सीमान्तकृत समुदायके आवाज बुलन्डमे गैसंसके भूमिकाः राज्यमन्त्री रैका
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २५ असार । सुदूरपश्चिम प्रदेशके सामाजिक विकास राज्यमन्त्री टेकबहादुर रैक सीमान्तकृत समुदायके आवाज उठैना गैरसरकारी संस्था मजा माध्यम बनल बटैले बटै ।
प्रादेशिक दलित तथा आदिवासी जनजाति गैरसरकारी संस्थाके क्षमता अभिवृद्धिके लाग धनगढीमे शुकसे सुरु हुइल तालिम उद्घाटन कार्यक्रममे बोल्टी राज्यमन्त्री रैका गैरसरकारी संस्थासे संचालन कैना अइसिन मेरिक तालिमसे क्षमता अभिवृद्धिमे सहयोग पुग्न ओ सीमान्तकृत समुदायके आवाज उठैना उचित माध्यम बनल बटाइल रहिट ।
“कुछ लोग गैरसरकारी संस्थाके आलोचना करटि रठैं,” राज्यमन्त्री रैका कलैं, “मने, अइसिन नैहो । गैरसरकार संस्था दलित, आदिवासी जनजाति तथा सीमान्तकृत समुदायके टमान मुद्दाके आवाज उठैना काम करले बा ।”
उहाँ देशमे गैरसरकारी संस्था नैरलेसे दलित, आदिवासी जनजाति तथा सीमान्तकृत समुदायके मुद्दा और ओझेलमे परना बटैलैं ।
कार्यक्रममे सरकारसे बनाइल नीति तथा कानुन कार्यान्वन करना नागरिक समाज पैरवी करे परना राज्यमन्त्री रैकाके कहाइ रहे । उहाँ समाजमे दलितके पक्षमे बनल कानुन कार्यान्वयन समेत नैहुइल बटैलैं । दलितके सवलामे टमान कानुन रलेसे फेन व्यवहारमे लागू हुइ नैसेकल उहाँ उल्लेख करलैं । उहाँ प्रदेश सरकार गैरसरकारी संस्थासँग गोचीमाना भिरके आघे बह्रना फेन प्रतिवद्धता व्यक्त करले रहैं ।

लानके चिफ अपरेटिङ अफिसर जयन्द्र रिमाल कार्यक्रमके उद्देश्यबारे जानकारी करैटि दलित तथा आदिवासी जनजाति गैरसरकारी संस्थाके क्षमता अभिबृद्धिके लाग तालिम सञ्चालन करले बटैलैं । तालिमसे गैरसरकारी संस्थाके लाग स्तरीय प्रस्तावना लेखन, संस्थाके व्यवस्थापन ओ पैरवी सुधार हुइना विश्वास व्यक्त करले रहैं । उहाँ दलित तथा आदिवासी जनजाति गैरसरकारी संस्थाके माग अनुसार तालिम डेहेक लाग लान तयार रहल बटैलैं । उहाँ कलैं, “अइसिन तालिमसे व्यक्ति, समूह, संस्था ओ समाज अपन क्षमता बह्रैना, सीप विकास करना सहयोग पुगि ।” उहाँ अइसिन संस्थाके दीर्घकालीन विकासके लाग नेटवकिंग बलगर बनाके भारी संस्था छोट संस्थाके क्षमता विकासके लाग पहल करना बटैलैं ।
ओस्टेके, कार्यक्रममे तालिमके प्रशिक्षक अशोकविक्रम जैरु दलित तथा आदिवासी जनजाति गैरसरकारी संस्थाके क्षमता अभिबृद्धि करना आवश्यक रहल बटैलैं । “हुइना टे हम्रे अब्बे काम करटि । मने, काम करल दस्तावेजीकरण करे नैजानके काम मजा नैडेखाइठ,” उहाँ कलैं,(बाँकी २ पेजमे) “टबेमारे अइसिन क्षमता अभिबृद्धिके तालिम सञ्चालन करे परठ ।”
तालिम सहजकर्ताके प्रेम ढुंगाना दलित तथा आदिवासी जनजाति गैरसरकारी संस्था जैसिन छोट संस्थाके कमीकमजोरी, समस्या, चुनौतीके अध्ययन कैके सरकारहे सहयोग करेपरना बटैलैं । उहाँ अइसिन संस्थाके नियमन, निरक्षण कैके जिम्मेवार बनाइ परनामे जोड डेलैं । उहाँ गैरसरकारी संस्था संघ, प्रदेश ओ स्थानीय सरकारसँग समन्वय कैके आघे बह्रेपरना बटैले रहैं । उहाँ गैरसरकारी संस्था सरकार पुगे नैसेकल स्थानके नागरिकहे सेवा डेटिरहल ओरसे सरकार फेन अइसिन संस्थाहे सहयोग करेपरना बटैलैं ।
कार्यक्रममे प्रशिक्षक लिला शर्मा, दलित अधिकारकर्मी खड्क विक, दलित महिला अधिकारकर्मी सची सोव, नेपाल पत्रकार महासंघ कैलाली जिल्ला अध्यक्ष हिमालय जोशी, प्रभाकर प्रधानलगायत मन्तव्य व्यक्त करले रहैं ।
लानके चिफ अपरेटिङ अफिसर रिमालके अध्यक्षतामे हुइल रहे । तालिममे सुदूरपश्चिमके ९ जिल्लाके दलित, जनजातिहुकनके संस्थासे सहभागिता रहल बटैं । लिडरशीप एकेडेमी नेपाल (लान) के आयोजनामे सुरु हुइल तालिम असार २६ गतेसम सञ्चालन हुइना बा ।


