सर्वोच्चके निर्णयप्रति गम्भीर ध्यानाकर्षण

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २ जेठ । थारुहुकनके विपक्षमे हुइल सर्वोच्च अदालतके फैसलासे थारु संघ संस्था अपन गम्भीर ध्यानाकर्षण हुइल जनैले बा ।
थारु कल्याणकारिणी सभा कैलाली, थरुहट थारुवान राष्ट्रिय मोर्चा कैलाली, थारु नागरिक समाज कैलाली ओ थारु विद्यार्थी समाज कैलालीसे सयूक्त विज्ञप्ती जारी करटी सर्वोच्चके उ निर्णयसे थारु समुदायहे मर्माहत ओे दःखी बनैले बा ।
नेपालके संविधान २०७२ जारी हुइना आघे ढेर घटनाहे राज्यसे निकास डेहल, १७ हजार मर्ना, मरैना उन्मुक्ति पैलै मने थारुहुक्रे थरुहट प्रदेश मग्ना क्रममे हुइल घटनाप्रति राज्य उदार नइडेखल विज्ञप्तीमे कहल बा । थारुहुकनहे राज्यसे हेर्ना दास नजरियाके कारण थारुहुक्रे न्याय नइपाइल बाटमे बहुट दुःखीत बटी ओ समुदायहे दुःख मनाउसहित धैर्य धारण कैना अपिल करल बा ।
एकओर राज्यसे थारुनहे पक्रिया पुगाके छोरना बाट करके फकैना ओ दुसर ओर फैसला मार्फत सजाय सुनाइल बा । अवस्था यैसिन हुइलेसेफे फेरसे सरोकारवाला सक्कुसंग यी बारेमे गम्भीर रुपमे सोच विचार ओ मनन करके टिकापुर मुद्दाहे राजनितिक मुद्दाके रुपमे समाधान कैना संसदसे नानल विधेक साकारात्मक दंगसे आघे बढ्न दीर्घकालिन शान्ति, अमनचयनके वातावरण सिर्जना कैना करैना नेपाल सरकारसंग जोरडार माग करल बा ।
यदि सरकार यी विषयमे गैर जिम्मेवारी रुपमे व्यवहार करलेसे फेरसे कडासे कडा आन्दोलनमे जैना ओ रहीहे हुइना अप्रिय क्रियाकलापके प्रतिफलके जिम्मेवारी राज्यके हुइना व्यहोरा यिहे विज्ञप्ति मार्फत जानकारी कराइल बा । सर्वोच्च अदालतसे कैलालीके टिकापुरमे २०७२ सालमे हुइल घटनाके प्रतिवादी रेशमलाल चौधरीहे जन्मकैदके फैसला सुनैले बा ।
