गोसिया गुमाइल अस्मिताके पीडा : तीन सन्तानके भविष्य अन्योलमे
प्रकाश मिश्र
सुखड, ५ अगहन । काखमे ९ महिनाके छाई च्यापके दूध खवैना कपडासहित लेहल अस्मिता बुढा विगत कुछ हप्ता यहोरसे चिन्तामे परल बटी ।
कुछ समय आघे घोडाघोडी नगरपालिका–८ जरहीमे २८ वर्षीय उहाँक गोसिया केशरसिं बुढाके घाँटी रेटके हत्या हुइल घटनासे उहाँक जीवनमे एक्केपटक अकाश भत्कल जस्टे हुइल बा ।
हत्या हुइल दिनसे अस्मिता अकेल्ली परल बटी । सहारा गुमाके, जिम्मेवारी बोक्के, ओ तीन सन्तानके भविष्य सुरक्षित रख्न चिन्तामे डुबके बच्टी रहल उहाँहे बहुट गाह्रौ हुइल बा ।
भारतमे मजदुरी करटी आइल परिवारमे केशरसिं मुख्य कमैना व्यक्ति रहिट । उहाँक अकस्मात् मृत्युसे परिवार गहिर संकटमे परल बा । अब्बे अस्मिता ९ वर्षके विवस, ५ वर्षके प्रकाश ओ ९ महिनाके दुधे छाई अन्जुके सक्कु जिम्मेवारी सम्हारे परल बा ।
अस्मिता कहली, “छोट बच्चा बटै । दुध, औषधी, स्कूल खर्च सक्कु कैसिक चलैना ? गोसिया ओराइलपाछे घरभिटर बोल्न मनैफे नैहुइट ।” कमैना मनै नैरहल ओरसे घरके अवस्था झन् दयनीय बन्टी गैल बा ।
घरमे कमुइया कोई नैहुइल ओरसे अस्मिताहे दुधे छाईक लाग दूध–औषधी किन्नसम समस्या हुइल बा । दुई छावाके लाग पाठ्यसामग्री, पोसाक, खानपान ओ दैनिकी चलैना आवश्यक खर्च जुटैना बहुट कठिन हुइटी रहल उहाँ बटैली । ९ वर्षके विवस बुढा कबु कबु बाबाहे भेटे जाई कहिके आग्रह करठै ।
५ वर्षके प्रकाशहे अभिन बाबक मृत्युके अर्थ बुझैना अस्मिताके लाग अत्यन्त पीडादायी बनठ । छाई अन्जु अभिन डाईक कोखमे रही, बाबक अनुहार उहाँ कबु बुझ्mे नैपैही ।
स्थानीयवासीहुकनके अनुसार, घटनापाछे कुछ व्यक्तिहुक्रे सहानुभूति ओ सहयोग जुटैना प्रयास करले बटै मने परिवारहे दीर्घकालीन टिकाउ सहारा आवश्यक विल्गाइड । यी घटनासे एक ठो परिवार केल्ह नाही, तीन छोट लर्कनके भविष्य अन्योलमे पारडेहल बा ।


