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[ वि.सं ६ मंसिर २०८२, शनिबार ]
[ 22 Nov 2025, Saturday ]

पोषण बगैचासे डाई ओ लर्कनहे फाइदा

पहुरा | ६ मंसिर २०८२, शनिबार
पोषण बगैचासे डाई ओ लर्कनहे फाइदा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ६ अगहन ।
ग्रामीण गाउँघरमे अभिनफे सन्तुलित आहार पौष्टिक खाना खाई नैजन्ना ढेर जाने बटै,–‘कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ७ रामपुरमे रहल प्रगतीशिल स्वास्थ्य आमा समुहके अध्यक्ष सोनीय चौधरी कहली ।

थारु समुदायमे टे आउ झन कबु दाल भात, चटनी केल्ह खालेना, टे कबु टर टिहुवारके बेला सिकाराही हुजैना करठ । यैसिन खाना गर्भवती, सुत्केरी महिला होए या ठ¥या मनै होए प्राय अभिनफे खैना चलन बा कलेसेफे अचम्म मन्ना बाट नैहो ।
पोषणमे सहयोग पुगैना ओ कुपोषण दरमे कमी ल्यानेक लाग कैलाली जिल्लास्थित कैलारी गाउँपालिकाके द्ुई ठो वडा ४ ओ ७ मे पोषण सुधारके लाग पोषण बगैचा सुरुवाट कैगिल बा ।

केयर नेपाल, आइडिइ नेपालके आर्थिक सहयोग ओ याक नेपालसे पोषण परियोजना अन्र्तगत स्वास्थ्य आमा समुहके सदस्यहुक्रे पोषण सुधारके लाग पोषण बगैचा सुरुवाट करले बटै । पोषण परियोजना संचालन हुइलपाछे समुहमे जोरल हजार दिने डाई मनैनके खानपानमे भर परिवर्तनसंगे कुपोषित लर्कनके संख्यामे कमी आइल बा ।

पहिले जस्टे पाई टस्टे खाली, समुहके अध्यक्ष सोनीय कहली, ‘पोषण परियोजनासे भारी सिकाई हुइल बा, अब्बे भर पोषणयूक्त खाना खैना सुरुवाट करलपाछे हजार दिने डाई मनै ओ लर्का दुनहुनके पोषणमे सुधार हुइल बा ।
केयर नेपाल, आइडिइ नेपालके आर्थिक सहयोग ओ याक नेपालसे पोषण परियोजना आर्थिक प्राविधिक सपोटसे हजार दिने लरको¥या डाई मनैनहे किसान कार्डके उपलब्ध करैले बा । जौन किसान कार्डके सहयोगसे सुत्केरी महिलाहुक्रे पोषण बगैचा सुरुवाट करले बटै ।

पोषण बगैचामे राशायानिक मल, विषादी मुक्त बनैटी शुद्ध अर्गानिक बनाइक लाग जैविक मल ९केचना, कम्पोष्ट० ओ किराकाँटीनसे बचाइक लाग जैविक विषादी ९झोलमोल०के प्रयोग करल समुहके अध्यक्ष सोनीया कहली ।
हमार पोषण बगैचामे टमान मेरिक टिना लगाइल बा, उहाँ कहली, ‘पहिलेफे टिना टावन टे लगाई मने मेरमेराइक टिना टावन लगाइल नैरही । ओ कैसिक खैलेसे लरको¥या डाई, लर्कनहे पोषणमे सहजता पुगी कना पत्ता नैरहे । परियोेजना लागु हुइलपाछे पौष्टिक खानाके महत्व ओ उपभोग करलपाछे डाई ओ लर्का डुनहुन फाईदा पुगल बा ।’
पोषण बगैचामे लगाइल टिना आवश्यकतासे ढेर हुइलेसे विक्रीफे सोच रहल सोनिया बटैठै ।

सोनीया जस्टे उ समुहके सदस्य तथा महिला स्वास्थ्य स्वयं सेविका सुन्दरी चौधरीफे पोषण बगैचासे डाइक मनैनके स्वास्थ्य ओ लर्कनहे हुइना कुपोषणहे न्यूनिकरण करलेक लाग भारी सहयोग पुगल बटैली । पोषण बगैचामे टिना खेती योजना अनुसार करल ओरसे घरे खैना ढेर हुइलपाछे विक्री वितरण सोच रहल बटैली ।

कैलारी गाउँपालिका उपाध्यक्ष भगवतीकुमारी चौधरी याक नेपालसे संचालन करल पोषण परियोजना प्रभावकारी रहल कहटी परियोजनामार्फत हुइल गतिविधि ओ मजा बाट समुहके सदस्यनसे समुदाय ओ छरछिमेकमे सिखैना आग्रह करली । परियोजना निश्चित समयके लाग रना कहटी सीपके सदुपयोग करलेसे व्यवसायिक रुपमे आघे बह्रे सेक्ना उहाँ बटैली ।
गाउँघरमे लागु औषध तथा बालविवाह व्यापक रहल कहटी बालविवाहसे जलमना लर्का कम्जोर ओ डाई मनै खैनामे ध्यान डेहे नैसेक्लेसे लर्का कुपोषित हुई सेक्ना बटैली ।

कैलारी गाउँपालिका स्वास्थ्य शाखाके प्रमुख नरेशकुमार चौधरी गैल असारमे कुपोषणके सर्वे करेबेर ७८ जनहनमे कडा खाले कुपोषण लागल लर्का भेटलमे अब्बे सुधार हुके सख्या ३४ जाने केल्ह रहल बटैलै ।

उहाँ कहलै, ‘कैलारी गाउँपालिकासे पोषणके कार्यक्रम सुरुवाट करले बा । याक नेपालसे पोषण परियोजना संचालन करलपाछे झन कुपोषण घटैना सहजुल बा ।’ उहाँ कैलारीके ३, ४, ५ ओ ८ नम्बर वडाहे पोषणमैत्री घोषणा करेक लाग फेरे स्क्रिनिङ कैना जनैलै ।

याक नेपालसे केयर नेपालके साझेदारी तथा आइडिई नेपालके आर्थिक सहयोगमे कैलारी गाउँपालिकाके दुई वडामे ३७ जनहनहे सपोट करल आइडिई नेपालके परियोजना अधिकृत दामोदर भट्ट बटैलै ।

याक नेपालके लैङिक समानता सामाजिक समावेशीकरण अधिकृत सरिता चौधरी पोषण परियोजना कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ४ ओ ७ के २५ ठो आमा समुह पोषण सुधारके लाग पोषण बगैचा सुरुवाट करल बटैली ।

हजार दिनके लरकोरया डाई ओ बच्चाके पोषण सुधारके लाग पोषणके गतिविधि करजैटी बा, उहाँ कहली, ‘सीमान्तकृत समुदायके लाग विउ पुँजीके रुपमे १० हजार रुप्या सहितके किसान कार्ड उपलब्ध करागैल बा । जिहीहे उ समुहमे रहल लरकोरया डाई सागपात, हरियार टिना टावन उत्पादनके लाग विया किन्ना, पोषण बगैचा निर्माण कैना ओ टिना उत्पादन अन्र्तगत कृषि कार्यमे प्रयोग हुइना समान किन्ठै ।

याक नेपालसे आमा समु्हमे आवद्ध रहल ५ सय जनहनहे किसान कार्ड उपलब्ध करैले बा, जौन कार्डमे टिनाके विया, हजारी, पानी डरना पाइप, जाली, उत्पादन पोषण बगैचाके लाग सपोट करल उहाँ बटैली ।
पोषण बगैचामे मौसमी तथा वेमौसमी टिना उत्पादन कैगिल बा । कलेसे महिलाहुकनके बच्चनके लाग झोल लिटो पकैना तरिकाफे सिखागैल बा । पोषण परियोजना लागु हुइलपाछे पोषणयूक्त खानाके साथे स्वास्थ्य संस्थामे समय समयमे चेकजाँच करैटी रहलपाछे कुपोषणके जटिल खाले केस सामान्य अवस्थामे ल्यन्ना मद्दत मिलल उहाँ बटैली ।

पहिलेक तुल्ना महिलाहुक्रे आपन बच्चनके कुपोषणसे बचाइक लाग सचेत हुइनाके साथे चासो लेहल बटैली । याक नेपालसे उहाँहुकनहे तालिम, सामाजिक विश्लेषणके आधारमे चेतना प्रदान कैगिल उहाँ बटैली ।

ओस्टेक महिलाहुकनके क्षमता अभिबृद्धि, पोषण सुधारके लाग हजार दिनके डाईहुकनके आपन घर भिटर हुइना निर्णयमे पहुँच पुगे कना उद्देश्य सचेतीकरण करल, घरेक स्रोत साधानमे पहँुच पुगे कहिके छलफल चलैटी आइल उहाँ बटैली ।
याक नेपाल स्वास्थ्य संस्था संचालनमे प्रभावकारी बनैना ओरफे काम करटी रहल बा, उहाँ कहली ‘समुदायसे लेके सरकारके संरचनागत सुधारमे सपोट हुइना मेरिक काम करटी । ओम्ने स्वास्थ्य संस्थाहे इकुपमेन्ट सपोट, स्वास्थ्यकर्मीनके क्षमता अभिवृद्धिके काम, समुदायस्तरमे सचेतनामूलक काम परियोजना अन्र्तगत कैगिल बा ।

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