न्यूनस्तर खाद्य वस्तु बेचुइयाहे जरिवाना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ७ चैत । धनगढीमे न्यूनस्तर खाद्य पदार्थ उत्पादन, विक्री वितरण करुइया व्यवसायीहे कैलाली जिल्ला अदालतसे २५/२५ हजार जरिवाना फैसला करले बा ।
कोरोना महामारीके समयमे धनगढी उपमहानगरपालिकासे राहत स्वरुप चाउर वितरण करेबेर न्यूनस्तरके चाउर फेला परल रहे । खाद्य प्रविधि तथा गुण नियन्त्रण कार्यालयसे धनगढी ८ बैठुइया रश्मी अग्रवाल ओ धनगढी १ बैठना मधु पाठकविरुद्ध जिल्ला अदालतमे असार २५ गते मुद्दा दर्ता कराइल रहे ।
उ मुद्दामे जिल्ला अदालतसे दुनु प्रतिवादीहे २५/२५ हजारके दरसे ५० हजार रकम जरिवाना फैसला करल कार्यालयके प्रमुख दाहाल बटैलै । यी आघे वाणिज्य आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण कार्यालय कैलालीसे चाउर आपूर्ति करुइया धनगढीके ठाकुर एग्रो इन्ड्रष्टिज (ठाकुर टे«ड लिंक) हे दुई लाख रुप्या जरिवाना करैले रहे ।
दुसरा चौमासिक प्रगति सार्वजनिक
खाद्य प्रविधि तथा गुण नियन्त्रण कार्यालयसे आर्थिक वर्ष २०७७/७८ के दुसरा चौमासिक प्रगति विवरण सार्वजनिक करले बा ।
धनगढी ओ मातहतके कार्यालयसे चालु आर्थिक वर्षके अवधिमे हुूइल करल कामके प्रगति विवरण शुकके सार्वजनिक करल हो । कार्यालयके चालु आर्थिक वर्षमे एक करोड ३६ लाख ४३ हजार बजेट रहलमे हालसम ३८ लाख १३ हजार बजेट खर्च करले बा । कार्यालयसे चालु आर्थिक वर्षके हालसम एक हजार ९५ खाद्य नमुना, १८ दाना नमुना विश्लेषण करले बा । कलेसे दुई सय ८४ खाद्य अनुज्ञापत्र ओ १० दाना अनुज्ञापत्र सिफारिस, जारी तथा नविकरण करले बा । कार्यालयसे ५० खाद्य नमुना ओ १० दाना नमुना संकलन करले बा । कार्यालय प्रमुख दाहाल कहलै–‘संकलन करल नमुना परिक्षण करेबेर ३५ ठो कैफियत डेखल रहे ।’
कार्यालय प्रमुख दाहालके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे खाद्य प्रविधि तथा गुण नियन्त्रण विभागके महानिर्देशक उपेन्द्र राय प्रमुख वडका पहुना रहिट । उ अवसरमे बोल्टी राय अव खाद्यके संरचनाहे स्थानीय तहसम पुगैना तयारी हुूइल बटैलै । उहाँ कहलै –‘विभागसे अर्थ, सामान्य प्रशासन लगायतके विषयगत मन्त्रालयसंग समन्वय करके हरेक स्थानीय तहमे खाद्यके संरचना पुगैना तयारी करल बा ।’ उहाँ स्थानीय तहमे खाद्य प्रविधि तथा गुण नियन्त्रण हेल्थ डेस्क स्थापना करके गतिविधी आघे बढैना बटैलै । उहाँ खाद्यके संरचनाहे तहसम पुगैना स्थानीय सरकार सञ्चालन ऐनफे संशोधन करे लागल बटैलै ।
उहाँ विगतके तुलनामे अब्बे बजारमे सुधार हुइटी गैलफे बटैलै । उहाँ कहलै –‘विगतमे हमार संरचना छ ठो केल रहे । अब्बे संघियता लागु हुइलसंगे हम्रे ४३ जिल्लामे पुगसेकल बटी । अभिन हम्रे यिहीहे ठप विस्तार करटी लैजैम । हमार सक्रियतासे अब्बे बजारमेफे सुधार हुइल बा ।’ उहाँ आम उपभोक्ता सचेत नइहुइटसम सरकारके ऐक्केली प्रयाससे बजारमे हुइल वेथिति हट्न सम्भव नइरहल बटैलै ।
कार्यक्रममे कैलालीके सहायक प्रमुख जिल्ला अधिकारी हिरालाल चौधरी बजार स्वच्छताके लाग बजार अनुगमन कैना टमान समिति तयार हुइल बटैलै । उहाँ– ‘अब्बे बजार अनुगमनके लाग संघीय, प्रदेश ओ स्थानीय तहके अपने संरचना बा । उहे संगे जिल्ला प्रशासन कार्यालय, खाद्य प्रविधि तथा गुण नियन्त्रण कार्यालय, नापतौल कार्यालय, वाणिज्य आपूर्ति तथा उपभोक्ता कार्यालय लगायतसेफे बजार अनुगमन करटी बा ।’ उहाँ बजार अनुगमनके संरचना बढलेसेफे समन्वय अभाव रहल बटैलै । उहाँ कहलै–‘हम्रे एकदुसरसंग समन्वय नइकरके बजार अनुगमन करेसेफे अनुगमनके प्रभावकारिता बढल नइहो ।’
कैलाली उद्योग वाणिज्य महासंघके महासचिव ओमबहादुर विष्टसे सीमासे चोरी पैठारी हुके आयात हुइल अखाद्य सामाग्रीसे बजारमे वेथिति बढाइल बटैटी ‘यैसिन कार्यहे रोक्नामे सम्बन्धित निकाय जोड डेहे परठ ।’
खाद्य उपभोक्ता हकहित मञ्चके केन्द्रीय उपाध्यक्ष धनपति ढुङ्गेल अब्बेफे खाद्यके गुणस्तरबारे स्थानीय सरकारके ध्यान जाई नइसेकल बटैलै । उहाँ कहलै– ‘बजार अनुगमन तथा व्यवस्थापनके जिम्मेवारी स्थानीय तहमेफे रहल बा । मने, उहाँ गठित समितिसे यिहीहे भर प्राथमिकतामे धारके काम करे सेकल नइहो ।’ उहाँ स्थानीय तहमे खाद्यके गुणस्तरबारे जानकारी हुूइल व्यक्तिफे नइरहल ओ परिक्षण कैना उपकरणफ नइरहल बटैलै । कार्यक्रमके सञ्चालन खाद्य अनुसन्धान अधिकृत उज्जवल कोइराल करले रहिट ।
