नेपालमे वार्षिक २ लाखजाने करैठै असुरिक्षत गर्भपतन

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १० कुँवार । नेपालमे प्रतिवर्ष ३ लाख ३२ हजार महिलाले गर्भपतन करैठै । उ मध्ये ५८ प्रतिशत असुरक्षित गर्भपतन करैटी रहल एक तथ्यांकसे डेखैले बा ।
अँट्वारके धनगढीमे हुइल ‘सुरक्षति गर्भपतनके अधिकार मौलिक हक सुनिस्चितताके आधार’ कना सातौ राष्ट्रिय सुरक्षित गर्भपतन दिवस २०७८ के अवसरमे हुइल छलफल तथा अन्तरक्रियामे प्रस्तुत एक तथ्यांकमे उल्लेख रहल बा ।
सामाजिक विकास मन्त्रालयके आयोजनामे हुइल कार्यक्रममे जनस्वास्थ्य महाशाखा प्रमुख नरेन्द्र कार्कीसे प्रस्तुत तथ्यांक अनुसार नेपालमे वार्षिक १ लाख ८६ हजार १४४ जाने असुरक्षित गर्भपतन करैटी रहल उल्लेख बा । ओम्नेसे मासिक १५ हजार ५१२ जाने प्रतिदिन ५२० ओ प्रतिघण्टा २१ जाने असुरिक्षत गर्भपतन करैटी रहल जनाइल बा ।
उहे तथ्यांक अनुसार नेपालमे ८६ हजार ८६९ जाने सुरक्षित गर्भपतन सेवा लेहल ओ गर्भपतन पश्चात सेवा लेहुइया ११ हजार ४६० जाने ओ गर्भपतन पश्चातके जटिलता व्यवस्थापनके लाग सेवा लेहुइयाके संख्या ६ हजार ५२ जाने रहल बाटै ।
कलेसे सुदूरपश्चिममे सुरक्षित गर्भपतन सेवा लेहुइया ९ हजार ५४२ जाने, गर्भपतन पश्चात सेवा लेहुइया १ हजार ३३० ओ गर्भपतन पश्चातके जटिलता व्यवस्थापनके लाग सेवा लेहुइया २२२ जाने रहल बाटै ।
यहोर गर्भपतन सम्बन्धी जनसमुदायसम पर्याप्त जानकारी नैपुगल ओरसे आभिन फेन ढिउर महिला सुरक्षित गर्भपतनबारे जानकारी नैरहल ओरसे असुरक्षित रुपमे लुकछिपके गर्भपनत करैना बाध्य रहल जनाइल बा । ओस्टके समाजमे गर्भपतन सम्बन्धि नकरात्मक दृष्टिकोण रहनाके साथे गर्भपतनहे प्रजजन स्वास्थ्य अधिकारके रुपमे लेहे नैसेकल ओरसे फेन असुरिक्षत गर्भपतन करुइयाके संख्या बह्रटी गैल हो ।
भ्रुणके लिंग पहिचान कैके फेन गर्भपतन करुइया ढिउर रहल बटाइल बा । सेती प्रादेशिसक अस्पतालके आमा सुरक्षाके फोकल पर्सन यसोदा ढकाल खास कैके भ्रुणके लिंग पहिचान कैके फेन गर्भपतन करैना करल बटैली । सक्कु जनहनहे एकठो छावा अनिवार्य चहना मने छाइ पेटमे रहटी किल सुचिकृत संघसंस्थामे नैजाके असुरक्षित रुपमे गर्भपतन करैना करल उहाँ औंल्याइली ।
ओस्टके खास कैके सुरक्षित गर्भपतन सुचिकृत स्वास्थ्य संस्थामे तालिम प्राप्त स्वास्थ्यकर्मी नियमित नैरहना ओ अवैधानिक रुपमे निजी क्लिनिक फार्मेसीसे फेन असुरक्षित गर्भपतन हुइना करल जनाइल बा ।
असुरक्षित गर्भपतन विकराल रुप लेटी रहल कहटी सुदूपश्चिम प्रदेशके सामाजिक विकास मन्त्री लालबहादुर खड्का चिन्ता व्यक्त करलै । उहाँ सक्कु जनहनके साथ सहयोगसे इ मेरके गैरकानूनी रुपमे हुइटी रहल असुरिक्षत गर्भपतनहे निरुत्साहित कैटी सुरक्षित रुपमे गर्भपतन कैना सन्देश डेना आवश्यक रहल बटैलै ।
नेपाल सरकारसे सुरक्षित गर्भपतन सेवा सरकारी स्वास्थ्य संस्थासे निःशुल्क रुपमे प्रदान कैटी आइल बा । कलेसे इहीहे प्रजनन स्वास्थ्यके महत्वपूर्ण अंग ओ संविधान प्रदत्त मौलिक हकके रुपमे रख्ले बा ।
ओस्टके सुरक्षित मातृत्व तथा प्रजनन स्वास्थ्य अधिकार ऐन २०७५ के व्यवस्था अनुसार सामान्य तया १२ हप्तासमके ओ विशेष अवस्थामे २८ हप्तासमके गर्भपतनहे कानुनी रुपमे मान्यता डेले बा । सुरक्षित गर्भपतनसे करिब ८ प्रतिशत मातृमृत्यु कम कैना मद्दत करठ् ।
