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‘आर्थिक कारण आवश्यकता परिपूर्ति नैहुइल’

पहुरा | ७ माघ २०७७, बुधबार
‘आर्थिक कारण आवश्यकता परिपूर्ति नैहुइल’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ माघ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्यमन्त्री त्रिलोचन भट्ट सीमित आर्थिक स्रोतके कारण सुदूरपश्चिम प्रदेशके जनताहुक्रनके आवश्यकता परिपूर्ति नैकरे सेकल बटैले बाटै ।

बुधके रोज प्रदेश सभाके चौथो स्थापना दिवसहे सम्बोधन कैटी मुख्यमन्त्री भट्ट प्रदेशमे रहल सीमित आर्थिक स्रोत साधनसे यहाँके जनताहुक्रनके आवश्यक पुरा करे नैसेकल बटाइल हुइट । मने प्रदेश सरकार आइल पाछे यहाँके विकासके लाग टमान कुछ काम करल बटैटी ओकर परिणाम अइना बाँकी रहल उहाँ बटैलै ।

‘कानुन बनाइबरसे लेके कानुनहे कार्यान्वयनके लाग जौन समस्या रहल, उहीहे मध्य नजर कैटी जनताके हितके लाग कैसिक काम करे सेकजाइ कना हमार चुनौतीके विषय रहल बा,’ मुख्यमन्त्री भट्ट कहलै– ‘जनताके अपेक्षा ढिउर रहटी रहटी फेन प्रदेश संग रहल साधन स्रोतहे परिचालन कैके उ आवश्यकता पुरा करक लाग स्रोत प्रायाप्त नैहो ।’

‘नीति निर्माण, कानून निर्माण ओ कार्यान्वयन कैनाके साथे उहीहे व्यवस्थित रुपमे आघे बह्राइक लाग आर्थिक स्रोतके आवश्यकता पर्ना मने आर्थिक स्रोत कम हुइल ओरसे सोचल जस्टे काम नैकरे सेक्ली हुइ,’ मुख्यमन्त्री भट्ट कहलै ।

उहाँ इ अवधिमे प्रदेश सरकारसे ३३ अर्वके तिनठो जबेट लानल बटैलै । मने प्रदेशके २५ लाख जनताके आवश्यकता पुर्तिके लाग उ बजेट कम रहल बटैलै । मुख्यमन्त्री भट्ट सुदूरपश्चिम प्रदेश विगतसे पाछे पारल, विगतमे विकास फेन हुइ नैसेकल बटाइल रहिट ।

सम्बोधनके क्रममे मुख्यमन्त्री भट्ट प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओलीके असंवैधानिक कदमसे जनतासामु माफी मागे परल बटाइल रहिट । मुख्यमन्त्री भट्ट राजनीतिक अस्थिरता अन्त्य कैना कहिके जनतासे पाँच बरसके लाग भोट मागल जनप्रतिनिधि अब्बे जनतासंग माफी मागे पर्ना अवस्था आइल बटैलै ।

प्रधानमन्त्री ओलीसे करल प्रतिनीधीसभा विघटन संविधानमे व्यवस्था नै रहल असंवैधानिक कदम रहल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘प्रधानमन्त्री पार्टी भिट्टरके रिस सदनमे प्रहार करलै, ओकर परिमाण स्वरुप अब्बे हम्रे जनतासे माफी मागे परल बा ।’

प्रतिनीधी सभा विघटनके मुद्दा अब्बे अदालतमे विचाराधिन रहल बटैटी उहाँ अदालतसे सही निर्णय नै करलेसे देश फेनसे दुर्घटनाओर जैना निश्चित रहल बटैलै । उहाँ सदन भंग कैना कोइ फेन स्वीकार नै करल बटैलै ।

प्रधानमन्त्रीसे प्रदेश सभा विघटनबारे टमान ठाउँमे बाल्टी रहल कहटी उहाँ आपत्ति जनैलै । उहाँ कहलै, ‘प्रदेश सभाबारे संघीयता नै चहुइयाहुक्रे गलत हल्ला फैलैटी रहल बाटै जनताहुक्रे यकर प्रतिवाद करे परल ।’

कार्यक्रममे नेकपा संसदीय दलके प्रमुख सचेतक तारालामा तामाङ फेन प्रधानमन्त्रीसे चालल् कदम असंवैधानिक रहल कहटी विरोध जनैलै । उहाँ प्रधानमन्त्रीके कदमहे प्रदेश सभासे प्रतिवाद कैना बटैलै ।

नेपाली कांग्र्रेस संसदीय दलके नेता डा. रणबहादुर रावल अपनेहुक्रे संस्थापक अवस्थामे रहल कहटी प्रदेश सभा दिगो बनाके लैजाइ पर्ना शुभकामना व्यक्त करल रहिट । उहाँ प्रदेश सरकारसे सभाहे विजनेस डेहे नैसेकल बटैटी प्रदेश सभासे पास करल विधेयक कार्यान्वयन कैना ओर अग्रसर नैहुइल फेन आरोप लगैलै ।

नेता रावल फेन प्रधानमन्त्रीसे चालल् कदम संविधानके मर्मविपरीत रहल बटैलै । ओलीसे चालल् कदम लोकतन्त्रउपर प्रहार हुइल बटैटी उहाँ उ कदमके प्रतिवाद करटी आइल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘नेपाली कांग्रेस लोकतन्त्र ओ प्रजातन्त्रके पक्षमे बा, सत्तारूढ दल सुध्रलेसे साथ डेना तयार रहल बाटी ।’

प्रदेश सभा सभामुख अर्जुन बहादुर थापा संघीयताके जग बैठाइल बटैलै । उहाँ प्रदेश सभासे लोकतान्त्रिक गणतन्त्रहे संस्थागत कैना सफल हुइल धारणा व्यक्त करलै ।

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