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‘वन क्षेत्र सुधारके लाग आवश्यक व्यवस्थापन सरकारसे करी’

पहुरा | २२ मंसिर २०८२, सोमबार
‘वन क्षेत्र सुधारके लाग आवश्यक व्यवस्थापन सरकारसे करी’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २२ अगहन ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्यमन्त्री कमलबहादुर शाह वन क्षेत्रमे सुधारके लाग आवश्यक व्यवस्थापन प्रदेश सरकारसे कैना बटैले बटै ।

सुदूरपश्चिमममे वन व्यवस्थापनके सवाल सम्बोधनके लाग गठित कार्य दलके सुझावसहितके प्रतिवेदन बुझटी उहाँ यैसिन बटाइल हुइट । मुख्यमन्त्री शाह संघ ओ प्रदेशके विद्यमान नियम, कानुन ओ कार्यक्षेत्रभिटर रहिके सुझावहे व्यवहारिक रुपमे कार्यान्वयननके लाग प्रदेश सरकार प्रतिवद्ध रहल बटैलै ।

दिगो वन व्यवस्थापनके विषयमे सरोकारवालासंग छलफल ओ परामर्श करके आघे बह्रना उहाँक कहाई बा । वनक्षेत्रके काठ दाउरा बिक्रीवितरण पारदर्शी ओ प्रभावकारी बनैना इ–विडिङ्गके माध्यमसे आघे बह्रे पर्ना मुख्यमन्त्री उल्लेख करलै । वन उपभोक्ता समूहके सुदूरपश्चिम प्रदेश स्तरीय आन्दोलन परिचालन समन्वय समितिसे टमान २५ बुँदे मागपत्र धारके प्रदेश सरकारहे ज्ञापनपत्र बुझाइल रहे । सरकारसे आन्दोलनरत पक्षके माग सम्बोधन हुइना करके कार्तिक २८ गते विष्टके संयोजकत्वमे १७ सदस्यीय कार्यदल गठन करल रहे ।

कार्यदलसे सुदूरपश्चिम प्रदेश वन ऐन २०७७ के दफा १८ के उपदफा (२) मा डिभिजनल वन अधिकृतसे राष्ट्रिय वनके व्यवस्थापन करेबेर उपयुक्त वन सम्वद्र्धन प्रणाली अपनाई पर्ना सुझाव डेहल बा । स्वीकृत वन व्यवस्थापन कार्ययोजनाके अधिनमे रहिके व्यवस्थित वन, चक्ला वन, साझेदारी वन, वन संरक्षण क्षेत्र, सामुदायिक वन, धार्मिक वन, कबुलियती वन वा अस्टे अन्य वन व्यवस्थापन पद्धति अवलम्बन करेपर्ना सुझाव डेहल बा ।

ओस्टेक करके, राष्ट्रिय वनके व्यवस्थापन करेबेर वनके अवस्था अनुसार दिगो व्यवस्थापनके लाग स्थानीय समुदायके परम्परागत ज्ञान, प्रथाजनित अभ्यास, सामुदायिक सहभागिता सहितके निर्णय ओ सुशासनमे आधारित रहिके उपयुक्त वन सम्बद्र्धन प्रणाली (सिल्भिकल्चर सिस्टम) अपनाई पर्ना लगायत कार्यदलके सुझाव बा ।

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