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सुदूरपश्चि प्रदेशके ६ जिल्ला औलोंके जोखिममे

पहुरा | १३ बैशाख २०७८, सोमबार
सुदूरपश्चि प्रदेशके ६ जिल्ला औलोंके जोखिममे

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १२ बैशाख ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशके छ जिल्ला औलोंके जोखिममे रहल बा । प्रदेशके कैलाली, कञ्चनपुर, अछाम बैतडी, डडेल्धुरा ओ डोटीमे औलो रोगी फेला परल बटै ।

स्वास्थ्य निर्देशनालयके अनुसार प्रदेशमे चालु आर्थिक वर्षमे प्रदेशमे एक सय ८६ औलोक विरामी फेला परल बटै । ओम्ने सबसे ढेर कैलालीमे फेला परल बटै । कैलालीमे चालु आर्थिक वर्षमे ७०, कञ्चनपुरमे ३६, अछाममे १४, बैतडीमे १२, डडेल्धुरामे नौ ओ डोटीमे सात जाने फेला परल जनाइल बा ।

प्रदेशमे स्थानीयसेफे आयातित औलोंके विरामी बढटी रहल बा । प्रदेशमे चालु आर्थिक वर्षमे एक सय १५ आयातित औंलोंके विरामी रहल जनाइल बा ।

प्रदेशमे आर्थिक वर्ष २०७६/७७ मे तीन सय २० औलोके विरामी रहल रहिट । जौन मन्से दुई सय ५५ आयातित ओ ६५ स्थानीय औलोके विरामी रहल रहिट । प्रदेशमे सबसे आयातित औलोंके विरामी कैलालीमे ढेर रहल रहिट ।

प्रदेशमे आ ब २०७४/७५ मे जम्मा मलेरियाके बिरामी संख्या ५८१ रहे कलेसे आर्थिक वर्ष २०७५/७६ मे घटके ४५६ पुगल रहे । निर्देशनालयके अनुसार प्रदेशके १८ वडा औलोके उच्च जोखिममे रहल बटै कलेसे ९३ वडा मध्यम जोखिममे रहल बटै ।

स्वास्थ्य कार्यालय कैलालीके अनुसार जिल्लामे धनगढी उपमहानगरपालिका, गोदावरी नगरपालिका औलोंके उच्च जोखिम मन्ना करल बा । कैलालीके तीन वडा उच्च जोखिममे रहल बटै कलेसे ४४ वडा मध्यम जोखिममे रहल बटै ।

स्वास्थ्य कार्यालय कैलालीके प्रमुख लालबहादुर धामी सन २०२२ भिटर स्थानीय औलोंहे शून्यमे झर्ना लक्ष्य लेहल बटैलै । उहाँ कहलै– ‘अब्बे जिल्लामे स्थानीय औंलोके विरामी फेला परल नइहुइट । आयातित औलोंके विरामीके संख्याफे कमि हुइटी आइल बा ।’ कैलालीमे आर्थिक वर्ष २०७६/७७ मे एक सय नौ औलोके विरामी रहलमे एक सय दुई जाने आयातित औलोके विरामी रहल रहिट ।

माईक्रोस्टाट्रीफीकेसन २०१९ के अनुसार सूदूरपश्चिम प्रदेश भिटर ३० ठो वडाहे उच्च जोखिम ओ १०४ ठो वडा मलेरीयाके मध्य जोखिममे रहल उल्लेख बा । आर्थिक वर्ष २०७५/७६ वार्षिक रक्त परिक्षण दर ३.३२ रहल रहे कलेसे आव २०७५/२०७६ मे घटके १.१५ केल रहल बा । मने कुछ पहाडी ओ हिमाली जिल्लामे यी दर बढलेसेफे तराईके कैलाली ओ कन्चनपुर जिल्लामे रक्त परिक्षणके दर घटल बा ।

सूदूरपश्चिम प्रदेश विगत आर्थिक वर्षके वार्षिक परजिवि प्रकोप दर २०७४/७५ मे यकर दर ०.२१ रहे कलेसे आव २०७५/७६ मे घटके १६ बा । आर्थिक वर्ष २०७६/७७ मे शुन्य दशमलब आठ रहल बा ।

स्वास्थ्य कार्यालय कैलालीके अनुसार औंलों और व्यक्तिमेफे सरे नइडेना स्वास्थ्य कार्यालयसे टमान गतिविधि करटी रहल जनाइल बा । कार्यालय प्रमुख धामी कहलै– ‘जोखिम क्षेत्रके पहिचान, संक्रमितके पहिचान तथा परिक्षण, निःशुल्क उपचार, किटनाशक झुल वितरण, विषादी छडकाउ लगायतके गतिविधि स्वास्थ्य कार्यालय ओ स्थानीय तह अन्तर्गत रहल स्वास्थ्य शाखासे करटी रहल बटै ।’

स्वास्थ्य कार्यालयके अनुसार आर्थिक वर्ष २०७४/७५ मे २० हजार दुई सय ६८ कीटनाशक झुल विरतण करल रहे कलेसे आर्थिक वर्ष २०७५/७६ मे ५१ हजार नौ सय ९० ओ आर्थिक वर्ष २०७६/७७ मे २२ हजार तीन सय ३६ किटनाशक झुल वितरण करल रहिट ।

विश्व औलो दिवस मनागिल

कैलालीसहित देशभर विश्व औलो दिवस विविध कार्यक्रम करके मनाइल बा । ‘शुन्य औलोंके लक्ष्यमे पुगाटीं’ कना मुल नाराके साथ मनाइल दिवसके अवसरमे स्वास्थ्य कार्यालय कैलाली धनगढीमे अन्तरक्रिया कार्यक्रम करल रहे ।

कार्यालय प्रमुख लालबहादुर धामीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे जिल्लामे औलोंके अवस्था, नियन्त्रणके लाग करल गतिविधि, औलों नियन्त्रणके नीति, कार्यक्रम लगायतके बारेमे प्रस्तुतिकरण करल रहिट ।

उ अवसरमे सहभागिहुक्रे पानी जम्न ठाउ“मे मच्छरके उत्पादन हुइना ओरसे ओसिन क्षेत्रमे विषादी छिटे पर्ना, फोहोरमैला क्षेत्रमे नियमित सरसफाई करे पर्ना लगायतके सुझाव डेहल रहिट । कार्यक्रमके संचालन मीनबहादुर धामी करले रहिट ।

कार्यक्रममे औलों क्षेत्रमे काम करटी आइल संघ/संस्थाके प्रमुख तथा प्रतिनिधि, महिला स्वास्थ्य स्वयम्सेविका लगायतके सहभागिता रहल रहे ।

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