थारू चलचित्र ‘बहौरिया’के छायांकन सुरू
पहुरा समाचारदाता
काठमाडौं, २७ कात्तिक । थारू समुदायके कला, संस्कृति ओ ऐतिहासिक परिवेशहे मूल कथावस्तु बनाके निर्माण हुइ लागल नेपाली कथानक चलचित्र ‘बहौरिया (बेहुली)’ के छायांकन मोरङमे औपचारिक रूपमे सुरू हुइल बा ।
लचित्रके निर्देशन चर्चित निर्देशक परशुराम चौधरी करटी रहल बटै कलेसे, ‘फिल्मके कथा फेन उहाँ स्वयं ओ रेणु चौधरी लिखल हुइट । नेपाल म्याक्सके प्रस्तुतिमे निर्माण हुइ लागल यी फिल्म रिशन चौधरी ओ खुश्बु चौधरी संयुक्त रूपमे निर्माण कैटी बटै ।
थारू संस्कृति ओ पौराणिक जीवनशैलीमे आधारित कथा निर्देशक चौधरीके अनुसार, ‘बहौरिया‘ थारू समाजके पौराणिक अवस्था ओ आधुनिक समयसम आपुगलमे हुइल सामाजिक–आर्थिक रूपान्तरणके कथा हो ।
फिल्ममे ४०–५० बरस आघेक जमिन्दारी प्रथा, उ बेलाके भोज प्रणाली, खेतीपाती कैना तरिका, समाजमे हुइना असमानता ओ ओकरपाछे आइल परिवर्तनहे मार्मिक रूपमे उटारल बा ।
उहाँ कहलै, ‘पहिले जमिन्दार वर्ग दुई–तीनठो भोज कैना चलन रहे, जेकर सामाजिक प्रभाव गहिँर रहे । अब्बे ओइसीन परम्परामे आइल परिवर्तन ओ समाजसे पाइल चेतनाके सन्देश यी चलचित्रसे डेना जनाइल बा ।
फिल्ममे मुख्य भूमिकामे वीर चौधरी ओ ममता चौधरी रहल बटै । यी दुई कलाकार इहे फिल्मसे नेपाली चलचित्र क्षेत्रमे औपचारिक डेब्यु करल हुइट । वीर चौधरी कैलालीके चर्चित मोडल हुइट कलेसे ममता चौधरी नवलपरासीके लोकप्रिय मोडल तथा डान्सर हुइटी ।
ओस्टके फिल्ममे निर्देशक परशुराम चौधरी स्वयम्, रेणु चौधरी, प्रदीप बास्मैत, संगिता चौधरी, मन्जय चौधरी, ज्ञानिसा चौधरी, पुनम चौधरीलगायतके कलाकारके दमदार अभिनय रहल बटै ।
कैलालीके चर्चित गायिका तथा मोडल संगिता चौधरी फेन इहे चलचित्रमार्फत् अभिनयमे डेब्यु करले बटी । प्राविधिक पक्ष ओ छायांकन स्थान फिल्मके द्वन्द निर्देशन देव महर्जन करले बटै कलेसे श्रीङ्गार सोम मंग्राती सम्हरले बटी । सम्पूर्ण व्यवस्थापनके जिम्मेवारी ज्ञान चन्द चौधरी लेले बटै ।
‘बौहरिया‘के छायांकन कोशी प्रदेशके थारू बस्ती, गाउँ–टोल ओ पर्यटकीय सुन्दर स्थलमे हुइटी रहल बा । फिल्मसे प्रदेशके मौलिक संस्कृति, पहिचान ओ जीवनशैलीहे पर्दामार्फत् उजागर कैना उद्देश्य राखल निर्माण पक्ष जनैले बा ।
रिलिज योजना निर्माण टोलीके अनुसार, फिल्मके छायांकन आगामी तीनसे चार महिनाभिटरे सम्पन्न कैना लक्ष्य रहल बा । ओकरपाछे पोस्ट–प्रोडक्सन कार्य पूरा कैके चलचित्रहे देशभरके हलमे एकसाथ प्रदर्शन कैना तयारी हुइटी रहल बा ।
निर्देशक तथा कथाकार परशुराम चौधरी कहलै, ‘थारू समाजके इतिहास, संस्कृति ओ परिवेशहे चित्रण कैना प्रयास हो ‘बौहरिया‘।
हम्रे पुरान जीवनशैली, जमिन्दारी प्रणाली ओ अब्बेक परिवर्तित समाजबीचके अन्तर दर्शाइक लाग बटी, जिहीसे दर्शकहे मनोरञ्जनके साथे आत्मपरीक्षणके सन्देश फेन डेना बा ।‘
संक्षेपमे, ‘बौहरिया‘ नेपाली चलचित्रमे थारू समुदायके पहिचान, संस्कृति ओ सामाजिक परिवर्तनके दस्तावेजके रूपमे अइटी बा ।


