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बन्दासे फेर्टी किसानके भविष्य

पहुरा | १३ भाद्र २०७८, आईतवार
बन्दासे फेर्टी किसानके भविष्य

बझाङ, १३ भदौ । बझाङके छविसपाथिभेरा गाउँपालिका–७ बुडखोरिका गोरख धामी टिना खेतीसे मनग्य आम्दानी कैटी आइल बाटै ।

परम्परागत तरिकासे अन्नबाली कैटी आइल धामी गाउँमे व्यावसायिक टिना खेती करे लागल हुइट । उहाँ हाल ३० रोपनी जमीनमे बन्दाखेती खेती कैटी आइल बाटै । उहाँ बन्दाखेतीसे गाउँमे सबसे ढिउर आम्दानी कैना किसानके रुपमे परिचित बाटै ।

कुछ बरस पहिले खेटुवामे औरे किसानहस खेतबारीमे परम्परागत तरिकासे धान, गहुँलगायत अन्नबाली लगैना करल उहाँ उहीसे परिवारके खर्च धान्नसमेत मुस्किल हुइलपाछे अब्बे बन्दाखेती करटी रहल बाटै ।

कृषि ज्ञान केन्द्र बझाङसे बन्दाखेतीके लाग धामीहे १०० पाकेट बन्दा निःशुल्क वितरण करल रहे । धामीके खेतबारीसे उत्पादित बन्दागोभी लग्गेक होटल ओ अन्य ठाउँमे समेत बिक्री हुइना करल बावै ।

“बन्दागोभीसे वार्षिक करिब दुई लाख कमाई हुइठ्”, उहाँ कहलै, “ इ खेतीसे वार्षिक रु चारसे पाँच लाखसम आम्दानी कैना लक्ष्य लेले बाटँु ।” आब कुछ दिनमे १०० क्विन्टल बन्दा स्थानीय बजारमे पठैना तयारीमे रहल उहाँ बटैलै ।

“आब इ क्षेत्रमे लाग सेक्नु । मजा करम कहिके लागल बाटुँ”, उहाँ कहलै, “बजारमे बन्दाके माग बह्रटी गैलपाछे यकर उत्पादनहे फेन क्रमशः बह्रैटी लैजाइटु ।”

कृषि ज्ञान केन्द्रसे प्रोत्साहन पाइलपाछे टिना खेतीमे उत्साह बह्रल उहाँ बटैलै । औरेजाने टिना खेती लगाइ सुरु करेबर अपने टिना बेच्न शुरु करल धामी बटैलै ।

टिना ढुवानीके साधन नैहोके ओ बजार नैपाके विगतमे ढिउर सास्ती खेप्टी आइल धामीहे कृषि ज्ञान केन्द्र ढुवानीके व्यवस्था मिला डेहलपाछे सजिल हुइल बा ।

टिना खेतीमे लागल किसानहे केन्द्रसे ढुवानीके लाग सहजता प्रदान कैना बासक छिट्वामे खरिद कैके वितरण करल ओ बन्दा राखल उ छिट्वाहे ट्र्याक्टरमे राखके बजारसम पगैना व्यवस्था करलपाछे सहजता हुइल उहाँ बटैलै ।

केन्द्रके प्रमुख टेकबहादुर विष्ट गाउँमे टिना खेतीके विस्तार ओ यकर ढुवानी तथा बजारीकरणके लाग केन्द्रसे सेक्ना सहयोग करटी रहल बटैटी यहाँसे उत्पादन हुइल बन्दा संकलन कैके अन्य जिल्लामे पठैना तयारी हुइटी रहल जानकारी डेलै ।

उहाँ कहलै, “टिनाके व्यावसायिक उत्पादनके लाग केन्द्रसे किसानहे गुणस्तरीय बीउ निःशुल्क उपलब्ध करैना योजना बनैले बा ।” टिना खेतीके लाग यान्त्रिकीकरणमे जोड डेना बटैटी उहाँ आधुनिक ढंगसे टिना खेती कैना ओर किसानहे प्रोत्साहन ओ तालिम प्रदान कैना बटैलै ।

विशेष कैके महिला किसानहे व्यावसायिक रुपमे टिना उत्पादनमे लाग्न प्रोत्साहन डेना कार्यहे प्राथमिकतामे राखल उहाँके कहाइ बा । धामी टिना खेतीसे सहजे आम्दानी करटी रहल डेखलपाछे औरे किसान फेन यहोर आकर्षित हुइलागल बटैलै ।

“टिनाके बजारमे माग उच्च बा, ताजा टिना लेहे साहु घरमे आजैठै” धामी कहलै, “आपन खेट्वामे उत्पादन हुइल टिना संकलन कैके साहुहे एकमुष्ट डेना करल बाटुँ ।” टिना ढिउर परिणाममे लगाइबर अचम्म मनुइया गाउँमे अचेल टिना खेतीके लहर चलल बा । अब्बे गाउँमे अन्य किसान फेन टिना खेतीमे जुटल बाटै ।

“बन्दाखेतीसे मजा आम्दानी हुइलपाछे जागर चलल् बा”, उहाँ कहलै, “टिना खेतीके आम्दानीसे घरपरिवार चलल् बा, आजसम निराश हुइ परल नैहो ।”

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