अख्तियारमे २८ हजार ५५४ उजुरी दर्ता

सुशासन कायम कैना अख्तियारके भूमिका महत्वपूर्णः प्रदेश प्रमुख मियाँ
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ३० कुवाँर । अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगके केन्द्रीय कार्यालय ओ मातहतके आठठो कार्यालयमे गैल आर्थिक वर्षमे २८ हजार ५५४ उजुरी दर्ता हुइल बा ।
आयोगके सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख वेदप्रसाद भण्डारी विफेक रोज सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख नजिर मियाँहे ३५औँ वार्षिक प्रतिवेदन बुझ्mैटी उ जानकारी डेहल रहिट ।
उहाँ कहलै, ‘अघिल्का आर्थिक वर्षसे सरल ८ हजार ४७२ उजुरी समेत करके कुल ३७ हजार २६ उजुरी रहल बा ।
प्रतिवेदन बुझटी सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख मियाँ अख्तियार दुरुपयोग अनुसन्धान आयोगसे मुलुकमे सुशासन कायम कैना महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करटी रहल बटैले बटै । प्रदेश प्रमुख मियाँ आयोगके कार्यप्रति प्रशंसा व्यक्त करटी डेखल समस्या समाधान कैना आवश्यक रहल बटैले रहिट ।
‘टमान भ्रष्टाचार तथा अनियमिततामे आयोगसे करल छानबिन ओ ओकर आधारमे अदालतसे हुइल फैसलासे सुशासन स्थापनामे योगदान पुगैले बा,’ प्रदेश प्रमुख मियाँ कहलै, ‘अख्तियारहे अभिन सक्षम ओ स्रोत–साधनसे सम्पन्न बनाके यकर कामहे तीव्रता डेना आवश्यक बा ।’
सबसे ढेर उजुरी बागमती प्रदेशमे परल ओ सबसे कम कम उजुरी गण्डकी प्रदेशमे रहल प्रतिवेदनमे उल्लेख करल बा । गण्डकीपाछे सुदूरपश्चिम प्रदेशमे कम उजुरी परल बताइल बा । सुदूरपश्चिम प्रदेशमे दर्ता हुइल उजुरीमध्ये स्थानीय तहसम्बन्धी १ हजार ६२२, प्रदेश सरकारसम्बन्धी ५५८ ओ संघीय कार्यालयसम्बन्धी ४३६ उजुरी रहल बटै ।
संघीय उजुरीके दृष्टिसे कर्णालीपाछे सुदूरपश्चिम दुसरा स्थानमे कम उजुरी पर्ना प्रदेश रहल बा । प्रदेश सरकारसम्बन्धी उजुरीमध्ये सबसे ढेर वन तथा वातावरण क्षेत्रके रहल प्रतिवेदनमे उल्लेख बा ।
यी आर्थिक वर्षमे आयोगके कञ्चनपुर कार्यालयमे १ हजार १९८ नयाँ उजुरी दर्ता हुइल बटै कलेसे अघिल्का वर्षसे आइल ४९८ उजुरीसमेत रहल बटै । उ मध्ये १ हजार २३३ अर्थात् ७२।६७ प्रतिशत उजुरीके अनुसन्धान सम्पन्न हुसेकल बा ।
कैलाली, कञ्चनपुर ओ डडेल्धुरा बाहेकके ६ जिल्लाके प्रमुख जिल्ला अधिकारीहुकनहेफे अनुसन्धानसम्बन्धी अधिकार प्रदान करल उहाँ जानकारी डेले रहिट ।
प्रदेश प्रमुख मियाँ प्रतिवेदनउप्पर मुख्यमन्त्री तथा मन्त्रीपरिषद् कार्यालयमार्फत प्रदेशसभामे छलफल हुइना ओ समस्या समाधानके लाग पहल कैना बटैले रहिट ।
प्रतिवेदन पेश कैना कार्यक्रममे प्रदेश प्रमुख कार्यालय ओ आयोगके कर्मचारीहुकनके समेत उपस्थिति रहे ।
