जिल्ला (सुर्खेत, जाजरकोट ओ हुम्ला) के १९ हजार ५९ घरधुरीके तथ्यांक संकलन करके पुनःस्थापनाके कामके सुरुवात करल रहे । नेपाल सरकारसे पुनः प्रमाणीकरण करल १६ हजार ९ सय ९५ घरधुरी मध्ये हालसम १३ हजार ५४६ घरधुरीसे पुनःस्थापना प्याकेज प्राप्त करल रहिट । जेम्ने मध्ये १ हजार १०४ मुक्त हलिया परिवारसे हालसमफे अन्तिम किन्ता रकम प्राप्त करे नैसेकल हुइट ।
पुनःस्थापनाके कार्यक्रम संचालन हुइटी करेबेर संघीय सरकारसे २०७६ सालमे सुदुरपश्चिम प्रदेशके ८ जिल्लाके ५८ ठो स्थानीय तहके १ हजार ५५ मुक्त हलिया परिवारहे पुनःस्थापनाके वित्तिय अख्तियारी सहित स्थानीय सरकारहे हस्तान्तरण करल मने स्थानीय तहके प्राथमिकतामे हलिया पुनःस्थापना कार्यक्रम परे नैसेकल हुइट । कैलालीमे ४६ जाने, कञ्चनपुरमे १०६, डडेल्धुरामे ४८९, बाजुरा ९८, बझाङ २१७, डोटी ६७, बैतडीमे ३२ जाने कैके १०५५ जाने मुक्त हलिया अभिन पुनस्र्थापनासे बञ्चित रहल बटै । जिहीसे नम्मा समयसे पहिचान हुइल हलियाहुक्रे पुनःस्थापनाके पर्खाईमे रहल बटै । २०७८ सालमे नेपाल सरकारसे पूर्व वधुवा श्रमिकहुकनके अवस्था अध्ययनके लाग मानय अधिकारकर्मी श्याम श्रेष्ठके नेतृत्वमे अध्ययन कार्यदल गठन करल उ कार्यदलसे नेपाल सरकारहे सिफारिससहितके प्रतिवेदन बुझाइल मने उ प्रतिवेदन हाल समफे कार्यान्वयन हुई नैसेकल हो ।
