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मनसुन बहिरलपाछे किसानहुँक्रे धान ओसर्नामे व्यस्त

पहुरा | २३ आश्विन २०८२, बिहीबार
मनसुन बहिरलपाछे किसानहुँक्रे धान ओसर्नामे व्यस्त

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २३ कुवाँर ।
गाउँघरमे अब्बे किसानहुँक्रे घरसे ढेर खेटुवामे व्यस्त हुइल बटै ।

यी बरसके मनसुन नेपालसे बुधके रोजसे बहिरलसंगे मौसममे सुधार आइलपाछे किसानहुँक्रे धानकटनीमे व्यस्त हुइल हुइट । यी बरसके लगाइल धान डसिया आघे पाक्के तयार हुइल मने मनसुन नैजाके पानी बरसटी रलक कारण किसान पूर्णमे धान कटनी सुरु करे नैसेकल रहिट ।

पोहोर साल सन् २०२४ मे मनसुन सरदर मितिसे ३ दिनआघे जुन १० तारिखमे प्रवेश करल रहे कलेसे १० दिन ढिला अक्टोबर १२ तारिखमे बाहिरल रहे ।

कलेसे यी वर्ष सन् २०२५ मे भर मनसुन रेकर्ड धारे लागल यहोरके सबसे हाली १५ दिनआघे नेपालके पूर्वी भाग कोसी प्रदेशसे जेठ १५ गते रातसे मनसुन भिटरल मौसम पूर्वानुमान महाशाखा जनैले रहे । कलेसे अक्टोबर ८ तारिखमे बाहिरल बा ।

खेटुवामे पाकल धान डसिया मानके कटना कहिके पर्खल मने पानी नैरुक्के अटरा दिन चुपाके बैठल कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ८ के किसान पतिराम चौधरी बटैलै ।

उहाँ कहलै, अँटवार ओ सोम्मारके पानी परल रहे । आजसे मौसम सुधार हुके घाम डेखाइल ओरसे धान कटनी सुरु करले बटी । हावापानीसे पराइल पाकल धान नैकटलेसे खेटुवामे जम्ना डर बा । हाइब्रेट धान पाक्के गिरे लागल ओरसे आजसे पूर्ण रुपमे कटानी सुरु करले बटी ।

कैलारी–५ के किसान टीकाराम चौधरी छिटपुट रुपमे काटल धान थ्रेसिङ करसेकल ओरसे आजसे फेरसे धान कटनी सुरु करल बटैलै । उहाँ कहलै, अभिनफे पानीे बरसठ की कना डर बा । कटने डाँवैने कैना सोच बा । पानी बरसलेसे खाल्ह खेटुवामे समस्या आइसेकठ ।

कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ७ फुइयाँफाँटाके किसान श्याम चौधरी धान पाके तयार हुइल मने खेटुवामे पानी जमल कारण कम्पेनसे कटैना तयारी करल बटैलै ।

जलवायु तथा विपद् विज्ञ डा. धर्मराज उप्रेती बुधसे नेपालसे मनसुन बाहिरना उल्लेख करटी ओकरपाछे धानबाली भित्रैना कौनोफे बाधा नैपर्नाफे बटैलै ।

बुधसे मनसुन बाहेरना ओ तत्काल पश्चिमी वायुके समेत प्रभाव नैरहल ओरसे तत्काल भारी पानी पर्ना सम्भावना समेत नैरहल उहाँक कहाई बा ।

प्रदेशके तराईके दुई जिल्ला कैलाली ओ कञ्चनपुरमे उत्पादन हुइना धान पहाडके सात जिल्लामे आपूर्ति हुइना करल बा । कृषि विकास निर्देशनालयके तथ्याङ्कके अनुसार प्रदेशमे कुल एक लाख ८१ हजार तीन सय ९६ हेक्टर जग्गामे बर्खे धानखेती हुइना करल बा । यी बाहेक कैलाली, कञ्चनपुरमे चैते धानखेती हुइना करल बा । सबसे ढेर तराईके जिल्ला कैलालीमे ७२ हजार पाँच सय हेक्टर ओ कञ्चनपुरमे ४८ हजार चार सय ९० हेक्टर जग्गामे धानखेती हुइना करल बा ।

पहाडी क्षेत्रके डोटी, डडलेधुरा, बाजुरा, बैतडी, बझाङ, दार्चुला ओ डडेलधुरा जिल्लामे झण्डै ६० हजार चार सय छ हेक्टरमे यी खेती हुइना करल बा । बर्खे धानके वार्षिक उत्पादन पाँच लाख ८६ हजार तीन सय ५३ मेट्रिकटन हुइठ् । पाछेक बरसमे धान बालीके उत्पादन ओ उत्पादकत्व बह्रटी गैल कृषि प्राविधिकके कहाइ रहल बा ।

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