थारु राष्ट्रिय दैनिक
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बरघर प्रथा ओ बारबर्दियासे सिखाइ

पहुरा | ७ माघ २०७७, बुधबार
बरघर प्रथा ओ बारबर्दियासे सिखाइ

पाँच बरसके लग चुनगैल दुइ तिहाइके सरकार अपने मुराढि तीन बरसमे मुँहक बल गिरल बा । सरकारके स्थायित्व नैरहटसम देश विकास हुइना सम्भव नै हो । मने बुझके बुझ पचैटि नेतनके अनाडिपनले, पार्टीमे डेखा परल गुटगत घिनौना खेलले देश डुब्ना संघारमे बा ।

बहुट बरस स्थानीय चुनाव हुइ नैसेकल अवस्था रहे । चुनाव होके जनप्रतिनिधि फे आ सेक्लाँ, मने सरकार चलुइयनके छिनाझप्टिले जनता सरकारके अनुभुति करे पाइ नैसेक्ठुइट । अपन सरकार अपनेहे गिराके अब्बे चुनावके मिति टोक गइल बा । मने चुनाव हुइना अवस्था नैडेखाइठो । असिनमे बरघर प्रथासे आउर जाने सिख्ना चाहि कि ? काजेकि गाउँक अगुवा बरघर प्रत्येक बरस कम्टिमे माघक पहिला अठवार अनिवार्य चुन जाइठ । गाउँक एक घरक एक सडस्य अनिवार्य भुरा खेलमे आके लोकतान्त्रिक प्रक्रियाले सर्वसम्मत ढंगले बरघर चुनजाइठ । थारु समुदायहे सरकारके प्रतिनिधिसे फेन अपन प्रतिनिधि बरघर अनिवार्य चाहठ ।

सरकार चलुइयन पाँच बरसके लग चुन्जैठाँ । मने थारु गाउँक बरघर बर्सौं बरस गाउँक अगुवाइ करटि रहल बहुट उडाहरन बा । इहे क्रममे धनगढी उपमहानगरपालिका–८, धनगढी गाउँक सरोज चौधरी इ साल फे बरघर चुनगैल बाटै । उहाँक इ बरस बरघर बनल २६ औं फेरा हो ।

ओस्टक कैलारी गाउँपालिका–३, मुडा गाउँके बरघरमे भोला चौधरी १४ औँ फेरा चयन हुइल बटै । इहिसे पहिले उ गाउँमे बरघरहे कुछ फे ज्याला नै रहे । मने इ बरससे बरघर ओ लिखनडरिया (सचिव) हे घरौरा दस किलो धान डेना निर्णय समाज कर्ले बा । बरघर, भल्मन्सन ओइनके हर्जाना वाफट गाउँक मनै टिहाइ डेके सम्मान कर्ना मजा परम्परा हो । मने यम्ने सरकार फेन लागमेल करडेना चाहि । जस्टे कि कञ्चनपुरके पुनर्वास नगरपालिका उहाँक बरघरियन कुछ पारिश्रमिक टोक्ले बा, ओस्हक सक्कु स्थानीय निकाय ओइनके सम्मान करक चाहि ।

बरघर प्रथा परम्परागत प्रथा हो । ओहेसे गाउँ चलैना सामान्य नियम बना जाए भुरा खेलमे । मने समय परिस्थिति अनुसार भुरा खेलमे आब लावा लावा निर्णय हुइटि बा । जस्टे कि धनगढी गाउँके भल्मन्सा सरोजके अनुसार भुरा खेलसे शिक्षामे विशेष जोड डेना कहिगिल बा । इ प्रस्ताव कसिक आगे बह्रैना अगुवा जन्हि, मने भुरा खेलमे शिक्षाके बाट प्रवेस हुइना एक मेरिक क्रान्ति हो ।

थारु समुदायके बरघर प्रथाहे सरकारसे कानूनी मान्यता डेहे पर्ना माग सबओर्से उठ्टि आइल बा । बरघर प्रथाके महत्व स्थानीय सरकारके जनप्रतिनिधिन महसुस करहि पर्ना बा । इहे क्रममे बर्दियाके बारबर्दिया नगरपालिका अपन क्षेत्रभिट्टरके बरघरियन समेटना हिसाबसे बरघर सञ्चालन समिति ऐन जो बनैना परिषदसे पास करल सुखद खबर आइल बा । ओकर लग उहाँक् मेयर दुर्गा चौधरी कविर धन्यवादके पात्र बटाँ । बारबर्दिया नगरपालिकाके डेखाइल डगरमे थरुहटके आउर स्थानीय निकाय फेन लागिट ।

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