भागवन्डा खोज्न प्रवृत्तिसे नेकपा विभाजन

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १४ माघ । नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (नेकपा) धनगढी उपमहानगर कमिटीके चौथो बिस्तारित बैठक तथा भेला सम्पन्न हुइल बा ।
बुधके धनगढीमे हुइल बैठक तथा कार्यकर्ता भेलासे पाँचसय एक सदस्यीय नयाँ नगर कमिटी घोषणा करले बा । बिस्तारिक बैठकसे नगर कमिटीके संयोजकके जिम्मेवारी रामचन्द्र चौधरीहे डेहल बा ।
कार्यक्रमहे सम्बोभन कैटी सुदुरपश्चिम प्रदेश कमिटि अध्यक्ष कर्ण थापा विघटित प्रतिनिधि सभा पुर्नस्थापना नैहुइ सेक्ना स्पष्ट पर्टी तोकल समयमे निर्वाचन हुइना दाबी करलै । उहाँ प्रधानमन्त्रीके कदम प्रतिगमन नैहोके अग्रगमन रहल बटैटी आब हुइना चुनावमे प्रधानमन्त्री ओलीके नेतृत्वमे आपन पार्टी देशभरमे बहुमत लन्ना फेन दाबी करलै ।
कार्यक्रममे नेकपाके केन्द्रीय सदस्य लिला भण्डारी, नेपालु चौधरी, दिपक देवकोटा, रणबहादुर चन्द, महेश्वर पाठक तथा कैलाली जिल्ला कमिटि अध्यक्ष रतन थापाके पहुनाइमे हुइल रहे ।
उ कार्यक्रममे नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (नेकपा) के नेताहुक्रे मुलुकमे अस्थिरता निम्त्याइ चाहना कुछ नेताहुक्रनके सत्ता स्वार्थके कारण पार्टीमे विभाजन आइल बटैले रहिट । उहाँहुक्रे प्रधानमन्त्रीहे चारुओरसे घेराबन्दी कैना ओ हरेक ठाउँमे भागबण्डा खोज्न प्रवृत्तिके कारण मुलुकहे अप्ठेरो अवस्थासे बचाइक लाग प्रतिनिधिसभा विघटन हुइल ओ इ संवैधानिक रहल दावी फेन करले बाटै ।
नेकपा धनगढी उपमहानगर कमिटीके बिस्तारित बैठक एवं भेलाहे संबोधन करटी ओली समूहके नेताहुक्रे जनता विरुद्धके एजेण्डा लेके अपने दुई तिहाईके सरकारहे ढाले खोजल कहटी आब इ प्रवृत्तिके विरुद्ध एकतावद्ध होके आघे बह्रे पर्ना जोड डेलै ।
बैठकहे संबोधन करटी नेकपाके केन्द्रिय कमिटि सदस्य दिपक देवकोटा देशमे स्थिरता ओ स्थायित्व कायम कैना सरकारसे प्रतिनिधि सभा विघटन कैके जनतामाझ जैना निर्णय लेहल बटैलै । ‘पार्टीके कुछ नेताहुक्रे नीति, सिद्धान्त ओ विचारसे फेन भागवण्डा खोज्न ओ प्रधानमन्त्रीहे कामे करे नैडेना प्रवृत्ति डेखगैल, इ खाले अस्थिरताके अन्त्यके लाग सरकारसे प्रतिनिधिसभा विघटन कैके ताजा जनादेशमे जैना निर्णय लेहल होे’, उहाँ कहलै ।
सरकारमे सहभागी मन्त्री प्रधानमन्त्रीप्रति उत्तरदायी हुइ पर्नामे अलग अलग ठाउँसे निर्देशित हुइना ओ गुटगत भेलाके निर्णयहे पार्टीके बैठकमे अनुमोदन कराइ खोज्ना प्रवृत्तिसे पार्टीमे विभाजन आइल उहाँके विश्लेषण रहे ।
भेलाहे संबोधन करटी नेकपा केन्द्रीय सदस्य, प्रदेश सभा सदस्य नेपालु चौधरी सरकारसे संसद् विघटन कैके माध्यावधि चुनावमे जैना निर्णय करलसंगे इ कदम संवैधानिक हो वा असंवैधानिक हो कना विषयमे बरवार बहस हुइटी रहल मने सरकारसे अग्रगामी कदम चालल् बटैलै ।
देशहे फेनसे स्थायित्वमे लानक लाग ओ फेनसे कम्युनिस्ट आन्दोलनहे एकताबद्ध करक लाग इ अपरिहार्य रहल फेन उहाँके कहाइ रहे । उहाँ देशमे स्थिरता नै चहुइया पक्षसे संसद् पुनस्र्थापनाके माग करटी आन्दोलन करटी रहल फेन बटैलै ।
पार्टीके औरे केन्द्रिीय सदस्य लिला भण्डारी पार्टीभिट्टर प्रधानमन्त्रीहे घेराबन्दी कैना ओ भागवन्डा खोज्न प्रवृत्ति नै नेकपा विभाजनके मुख्य कारण रहल बटैली । पुर्व माओवादीके नेता समेत रहल भण्डारीले पार्टीभिट्टरके दुई प्रवृत्ति लरेबर ओलीके जित हुइल ओ हरुइयाहुक्रे सडकमो आके तमासा डेखाइल बटैली ।
‘आपन दुई तिहाईके सरकारके प्रधानमन्त्रीहे अध्यक्ष ओ प्रधानमन्त्रीसे अपदस्थ करुइया कुछ नेताहुक्रनके योजना रहे, उ योजना असफल हुइलपाछे बाध्य होके सडकमे आइल हुइटै’, उहाँ कहली ।
नेकपा केन्द्रीय सदस्य रणबहादुर चन्द नेकपा विभाजन विद्रोह नैहोके बिग्रह आइल कहटी बिग्रहहे साथ डेहे नैसेक्ना समेत बटैलै ।
