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‘ रेशमके रिहाइबारे सरकार ओ जसपाबीच छलफल ’

फोँकटमे कुहीहे समर्थन नैकरबः महतो

पहुरा | २६ फाल्गुन २०७७, बुधबार
फोँकटमे कुहीहे समर्थन नैकरबः महतो

काठमाडौँ, २६ अगहन । सरकार ओ जनता समाजवादी पार्टीबीच रेशम चौधरीके रिहाइबारे छलफल हुइल बा । जसपा नेता लक्षमणलाल कर्ण चौधरीके रिहाइके विषयमे छलफल कैना मंगरके बालुवाटार पुगल रहिट ।

‘प्रधानमन्त्री ओलीके सल्लाहकार ओ नेताहुक्रे अपनेहुक्रे प्रधानमन्त्रीके प्रतिनिधि हुइटी । वार्ता करे आउ कहलपाछे गैल रही । रेशम चौधरी लगायतके आन्दोलनके क्रममे जेलमे परल नेता कार्यकर्ता रिहाइके लाग छलफल हुइल हो,’ कर्ण कहलै ।

‘सांसद रेशम चौधरीहे छोरे परल कहिके सरकारके नेतृत्व करटी रहल दलसे वार्ता हुइल हो । छलफलमे मै ओ सर्वेन्द्रनाथ शुक्ल तथा नेकपा एमालेके ओरसे सुवासचन्द्र नेम्वाङ, प्रधानमन्त्रीके सल्लाहकार राजन भट्टराई ओ विष्णु रिमाल रहिट,’ कर्ण कहलै, ‘हम्रे सोम्मारके दिनके गैल रही । सत्ता सहकार्यबारे कुछ हुइल नैहो । हमार राखल बात सुन्लै ओ हम्रे फेन सुन्ली । उहाँहुक्रनके बात सकारात्मक रहे ।’

जसपासे सांसद रेशम चौधरीको रिहाइ, थरुहट ओ मधेस आन्दोलनके बेला नेता–कार्यकर्ताहे लागल मुद्दा फिर्ता, संविधान संशोधन लगायतके विषय सम्बोधन हुइ पर्र्ना सर्त राखल मने सत्ता साझेदारीबारे छलफल हुइल मने निचोडमे नै पुगल जनाइल बा ।

जसपाके वरिष्ठ नेता राजेन्द्र महतो आपन मागबारे ओली नेतृत्वके सरकारसे निरन्तर छलफलमे रलेसे फेन सरकार आपन प्रति गम्भीर नै हुइल ओरसे इ बेर कौनो फेन दलहे फोँकटमे समर्थन कैना पक्षमे नै रहल बटैलै । ‘दलसे छलफलके लाग हमारसंग दुई सदस्यीय कार्यदल बा, ओम्ने तीन जाने थपके पाँच सदस्यीय बनाब,’ उहाँ कहलै, ‘हम्रहीनहे सक्कुजाने पालिका पाला धोका डेले बाटै्, केपी ओलीहे चिन्हसेकल बाटी, माओवादी, कांग्रेस फेन चिन्हले बाटी । ओहेमारे हमार समर्थन नैरलेसे उहाँहुक्रनहे अप्ठ्यारो परे चाहे ज्या होए, जे हमार मुद्दाके सम्बोधन करी, उहीहे समर्थन कैना हो ।’

टीकापुर घटनामे संलग्न चौधरीसहित ८ जनहनहे उच्च अदालत दिपायल पुस २ गते जन्मकैदके फैसला सुनाइल रहे । २०७२ भदौ ७ गते टीकापुरमे एसएसपी लक्ष्मण न्यौपानेसहित ८ जनहनके ज्यान गैल रहे । उहे घटनाके योजना बनाके नेतृत्व करल आरोपमे इहीसे आघे रेशमसमेत ११ जनहनहे कैलाली जिल्ला अदालतसे जन्मकैदके सजाय सुनाइल रहे ।

उच्च अदालतसे उ मध्ये ७ जनहनके सजाय सदर करले बा कलेसे चार जनहनके सजाय घटैले बा । जसपासे टीकापुर घटना राजनीतिक विषय रहल ओरसे चौधरीके रिहाइ हुइ पर्ना बटैटी आइल बा ।

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