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‘ १११ औं अन्तर्राष्ट्रिय श्रमिक महिला दिवस ’

२७ सय १० महिला पीडित

पहुरा | २५ फाल्गुन २०७७, मंगलवार
२७ सय १० महिला पीडित

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २५ फागुन ।
महिलाविरुद्ध हुइना सक्कु मेरिक भेदभाव तथा दुव्र्यवहारके घटनामे सन् २०२० मे २७ सय १० जाने महिला पीडित हुइल अनौपचरिक सेवा केन्द्र (इन्सेक) जनैले बा ।

महिला तथा बालिका विरुद्ध हुइल हिंसासम्बन्धी घटनाके अध्ययन प्रतिवेदन–२०२० मे सन् २०२० के जनवरीसे डिसेम्बरसम देश भर ओटरा महिला तथा बालिका पीडिट हुइल अभिलेख हुइल बा । महिलाउप्पर हुइना हिंसाके घटनामे सन् २०२० मे फे प्रवृत्तिगत कमी नइआइल इन्सेक सुदूरपश्चिम प्रदेश संंयोजक खडकराज जोशी बटैलै । अभिलेखित घटनाके सङ्ख्यामे कुछ कमी विल्गैलेसेफे घटनाके प्रवृत्तिमे तात्विक भिन्नता नइपाइल उहाँ जनैलै ।

यी बरस बेचबिखन प्रयासके घटनामे ३२ जाने, बेचबिखनके घटनामे २५ जाने, घरेलु हिंसाके घटनामे १ हजार ३ सय ४६ जाने, कथित बोक्सीनीयाके आरोपमे ५८ जाने, बलात्कारके घटनामे ६ सय ४८ जाने, बलात्कार प्रयासके घटनामे १ सय ५२ जाने, यौन दुव्र्यवहारके घटनामे ६२ जाने महिला पीडित हुइल अभिलेख हुइल प्रदेश संयोजक जोशी बटैलै ।

ओम्नेसे सुदूरपश्चिम प्रदेशमे ३११, कर्णाली प्रदेशमे २२०, लुम्बिनी प्रदेशमे ८८४, गण्डकी प्रदेशमे २२५, बागमति प्रदेशमे ४१९, प्रदेश–२ मे २२२ ओ प्रदेश नम्बर १ मे ३२४ जाने पीडित हुइल बटै ।
‘मानव अधिकारमन्से सबसे भारी अधिकार जीवनके अधिकार हो,’ संयोजक जोशी कहलै, ‘मने टमान बहानामे महिलाहुकनके हत्या हुइना करल बा, यी वर्ष परिवाजनसे १ सय २ जाने महिलाके हत्या हुइल, गैल वर्ष यी सङ्ख्या १ सय २९ रहे ।’

महिला तथा बालिका विरुद्ध हुइल हिंसासम्बन्धी घटनाके अध्ययन प्रतिवेदन अन्सार डाइज नइनानल आरोपमे तीन जाने महिलाके हत्या हुइल, उहे कारणसे १२ जाने महिला हिंसामे परल अभिलेख हुइल बा ।

परिवारजनसे महिला मारल कुछ घटनामे पीडितपक्षसे हत्याके आरोप लगागिल कलेसे आरोपित पक्षसे आत्महत्या करल कहिके बटाइल पाइल बा । पोष्टमार्टम रिपोर्टमे आत्महत्या डेखल कहटी प्रहरीसे उजुरी नइलेहल घटनाफे अभिलेख हुइल बा ।

नेपालके जनसङ्ख्याके भारी हिस्सा बालबालिकाके बा, राष्ट्रिय जनगणना २०६८ अनुसार ४४ दशमलव ४ प्रतिशत १८ वर्षटरेक बालबालिका बटै, ओइनउप्पर टमान मेरिक शोषण हुइल इन्सेकके प्रतिवेदनमे जनाइल बा । शारीरिक रूपमे फे बालबालिका वयष्कसे कमजोर रठै, सोच्न शक्तिफे क्रमश विकास हुइटी रहल अवस्थासे ठिकबेठिक छुट्यइनाफे बालबालिकाहे गा¥हो हुइठ, इन्सेकसे करल अभिलेख अन्सार १ हजार ३ सय ९८ जाने बालिका पीडित हुइलै । जौन मन्से बलात्कारके घटनामे ९ सय ८९, यौन दुव्र्यवहारके घटनामे ३ सय ३५, बेचबिखन तथा ओसारपसारके घटनामे ३४ जाने, बाल विवाहके घटनामे ४० जाने बालिका पीडित हुइल अभिलेख हुइल बा ।

ओम्नेसे सुदूरपश्चिम प्रदेशमे ८१, कर्णालीमे ८५, लुम्बिनीमे २७३, गण्डकीमे ११४, बागमतिमे ३२७, प्रदेश–२ मे २२६ ओ प्रदेश–१ मे २८२ जाने रहल बटै ।

महिलाहुक्रे घरेलु हिंसासे प्रताडित हुइलेसेफे मेलमिलापके प्रावधानसे गम्भीर घटनामेफे ध्यान डेहल नइहो । घरायसी काम करटी करटी, जङ्गलमे घाँस काठी गैल बेलामे ओ घरेम ऐक्केली रहल मौका छोपके अधिकांश यौन अपराध हुइना करल बा । स्थानीय स्वास्थ्य संस्थामे कार्यरत स्वास्थ्यकर्मीहे विशेष प्रकारके तालिम प्रदान करके बलात्कारके घटनाके परीक्षण वैज्ञानिक तरिकासे कैना सक्षम बनैना अति आवश्यक रहल बा । जिहीसे घटना लगटे पीडितके स्वास्थ्य परीक्षण होए ।

ओस्टेक करके स्थानीय स्तरमे रहल प्रहरीहे महिला हिंसाके घटनाहे तत्काल सम्बोधन हुइना करके तदारुकता डेखैना सक्षम बनैना तालिम प्राप्त बनैनाफे ओटरे आवश्यक बा ।

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