व्यवहारिक ओ जीवनोपयोगी शिक्षा हुइ परलः प्रम दाहाल

पहुरा समाचारदाता
कञ्चनपुर, २६ चैत । प्रधानमन्त्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड विश्व विद्यालय शिक्षा औपचारिक ओ सैद्धान्तिक किल नैहोके व्यवहारिक ओ जीवनोपयोगी हुइ पर्ना बटैले बाटै ।
अँट्वारके कञ्चनपुरके महेन्द्रनगरस्थित सुदूरपश्चिम विश्व विद्यालयके टिसरा दीक्षान्त समारोहहे सम्बोधन कैटी प्रधानमन्त्री प्रचण्ड विश्व विद्यालयसे उत्पादित जनशक्ति चरित्रवान ओ अनुशासित हुइनाके साथे राष्ट्र ओ जनताप्रति उत्तरदायी हुइ पर्ना बटैलै ।
कुलपतिसमेत रहल प्रधानमन्त्री प्रचण्ड कहलै,’ विश्वविद्यालय शिक्षा औपचारिक ओ सैद्धान्तिक किल नैहोके व्यवहारिक, जीवनोपयोगी तथा समाजके रूपान्तरणके लाग सहयोगी हुइ परल । विश्व विद्यालयसे उत्पादित जनशक्ति चरित्रवान ओ अनुशासित हुइनाके साथे राष्ट्र ओ जनताप्रति उत्तरदायी ओ कर्तव्य पूरा करे सेक्नाहा हुइ परल ।’
लोकतान्त्रिक मान्यताके पक्षमे दह्रो ढंगसे उठे सेक्ना, नवीनतम खोज, अनुसन्धान ओ विकासके गतिहे पक्रटी नेपालहे सुहाउँदो विकासके मार्गचित्र, अर्थतन्त्रके ढाँचाके खोजी, समाज रूपान्तरणके कार्यदिशा निर्माणके लाग दक्ष जनशक्ति उत्पादन करे सेके पर्ना प्रधानमन्त्री प्रचण्डके कहाइ रहे ।
यकर लाग विश्व विद्यालयके शिक्षा समेत सिर्जनात्मक, युग सुहाउँदो, वैज्ञानिक एवम् प्राविधिक जनशक्ति उत्पादन कैना मेरके हुइ पर्ना बटैटी उहाँ विश्वके शैक्षिक बजारमे प्रतिस्पर्धा करे सेक्ना जनशक्ति उत्पादनके लाग विश्वविद्यालयसे समयानुकूल शैक्षिक तथा व्यवस्थापकीय क्षेत्रमे सुधार कैटी आघे बह्रना जरूरी रहल बटैलै ।
प्रधानमन्त्री प्रचण्ड उच्चशिक्षा प्राप्त कैना राजधानी काठमाडौं तथा भारतके सीमावर्ती क्षेत्रमे जाइ पर्ना नियति बोकल सुदूरपश्चिमके जनताके उच्चशिक्षामे पहुँच कायम कैना इ विश्वविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका खेलल् बटैलै । विश्वविद्यालयके स्तरोन्नति कैना आवश्यक सहयोगके लाग नेपाल सरकार सदैव सकारात्मक रहल बटैलै । उहाँ दीक्षित विद्यार्थी आपनहे समाजमे सभ्य, शिष्ट ओ इमान्दार नागरिकके रूपमे स्थापित कैटी आपन राष्ट्रप्रतिके कर्तव्यहे जिम्मेवारीके साथ पूरा करे पर्नामे विश्वास व्यक्त करले बाटै ।
