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असारसे शैक्षिकसत्र सुरु कैना निर्णय

पहुरा | ६ फाल्गुन २०७७, बिहीबार
असारसे शैक्षिकसत्र सुरु कैना निर्णय

काठमाडौं, ६ फागुन । कोरोना भाइरस (कोभिड–१९) महामारीके कारण प्रभावित हुइल यी वर्षके शैक्षिक सत्र जेठमे सेक्ना हुइल बा ।

संशोधित नियमावली अन्सार यी वर्षके शैक्षिक सत्र जेठमे सेक्न ओ असार १ गतेसे नयाँ शैक्षिक सत्र सुरु कैना निर्णय हुइल शिक्षा मन्त्रालयके प्रवक्ता दीपक शर्मा जानकारी डेलै । उहाँ कहलै, ‘संशोधित शिक्षा नियमावलीहे आधार मानके हम्रे यी वर्षके शैक्षिक सत्र दुई महिनापाछे धकेल्न निर्णय करल हुई ।’

संशोधित शिक्षा नियमावलीमे, ‘महामारी वा अस्टे और विपद् वा विकट हिमाली क्षेत्रके कारण शैक्षिक सत्र परिवर्तन करे पर्ना अवस्था हुइलेसे मन्त्रालयसे शैक्षिक सत्र परिवर्तन करे सेक्जाई कना वाक्यांश उल्लेख बा ।

एक ठो शैक्षिक सत्रमे न्यूनतम १८० दिन अर्थात् एक हजार घन्टा पढाई परठ । सामान्यतयाः वैशाखसे शुरू हुके चैतमे शैक्षिक सत्र सेक्जाई । सार्वजनिक बिदा, साप्ताहिक बिदाबाहेक करिब दुई सय दिन विद्यालय सञ्चालन हुई । ओम्ने खेलकुद ओ अतिरिक्त क्रियाकलापफे समाबेस हुई ।

शिक्षा मन्त्रालयसे गैल कुवाँर १ गतेसे ‘सिकाइ सहजीकरण निर्देशिका, २०७७’ लागू तथा मूल्यांकन कैना स्थानीय तहहुकनहे निर्देशन डेहल रहे । मने, कुवाँरसे वैकल्पिक सिकाइ प्रभावकारी रुपमे लागु हुई नइसेकल । सिकाइ सहजीकरणमे विद्यार्थी जोरे नइसेकल विद्यालय माघ महिनासे भौतिक उपस्थितिमे विद्यालय संचालन सुरु करले बटै ।

माघसे केल पठनपाठन सुरु करल विद्यालयके व्यवस्थापन ओ शिक्षकमे जेठमे शैक्षिक सत्र पूरा करेक लाग महत्वपूर्ण जिम्मेवारी रहल नेपाल महासंघके अध्यक्ष सुप्रभात भन्डारी बटैठै । उहाँ कहठै, ‘अगहन ओ माघसे केल पढाई सुरु करल विद्यालयके व्यवस्थापन ओ शिक्षकमे जेठभिटर सेकैना जिम्मेवारी आइल बा ।

आब सक्कु सार्वजनिक विदा कटौती करके पढाई पर्ना अवस्था आइल बा । यी वर्ष पाठ्यक्रम संकुचन करके ७० प्रतिशत बनाइल बा । जेठमे शैक्षिक सत्र सेक्न दबाब उपत्यकाके विद्यालयमे रहल एनप्याब्सनके अध्यक्ष ऋतुराज सापकोटा बटैठै । उहाँ कहठै, ‘उपत्यकाके विद्यालयमे अध्ययनरत विद्यार्थी सिकाइ सहजीकरणसंग जोरे नइसेकल हुइट । भौतिक रुपमे विद्यालय संचालन हुइलपाछे केल जोरल विद्यार्थीमे ठोरिक प्रेसर हुई ।’

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