अनौपचारिक श्रमिकहुकनके सामाजिक सुरक्षा अभिवृद्धिके लाग अन्तरक्रिया
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ४ अगहन । अनौपचारिक श्रमिक तथा स्वरोजगार व्यक्तिहुकनके सामाजिक सुरक्षामे अभिवृद्धिके लाग छलफल तथा अन्तरक्रिया कार्यक्रम कैगिल बा ।
सामाजिक सुरक्षा कोष नेपालके आयोजनामे युरोपियन यूनियन ओ संयुक्त राष्ट्र संघके सहजीकरण तथा डिजिटल ब्रोडकास्ट इनिसियटिभ इकवेल एक्सेसके सहकार्यमे अनौपचारिक श्रमिक तथा स्वरोजगार व्यक्तिहुकनके सामाजिक सुरक्षामे अभिवृद्धिके लाग छलफल तथा अन्तरक्रिया कार्यक्रम कैगिल हो ।
कार्यक्रममे आइएलओके प्रतिनिधि तारा खरेल सामाजिक सुरक्षा, अनौपचारिक क्षेत्र, अनौपचारिक रोजगार, नेपालमे श्रमशक्ति, काहे अनौपचारिक क्षेत्रके श्रमिकके लाग सामाजिक सुरक्षा महत्वपूर्ण बा, विश्व सामाजिक सुरक्षा प्रतिवेदन २०२४–२०२६ बारे प्रस्तुतीकरण करल रही ।
सामाजिक सुरक्षा कहल समाजसे व्यक्तिहुक्रे ओ घरपरिवारहे प्रदान कैना ओसिन संरक्षण हो जिहीसे स्वास्थ्य सेवामे पहुँच ओ आधारभूत आयके सुनिश्चित करठ । बालबालिका, वृद्धवृद्धाअवस्था, वेरोजगारी, रोग अपाङगता, कार्य–घाहिल, मातृत्व वा परिवारके मुख्य आय स्रोत गुमल अवस्थामे मद्दत पुग्न करठ । मानवअधिकारके रुपमे स्थापित, योगदानमे आधारित सामाजिक सुरक्षा, योगदान विना राज्यसे प्रदान कैना सामाजिक सुरक्षा रहठ ।
नेपालमे अनौपचारिक श्रमिक तथा स्वरोजगार व्यक्तिहुकनके श्रमशक्तिके अवस्था हेरेबेर नेपाल श्रमशक्ति सर्वेक्षण अनुसार १५ बरस उप्परके जनसंख्या मध्ये श्रमशक्तिमे सहभागिता दर ३८.५ प्रतिशत रहल बा ।
ओम्ने महिलाके सहभागिता दर २६.३ प्रतिशत ओ पुरुषके सहभागिता दर ५३.८ प्रतिशत रहल उहाँ जनैली । ८४.६ प्रतिशत श्रमिकहुक्रे अनौपचारिक रुपमे कार्यरत (बहिष्कृत सम्ुुह मुख्य रुपमे अनौपचारिक क्षेत्रमे काम कैना करल उहाँ जनैली ।
गरिबी ओ अनौपचारिकता एकदुसरसंग जोरल बा । अनौपचारिक काम कैना १८. ०४ प्रतिशत गरिब बटै । (अनौपचारिकमे २.९८ प्रतिशत), कृषि मजदुरमे गरिबी दर ३७.८ प्रतिशत (राष्ट्रिय औसत २०.२७ प्रतिश)रहल बा । मधेशी दलितमे अनौपचारिक ९८.५ प्रतिशत, मधेशी उच्च जातमे ६९.५ प्रतिशत रहल बा । अनौपचारिक कामसे गरिबीहे पुस्तान्तरित करठ । ४२ प्रतिशत अनौपचारिक श्रमिकहुक्रे न्युनतम तलबसे कम कमैठै । सामाजिक सुरक्षामे स्वास्थ्य विमा, पेन्सनसे परिवारहे गरिबीसे जोगैना ओ पुस्तागत गरिबीके चक्र टुरना काम करठ ।
सामाजिक सुरक्षासे सहनशक्ति निर्माण करठ । संकट आपतकालिन अवस्थासे गरिबी ओ संवेदनशिलता समुहहे अनुपातसे ढेर असर करठ । सामाजिक सुरक्षा स्वास्थ्य विमा, मातृत्व सुरक्षा, वृद्धाभत्ता विस्तार करेबेर घरपरिवारके सहनशिलता बह्रैना काम, आपतकालिन अवस्थासे हाली पुनस्र्थापना सम्भव बनैना करले बा ।
ओस्टेक करके विश्व सामाजिक सुरक्षा प्रतिवेदन २०२४–२६)मे सामाजिक सुरक्षा सुदृढीकरण जीवनचक्र ओ जलवायु जोखिम दुनुके लाग आवश्यक परठ । विश्वके ५२.४ प्रतिशत जनसंख्या सामाजिक सुरक्षासे आच्छादित बटै । उच्च आय रहल देशमे लगभग सार्वभौमिक कबरेज रहल बा । न्यून आय रहल देशमे केवल ९.७ प्रतिशत कबरेज, महिलाके कबरेज पुरुषसे ६ प्रतिशत कम (५४.६ प्रतिशत बनाम ५२.१ प्रतिशत रहल आइएलओके प्रतिनिधि खरेल जनैली ।
नेपालके स्थिति हेरेबेर २१ प्रतिशत जनसंख्या कम्तीमे एक ठो सामाजिक सुरक्षा योजनामे समावेश (पुरुष १९.८ प्रतिशत, महिला २२.१ प्रतिशत रहल बा । मातृत्व सुरक्षामे केवल ७.४ प्रतिशत, महिला केलह आच्छवित (विश्व औषत ५६ प्रतिशत दक्षिण एशियाके औषत ७४.७ प्रतिशत रहल बा ।
पेन्सन योगदानमे फे नेपाल पाछे ७ प्रतिशत, विश्व औषत ५८ प्रतिशत, दक्षिण एशिया ३७ प्रतिशत रहल उहाँ जनैली ।
अनौपचारिक क्षेत्रके श्रमिकहुक्रे नेपालमे श्रम बजारके भारी हिस्सा हुइट ।अनौपचारिक क्षेत्रके श्रमिकहुकनमे सामाजिक सुरक्षाके विस्तारसे गरिबी घटाइठ, सहनशक्ति निर्माण, समानता प्रवद्र्धन, मानव पु्ँजी सुदृढ पर्ना, सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा नेपालके संविधान दिगो विकास लक्ष्य, आइएलओ सिफारिससंग सुसंगत एक न्यायपूर्ण रुपान्तरणके आधार रहल उहाँ जनैली ।
कार्यक्रममे सामाजिक सुरक्षा कोषके उप निर्देशक डा.चितकुमार भण्डारी सामाजिक सुरक्षाके अवधारण, नेपालके अवस्था ओ संचारकर्मीनहे भ्ुमिकाबारे प्रस्तुतीकरण करल रहिट ।
सामाजिक सुरक्षा कोष स्थापनाके कानूनी आधार नेपालके संविधान धारा ३४ मे रहल बा । जेँम्ने सञ्चय कोष, उपदान, औषधी उपचार विमा, दुर्घटना विमा, औषधी उपचार विमाके अन्तिम दायित्व लगायतके रहल बा ।
सहजीकरण सामाजिक सुरक्षा कोषके उप कार्यकारी निर्देशक विवेक पन्थी करल रहिट । उहाँ यी कोषबारे जनचेतना फैलैना ओ सहभागिता बह्रैना आपश्यक रहल बटैलै ।
कार्यक्रममे मधुकर दाहल सामाजिक सुरक्षा ओ स्थानीय तहके भ्ूमिकाबारे प्रस्तुतीकरण करल रहिट । कार्यक्रममे गोदावरी नगरपालिकाके प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत धर्मराज विनाडी, कैलाली उद्योग बाणिज्य संघके सचिव प्रकाश चन्द, निडस नेपालके प्रकाश चन्द्र मडैलगायत सुझाव डेहल रहिट कार्यक्रमके संचालन जनकराज भट्ट करले रहिट ।


