थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत ०१ कुँवार २६४९, बुध ]
[ वि.सं १ आश्विन २०८२, बुधबार ]
[ 17 Sep 2025, Wednesday ]

मुक्तकमैया कमलरी पुनःस्थापन अधिकार यात्रा सुरु

पहुरा | १४ बैशाख २०८०, बिहीबार
मुक्तकमैया कमलरी पुनःस्थापन अधिकार यात्रा सुरु

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १४ बैशाख ।
मुक्तकमैया कमलरी पुनः स्थापन अधिकार यात्रा २०८० कैलाली ओ कञ्चनपुरमे बिफेक रोजसे एक साथ सुरु करल बा । पुनः स्थापन हुइनासे छुटल मुक्तकमैया ओ कमलरीके पुनः स्थापनके माग कैटी मुक्तकमैया समाजसे यात्राके थालनी करल हो ।

‘तत्कालीन सरकारसे कमैंया ओ कमलरी पहिचान करेबर गलत प्रक्रियाके कारण छुटे पुगल ओरसे पुनःस्थापनके मागके लाग जागरण लानक लाग यात्राके थालनी करले बाटी’ मुक्तकमैंया समाजके केन्द्रीय अध्यक्ष पशुपति चौधरी कहलै, ‘भूमि व्यवस्था सहकारी मन्त्रालयसे गठित कमैया, कमलरी, हरुवाचरुवा समितिके प्रतिवेदनसे इ चीजहे पुष्टि करले बा ।’

मुक्तकमैंया, कमलरीके न्यायिक पुनः स्थापनके लाग कार्यविधि बनाके कार्य आघे बह्रैना दबाब डेना उद्देश्यसे यात्राके थालनी करल उहाँ जानकाारी डेलै । यात्रा वैशाख १८ गतेसम सञ्चालन हुइना बा । मुक्तकमैया कमलरी बस्तीमे पुगके यात्राके बारेम जानकारी डेना उद्देश्य राखल बा ।

कैलालीके टीकापुरके खड्कपुरसे ओ कञ्चनपुरके भीमदत्त नगरपालिकाके सालघारीसे यात्राके थालनी हुइल बा । कृषिमे बाधा श्रमिकके रुपमे रहल कमैया कमलरी मुक्तिके घोषणा हुइल २३ बरस पुगल बा । कमैया श्रम ऐन, २०५८ जारी होके नियमावलीसमेत बनाके लागू करल बा ।

‘आभिन फेन ढेर कमैया कमलरी पुनः स्थापना हुइनासे वञ्चित बाटै’, मुक्तकमैया समाज कञ्चनपुर अध्यक्ष रामप्रसाद राना कहलै, ‘पुनः स्थापनमे परल मुक्तकमैया सरकारके ओरसे घर बनाइक लाग काठ, छात्रवृत्ति, सीपमूलक तालिम ओ रोजगारीके अवसर पाइ सेकल नैहुइट ।’ ओहकान अनुसार कैलाली ओ कञ्चनपुरमे १२ हजारसे ढेर मुक्तकमैया परिवार पुनः स्थापन हुइना बाँकी रहल बाटै ।

मुक्तकमैया अगुवा घासिराम राना मुक्तकमैया लक्षित बजेट अभाव हुइल बटैलै । ‘घर निर्माणके लाग वन कार्यालयसे काठ उपलव्ध हुइल नैहो’, उहाँ कहलै, ‘पुर्जा प्राप्त करल मने जग्गा जोतभोग कैनासे वञ्चितहे जग्गा सट्ट भर्ना करे परल ।’

जनता आवास कार्यक्रमअन्तर्गत भूमिहीन सुकुम्बासीसँगे मुक्तकमैयाहे अनिवार्य पक्की घरके व्यवस्था करे पर्ना रानाके माग रहल बा । मुक्तकमैयाके बालबालिका आभिन फेन निःशुल्क शिक्षा पाइ सेकल नैहुइट ।

‘नीतिगत व्यवस्था अनुसार विद्यालयतहमे निःशुल्क शिक्षा कार्यान्वयन हुइ पर्ना हो हुइल नैहो ओकर लाग पहल हुइना जरुरी बा’, मुक्तकमैया अगुवा बिनादेवी चौधरी कहली, ‘निःशुल्क शिक्षा कार्यान्वयन नैकैना संस्थासे क्षतिपूर्ति भरैना व्यवस्था लागू हुइलेसे किल सार्थकता पाइ ।’

स्थानीय तहसे हरेक बरस कूल मुक्तकमैयाके पाँच प्रतिशत युवाहे निःशुल्क प्राविधिक शिक्षाके व्यवस्था कैलेसे किल रोजगारमे पहुँच पुगे सेक्ना हुइल ओरसे स्थानीय तह इहीहे कार्यान्वयन करे पर्र्ना चौधरी बटैली ।

कञ्चनपुरमे २०५७ सालके लगतमे समावेश हुइल तीन हजार ४५ जाने ओ २०५९ सालके लगतमे समावेश हुइल एक हजार चार सय ६१ जाने परिचयपत्र पैले बाटै । परिचयपत्र प्राप्त करल परिवारहे पुनः स्थापन करैलेसे फेन लडियाके कटानसे ढेर परिवार विस्थापनमे परल बाटै । कुछ परिवार परिचयपत्र पैनासे समेत वञ्चित रहल बाटै ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू