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[ वि.सं २८ कार्तिक २०८२, शुक्रबार ]
[ 14 Nov 2025, Friday ]

वन उपभोक्ता समूहके पदाधिकारीहे रेडप्लस सम्बन्धी क्षमता अभिवृद्धि कार्यक्रम

पहुरा | २८ कार्तिक २०८२, शुक्रबार
वन उपभोक्ता समूहके पदाधिकारीहे रेडप्लस सम्बन्धी क्षमता अभिवृद्धि कार्यक्रम

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २८ कात्तिक ।
धनगढीमे शुकके रोज रेडप्लस अन्तर्गत उत्सर्जन न्यूनीकरण कार्यक्रम तथा लाभांश सम्बन्धी जिल्ला स्तरीय क्षमता अभिवृद्धि, सचेतना तथा अन्तरक्रिया कार्यक्रम हुइल बा ।

आदिवासी जनजाति ओ स्थानीय समुदायके लाग समर्पित अनुदान संयन्त्र (डीजीएम नेपाल)के आयोजनामे कार्यक्रम हुइल हो । कार्यक्रममे डीजीएम नेपाल सम्बन्धी जानकारी तथा कार्यक्रमके उद्देश्य साधना साम्बा लिम्बु डेहल रही ।

उहाँ संयुक्त राष्ट्रसंघीय जलवायु परिवर्तन सम्बन्धी प्रारुप महासन्धी लगायत टमान अन्तराष्ट्रिय वातावरण सम्बन्धी सन्धी, सम्झौतामे हस्ताक्षर कैके नेपाल सन् २००८ से रेडप्लस सम्बन्धी प्रकृयामे सहभागी हुइल बटाइल रही ।

ओस्टके सन् २०१० से विश्व बैंकके वन कार्वन साझेदारी कार्यक्रमके सहयोगमे नेपाल औपचारिक रुपमे रेडप्लसके तयारीके लाग टमान कार्यक्रम सुरुवात करल जानकारी कराइल रही ।

साथे उहाँ नेपाल तराई भूपरिधि क्षेत्रके १३ जिल्लामे सञ्चालन कैना मेरके तयार करल उत्सर्जन न्यूनीकरण कार्यक्रम दस्तावेज वन कार्बन साझेदारी कार्यक्रम कार्बन कोषसे स्वीकृत होसेकल ओरसे नेपाल सरकार ओ विश्व बैंक बीच हाली उन्सर्जन न्यूनीकरण सम्बन्धी सम्झौतामे हस्ताक्षर होके नेपाल रेडप्लसके कार्यान्वयनके चरणमे प्रवेश करल जानकारी कराइल रही ।

नेपालके उत्सर्जन न्यूनीकरण कार्यक्रमसे सातठो कार्यक्रमके कार्यान्वयन मार्फत वन विनाश तथा वन क्षयीकरणसे हुइना वन कार्बनके उत्सर्जन कम कैनाके साथे अन्य गैर कार्बन लाभ प्राप्त कैना लक्ष्य रख्ले बा ।

जेम्ने परम्परागत अभ्यास समेत समावेश कैटी विद्यमान सामुदायिक तथा साझेदारी वनके व्यवस्थापनमे सुधार कैना, राष्ट्रिय वनहे सामुदायिक तथा साझेदारी वनके रुपमे हस्तान्तरण कैटी वन क्षेत्रके शुसाशनमे वृद्धि कैना, वित्तिय तथा प्रचारप्रसारके पहुँचमे सुधार कैके वन क्षेत्रमे निजी क्षेत्रहे आकर्षित कैना रहल बा ।

ओस्टके सुधारल चुल्हा ओ गोबर ग्याँस जैसिन वैकल्पिक उर्जाके पहुँच वृद्धि कैना, गरिवीके रेखाटरके समुदायके लाग कबुलियती वन कार्यक्रम वृद्धि कैना, एकीकृत भूउपयोग योजना तर्जुमा कैके पुर्वाधार विकासके लाग हुइना वन क्षेत्रके भू उपयोग परिवर्तनहे न्यूनीकरण कैना ओ संरक्षित क्षेत्रके व्यवस्थापन क्षमतामे वृद्धि कैना रहल बा ।

कार्यक्रमके श्रोत व्यक्ति रुपेश कालाखेती परियोजना बारे जानकारी, जलवायु परिवर्तन अवधारणा, कारण ओ जलवायु परिवर्तन न्यूनीकरणमे वनके भूमिका, रेडप्लसके अवधारणा ओ नेपालमे रेडप्लस सम्बन्धि संरचना बारे जानकारी कराइल रहिट ।

ओस्टके उहाँ रेडप्लसके प्रभावकारी कार्यान्वयन, वन विनाश ओ वन क्षयीकरण न्यूनीकरण, वनके दिगो विकास व्यवस्थापन ओ वन कार्बन अभिवृद्धिके महत्व, रेड कार्यान्वयमे सरकारी निकाय, आदिवासी जनजाति, वन उपभोक्ता समूह ओ स्थानीय समुदायके भूमिका ओ जिम्मेवारीबारे जानकारी कराइल रहिट ।

ओस्टके रेडप्लस उत्सर्जन न्यूनीकरण, कार्यक्रममे लाभके बाँडफाँट योजनाके मुख्य विशेषता ओ व्यवस्था बारे समेत जानकारी कराइल रहिट ।

कार्यक्रममे नेपाल आदिवासी जनजाति पत्रकार महासंघके केन्द्रीय अध्यक्ष लक्की चौधरी, नेफिनके प्रतिनिधी ओ फेकोफनके प्रतिनिधी मनतब्य राखल रहिट ।

कार्यक्रममे वनके कर्मचारी, जिल्ला स्थित टमान सामुदायिक वन उपभोक्ता समूहके पदाधिकारी, संचारकर्मीहुक्रनके सहभागिता रहल रहे ।

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