थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ वि.सं १२ कार्तिक २०८२, बुधबार ]
[ 29 Oct 2025, Wednesday ]

नर्सहुकनके आन्दोलनप्रति इन्सेकके गम्भीर ध्यानाकर्षण

पहुरा | १२ कार्तिक २०८२, बुधबार
नर्सहुकनके आन्दोलनप्रति इन्सेकके गम्भीर ध्यानाकर्षण

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १२ कार्तिक ।
निजी स्वास्थ्य संस्थामे कार्यरत नर्सहुक्रे तलब वृद्धि, श्रम अधिकार सुनिश्चितता ओ सम्मानजनक कार्य वातावरणके मागसहित करटी रहल आन्दोलनप्रति इन्सेकके गम्भीर ध्यानाकर्षण हुइल बा ।

इन्सेकके अध्यक्ष डा..कुन्दन अर्याल बुधके रोज विज्ञप्ती जारी करटी सरकार ओ अस्पताल सञ्चालकहुकनहे आन्दोलनरत नर्सहुकनसंग संवाद करके समस्याके दिगो समाधान खोज्न आग्रह करले बटै । निजी स्वास्थ्य संस्थामे कार्यरत नर्सहे सरकारसे तोकल न्यूनतम पारिश्रमिकसे कम तलब डेना करल, श्रम करार मौखिक रूपमे कैना करल, कार्य समय अत्यधिक हुइल, ओभरटाइम ओ बिदाके व्यवस्था स्पष्ट नैहुइल ओरसे ओइने सामाजिक सुरक्षा प्रणाली बाहेर हुइना करल समाचार अइटी रहल बा ।

नेपाल सरकारसे २०८१ ऋगहनमे निजी अस्पतालमे कार्यरत नर्सहुकनहे सरकारी पाचौँ तहसे पैना तलब ३४ हजार ७ सय ३० रूप्या डेना निर्देशन डेहल हुइलेसेफे उ निर्देशनके निजी अस्पतालसे अवज्ञा करल आन्दोलनरत नर्सहुक्रे बटैले बटै ।

नेपालके संविधानके धारा ३४ से प्रत्येक श्रमिकहे उचित तलब, समान अवसर, सामाजिक सुरक्षा ओ सुरक्षित कार्य वातावरणके हक सुनिश्चित करले बा । श्रम ऐन, २०७४ ओ न्यूनतम तलब निर्धारण आदेश, २०८१ अनसार निजी अस्पतालसहित सक्कु रोजगारदाताहुक्रे सरकारसे तोकल न्यूनतम तलब लागू करेपर्ना कानुनी व्यवस्था हुइलेसेफे, ढेर निजी अस्पतालसे यी कानुनी दायित्य पूरा करल नैहुइट । यी विषय श्रम अधिकारके हनन् केलह नाही, मानव मर्यादाउप्परके अपमानफे रहल विज्ञप्तीमे कहल बा ।

संवेदनशील ओ कठिन जिम्मेवारी पूरा कैना स्वास्थ्यकर्मीहे न्यूनतम तलब समेत नैडेके राज्य ओ समाज दुनुके लाग लज्जाके विषय हो । नर्सहुकनके तलब वृद्धि ओ ओइनके अधिकार सुनिश्चिततासे नर्सहुकनके जीवनस्तर सुधार कैना केल्ह नाही, स्वास्थ्य सेवा प्रणालीहे दिगो, सुरक्षित बनैना विज्ञप्तीमे कहल बा ।

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