सेन्डील व्यावसायीमे जम्लैं घनश्याम
सागर कुस्मी
धनगढी, २९ चैत । चाहे छोट होए चाहे भारी । कौनो फेन काम करे लग्बो टे ओकर फल पाइक लाग धर्य चाहठ । जे लगनशील होके लागठ ओहे सफल हुइठ । एकर एक उदाहरण हुइँट घनश्याम चौधरी ।
कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर २ के घनश्याम चौधरी बिटल तीन बरससे धनगढीमे सुहानी सेन्डील उद्योग संचालन कर्ले बटैं । सुरुमे एक लाख लगानी कैके संचालन करल व्यावसायी अब्बे पाँच लाख बराबर कारोबार कर्टी आइल उहाँ बटैलैं ।
उहाँ कठैं, महिन अइसिन काम कर्ना कुछ योजना नैरहे । भारतके एकठो चिन्हल संघरिया धनगढीमे एकठो सेन्डील उद्योग खोलल । उहि काम करट डेखके मोर झुकाब फेन ओंहरे गैल उहाँ बटैलैं ।
समय अक्के नास नै रहठ घनश्याम कठैं, जिनगीक् हालट अन्सार चले परठ । ओहेमारे मोर अवस्था महिन इ कामके लग्ना बाध्य बनाइल उहाँ बटैठैं । उहाँ कठैं, इ काम से पहिले मोर एकठो किताब कापी के डोकान रहे । उ डोकान सिजन अन्सार किल चले । उहिसे फेन मजे व्यापार हुइटी रहे । मने एक सिजन चले टे डोसर सिजन खाली बैठ्ले रहे परे ।

जब इ व्यावसायीमे लग्नु टब आर्थिक स्थितिमे सुधार हुइल उहाँके कहाइ बा । छोट लगानीमे ढेर आम्दानी हुइलेक ओर्से अब्बे अपन गोसिनियाँ सुभन चौधरी फेन इहे काममे मद्दत कर्टी रहल उहाँ बटैठैं । घनश्याम कठैं, इ व्यावसायीमे पुँजी कब्बु फेन जाम नैहुइठ । बारोमास एक्केनासके व्यापार हुइल ओर्से इ काममे ढिरेढिरे लगानी बर्हैटी गैल उहाँ बटैठैं ।
सुरुसुरुमे भारतसे कालिगर बलाके काम कराइँट । मने उ कालिगर कुछ दिन काम कर्ना ओ बहाना बनाके घरे जैना, फेनसे फिर्ता नैहुइन । कालिगर नैआके एहोंर काम पूरा थप होजाइन ।
अस्टे कर्टे कर्टे बीचमे कोरोना आके फेन व्यापारमे बहुत समस्या खेपे परल उहाँ बटैठैं । अब्बे कोरोनाके माहोल कम हुइटी गैल ओर्से सेन्डील उद्योग पुर्ण रुपमे लग्ढार चालू रहल उहाँ बटैलैं । अब्बे घर भाडा, कामदार खर्च लगायत सक्कु खर्छ कटाके महिन्वाँरी ३० हजार से ४० हजार सम आम्दानी हुइटी रहल उहाँ बटैलैं ।

उद्योगमे लेडिज साधारण सेन्डील, हील सेन्डील, जुत्ती, बच्चनके सेन्डील लगायत सक्कु मेरके सेन्डील उत्पादन हुइटी रहल घनश्याम बटैलैं । उत्पादन करल सेन्डील कैलालीके धनगढी, अत्तरिया, हसुलिया, बर्हैपुर, मसुरिया, पहलमानपुर, सुखर, बौनियाँ, लम्की, टीकापुर बजारसम थोक ओ खुद्रा मोलमे बेंच्टी रहल उहाँ बटैलैं ।
ओस्टके कंचनपुरके पुनर्वास, गोकुलपुर, बेलौरी, कलकत्ता, चवन्नी, गुलरिया, झलारी ओ महेन्द्रनगर बजारसम मजा बजार लेहल उहाँके कहाइ बा । बजारमे सेन्डीलके माग ढेर हुइलेक ओर्से अब्बे ग्राहकके समयमे नैपुगाइ सेकल उहाँ कलैं ।
संचालक घनश्याम कठैं, अब्बे बजारमे इ व्यापारमे जुझिक जुझा हुइटी रहल ओर्से कहुँ कहुँ कबुजबु लागत मोलमे बेंचल बटैठैं । जा जस्टे रलेसे फेन धर्य होके लग्लेसे व्यापार व्यासायीमे कैनो फेन घाटा नैहुइना उहाँके कहाइ बा ।

चार जहन रोजगार
अझ्कल सेन्डील उद्योग चम्के लागल ओर्से चार जहन युबन्हे काम डेले बटैं । स्थानीय युबा सुभन चौधरी, शिवराज चौधरी, ममता चौधरी ओ रचना चौधरी चार जाने उद्योगमे रोजगार पाके खुशी हुइल बटैं । घरे खाली बैठलसे टे इहे काम ठिके लागल ममता चौधरी बटैलैं । उहाँ कठैं, सीप फें सिखे पाजैना, काम करल डाम फें मिल्जैना अट्रासे का खोज्ना हो, ममता चौधरी कलैं ।
हिम्मत ओ आँट कैके कैनो फेन काम कर्लेसे जिनगीमे हर ठाउँमे सफलता हाँठ परठ कहिके घनश्याम बटैठैं । गाउँ घरके बेरोजगार रहल जवान लर्कनहे एक्केठो सल्लाह डेठैं कि, खाली समयमे कब्बु फें नैबैठ्ना चाहिँ । उहाँ कठैं, आउर कुछ नैकर्लेसे फेन अपन जिउ पालक लाग कुल कुछ ना कुछ काम टे कर्ही परठ ।
अभिनफेंन हमार थारु समुदायमे हजारौं युबा बेरोजगार बटैं । इ समय कलक अपन गोरामे ठर्हियाके अपन घर परिवार सुखी ओ समृद्ध बनैना हो । आर्थिक स्थिति बल्गर बनाके लर्कापर्कनके भविस्य सुन्दर ओ ओजरार पर्ना हो ओहेमारे हरेक युबा एकचो जरुर चिन्तनशील हुइ अपन भविस्यके लाग ।


