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‘जैविक विविधता संरक्षणमे चुनौती’

पहुरा | १६ फाल्गुन २०७९, मंगलवार
‘जैविक विविधता संरक्षणमे चुनौती’

पहुरा समाचारदाता
हुसुलिया, १६ फागुन ।
कैलालीके कैलारी गाउँपालिका क्षेत्र भिटर रहल बसन्ता जैविक मार्ग संरक्षणमे चुनौती रहल गाउँपालिकाके अध्यक्ष राजसमझ चौधरी बटैले बटै ।

मंगरके रोज हसुलियामे हुइल राष्ट्रिय जैविक विविधता संरक्षण योजना तयारी सम्बन्धी स्थानीय तह ओ समुदायसंग परामर्श छलफल कार्यक्रममे उहाँ गाउँपालिकाभिटर बाढ डुबान, कटान लगायतके समस्या रहल ओरसे जैविक मार्ग संरक्षणमे समस्या रहल बटैलै ।

कैलारी गाउँपालिका जैविक विविधतामे एकदम धनी बा । गाउँपालिका अन्र्तगत बसन्ता करिडोरफे जौन बर्का बन्वासे चिन्हजाइडठ,’ गाउँपालिका अध्यक्ष कहलै, ‘मने हम्रे जौन रुपमे संरक्षण करे पर्ना हो, करे सेकल नइहुई । कारण गाउँपालिका भिटर बाढ पीडित, नदि कटान, पटान ओ डुबानके समस्या रहल बा ।’

गाउँपालिका अध्यक्ष चौधरी बसन्ता जैविक मार्ग संरक्षण करेलेसे ढेर फाइदा हुइना बटैलै । जैविक मार्ग संरक्षणसे हम्रहिनहे फाइदा हुई, उहाँ कहलै–‘लग्गे रहल भारतके दुधुवा नेशनल पार्कमे रहल विविध प्रजातीके जीवजन्तु ओ चिरैचुरुङगी बसन्ता जैविक मार्ग हुके ओहोरदोहोर कैना यहाँ रहल प्राकृतिक ताल तलैयाहे पर्यटकीय क्षेत्रके रुपमे विकास करके आर्थिक लाभ लेहे सेक्जाई ।’

यिहे बिच कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे वन क्षेत्र तथा जैविक विविधता संरक्षण नीति तथा कार्ययोजना निर्माण करेबेर जनसहभागितामूलक ओ स्थानीय समुदायके हक अधिकार सम्बोधन हुइना करके नीति तथा कार्ययोजना निर्माण करे पर्ना सुझैले बटै ।
जनस्तरमे चेतनाके कमी, वन अतिक्रमण, वन फडानी, प्राकृतिक स्रोतके अत्याधिक दोहन, राजनीतिक अस्थिरता, चोरी सिकारी, फितलो ऐन कानून, वातावरण प्रभाव मुल्यांकन बिन हुइना विकास लगायतसे जैविक विविधता संरक्षणमे चुनौती रहल औँल्यइटी ओइने ओसिन सुझाव डेहल हुइट ।

ओइने प्राकृतिक स्रोत साधनके समुचित प्रयोग, आदिवासी जनजाति समुदायके सहभागिता, उपभोक्ता तथा स्थानीयहे क्षमता अभिवृद्धिके तालिम, वन्यजन्य उत्पादनके अभिलेखीकरण, नागरिक समाजहे जिम्मेवारी, विशेष प्रजातीके वनस्पति, पशुपंक्षीके संरक्षण, स्थानीय रैथाने प्रजाती संरक्षण सम्बद्र्धन तथा अभिलेखीकरण, स्थानीय समुदायके कला, साहित्य संस्कृति संरक्षणके लाग उत्प्रेरणा अभिवृद्धि लगायत जिम्मेवारी सहितके कार्ययोजना निर्माण कैना सुझैले रहिट ।

कार्यक्रममे वन अनुसन्धान तथा प्रशिक्षण केन्द्र गेटा कैलालीके अधिकृत रामऔतार चौधरी जैविक विविधता संरक्षण कैना एकदम आवश्यक रहल बटैलै । उहाँ दिनप्रति दिन जैविक विविधता नास हुइटी जैनासे मानव अस्तित्व संकटमे लागल बटैलै ।
‘जैविक विविधता नस्टी जैनासे मानव अस्तित्व संकटमे परल बा । वनस्पति तथा वन्यजन्तुके बासस्थान सुरक्षित रहलेसे केल हमार अस्तित्व रही, हम्रे सुरक्षित रहबी जिहीसे जैविक विविधता संरक्षण आजके आवश्यकता हो, उहाँ कहलै ।

डब्ल्यूडब्ल्यूएफके प्रोजेक्ट विशेषज्ञ हेम आर्याल जैविक विविधता संरक्षण योजनाबारे जानकारीके साथे प्रस्तुतीकरण करल रहिट । कार्यक्रममे सव डिभिजन वन कार्यालय बसन्ताके प्रमुख श्याम सुन्दर माझी स्वागत करल रहिट । कार्यक्रममे गाउँपालिका उपाध्यक्ष भगवतीकुमारी चौधरी, प्रमुख प्रशासकीय अधिकृत विरबहादुर ऐर, वडा अध्यक्ष, वडा, सामुदायिक वन उपभोक्ता समितिके पदाधिकारी, कर्मचारी, पत्रकार लगायतके सहभागिता रहल रहे । कार्यक्रमके संचालन डब्ल्यूडब्ल्यूएफके कार्यक्रम अधिकृत डोमा छिरिङ शेर्पा करले रहिट ।

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