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सुदूरपश्चिममे १०२५ मुक्तहलिया पुनर्स्थापनासे वञ्चित

पहुरा | २२ भाद्र २०८०, शुक्रबार
सुदूरपश्चिममे १०२५ मुक्तहलिया पुनर्स्थापनासे वञ्चित

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २२ भदौ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशम अभिन १ हजार २५ जो मुक्तहलिया पुनर्स्थापनासे वञ्चित रहल राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपाल केन्द्रीय कार्यालय जनैले बा ।

१५ औं मुक्त हलिया दिवसके अवसरमे विफेक रोज धनगढीमे आयोजना कैगिल पत्रकार सम्मेलनमे समाजके अध्यक्ष ईश्वर सुनार सुदूरपश्चिम प्रदेशमे ओटरा मुक्तहलिया पुनर्स्थापनासे वञ्चित रहल जनैलै ।

नेपाल सरकारसे प्रमाणिकरण हुइल १६ हजार ९५३ घरधुरीमध्ये १३ हजार ५४६ घरधुरी पुनर्स्थापना के प्याकेज प्राप्त करले बटै । पुनर्स्थापना प्याकेज भेटाइल मन्से ९ प्रतिशत घरधुरी पुनस्र्थापनाके अन्तिम किस्ता रकम पाइ नइसेकल अध्यक्ष सुनार बटैलै । नेपालमे दासत्वके अवशेषके रूपमे रहल हलिया प्रथाके औपचारिक रूपमे अन्त्य हुइल १५ वर्ष पुग्लेसेफे अभिन २० प्रतिशत मुक्त हलिया पुनर्स्थापनाके पखाईमे रहल उहाँ बटैलै ।

राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपाल केन्द्रीय कार्यालयके कार्यकारी निर्देशक हरिसिंह बोहराके अनुसार कैलालीमे ४६ जाने, कञ्चनपुरमे १०६, डडेल्धुरामे ४८९, बाजुरा ९८, बझाङ २१७, डोटी ६७, बैतडीमे ३२ जाने कैके १०५५ जाने मुक्त हलिया अभिन पुनर्स्थापनासे बञ्चित रहल बटै ।

नेपाल सरकार ओ मुक्त हलिया विच हुइल ५ बुँदे सहमति, १० बुँदे सिफारिस, ५ सदस्यीय वस्तुस्थिति अध्ययन समितिके प्रतिवेदनहे तत्काल कार्यान्वयनके प्रक्रियामे लैजैना ओ मुक्तहलिया समुदायके दीगो, न्यायोचित पुनर्स्थापनाके लाग उहाँ तीनु तहके सरकारसे जोडदार मागफे करल बटै ।

भूमि व्यवस्था, सहकारी तथा गरिबी निवारण मन्त्रालयसे गैल आर्थिक वर्ष २०७५/७६ मे पुनर्स्थापना हुइना बाँकी रहल मुक्त हलियाहुकनके विवरण ओ रकम असार महिनामे स्थानीय तहमे निकासा हुइल मने कौनो तहमे काम नइहुके सक्कु रकम फ्रिज हुई गैल रहे । तत्पश्चात राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालसे पुनर्स्थापनाके कामहे निरन्तरता डेना मन्त्रालयसंग आग्रह करेबेर आर्थिक बर्ष २०७६/७७ मे पुनर्स्थापनाके बाँकी काम कैना करके निणर्य हुके २०७७ चैत्र महिनामे रकम निकासा हुके आइल रहे । रकम निकासा हइटीकी कोरोनाके कारण देशमे लकडाउनसे पुनस्र्थापनाके कौनो काम नइहुके सक्कु रकम फेरसे फ्रिज हुई गैल कार्यकारी निर्देशक बोहरा बटैलै ।

मुक्त हलिया समुदायके प्रमुख समस्यामे दिगो तथा न्यायिक पुनस्र्थापना नइहुइना, पुनः हलिया बैठना बाध्य, छुवाछूत तथा जातिय विभेद, सामाजिक समाबेसीकरण/अर्थपूर्ण सहभागिता, दिगो जीविकोपार्जन, रोजगारी, न्यायिक ज्याला, कानून निर्माण, श्रोतसाधनमा पहुँच ओ नियन्त्रण, सूचनामे पहुँच, परम्परागत पेशा व्यवसायिक ओ प्रतिस्पर्धात्मक रहल उहाँ बटैलै ।

मुक्त हलिया, कमैया, कमलरीहन सरकारके हेर्ना नजरिया फरक बाः भूमि कृषिमन्त्री चौधरी

सुदूरपश्चिम प्रदेशके भूमि व्यवस्था, कृषि तथा सहकारी मन्त्री रामेश्वर चौधरी मुक्त हलिया, कमैया, कमलरीहुकनके सरकारके हेर्ना नजरिया फरल बटैले बटै ।

१५औं मुक्त हलिया दिवसके अवसरमे विफेक रोज धनगढीमे कैगिल मुक्तहलिया पुनस्थापनाके वर्तमान अवस्था ओ राज्यके दायित्व प्रदेश स्तरीय अन्तरक्रिया कार्यक्रममे उहाँ उ बाट बत्वाइल हुइट । उहाँ कहलै, हलिया, कमैया, कमलरीहुँक्रे पहिले जग्गा धनी मालिकाके कमैया रहिट । मुक्ती घोषणापाछे राजनीतिक कमैया बनल बटै । सुदूरपश्चिम प्रदेशमे मुक्त हलिया, कमैया, कमलरीहुकनके लाग ऐन बनैना मस्यौदा तयार रहल मने ऐन कानूनके रुपमे पास हुई नइसेकल उहाँ बटैलै ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशमे मुक्त हलिया, कमैया, कमलरीहुकनके लाग एक करोड रुप्या बजेत विनियोजन हुइल ओरसे हाली ऐन ओ कार्यविधि बनाई सेक्लेसे उ बजेटके सदुपयोग करे सेक्ना बटैलै ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशक प्रदेशसभा सदस्य हिरासिंह सार्की आदिवासी जनजाती मुक्त हलिया, कमैया, कमलरीहुकनहन राज्य पक्षसे हेप्टी आइल आरोप लगैलै । उहाँ कहलै, मुक्तकमैयाक मुक्ती हुइल २३औ, हलिया मुक्ती हुइलक १५ बरस वितलेसेफे सरकार न्यायिक पुनर्स्थापनामे ओटरा ध्यान डेहे नइसेकल हो । अपने हलियाके व्याकग्राउण्डसे यहाँसम पुगल कहटी सदनमे एक्केली हुइलेसेफे आवाज उठैना प्रतिवद्धता जनैलै ।

संविधानसभा सदस्य हरिश्रीपाइली मुक्तहलियाक लाग सरकार २०७७ सालसे बजेट विनियोजन करेछोरल बटैलै । मुक्त हलिया, कमैया, कमलरीहुकनके आवाज कौनोफे सरकार नइसुनल ओरसे आब न्यायिक पुनर्स्थापनाके लाग आन्दोलनमे उटरनाके विकल्प नइरहल बटैलै ।

राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोगके सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख हरिप्रसाद ज्ञवाली आब मुक्तहलियाहुकनहे प्याकेजमे पुनर्स्थापना करेपर्ना बटैलै । मुक्त हलिया, कमैया कम्लरीके समस्या यी प्रदेशमे ओस्टे ओस्टे रहल ओरसे कानून, कार्यविधि बनाके बजेट विनियोजन करटी पुनर्स्थापनाके काम आघे बह्रैनामे उहाँ जोड डेलै ।

अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक) सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी सरकार नागरिकके आधारभूत मानवअधिकारके आवश्यकता पुरा करे नइसेकल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘संविधानसे सुनिश्चित करल अधिकारफे सर्वसाधारण जनतासे नइपाइल हुइल । पुनस्थापनाके नाउँमे जौन ठाउँमे शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगारी नइहो । जनताके आँखीमे धुर झोक्ना एकिकृत बस्ती बनाइल बा ।’

कृषि अनुदानफे बास्तविक किसान नइपाके हुइना खैना जग्गा जमिन रहुइया पाइल उहाँ बटैलै ।

पत्रकार मनमोहन स्वाँर मुक्त हलिया, कमैया, कमलरीहुकनके न्यायिक पुनर्स्थापनाके लाग तिनु तहके सरकार समन्वय करके आघे बह्रना जरुरी रहल बटैलै ।

राष्ट्रिय दलित नेटवर्कके महासचिव मोहन वड सरकार आब पुनर्स्थापना कैना नीति नन्ना आवश्यक रहल बटैलै । वास्तविक हलिया अभिन परिचयपत्रसे वञ्चित रहल बटैलै ।

कार्यक्रममे राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके कार्यकारी निर्देशक हरिसिंह बोहरा मुक्तहलियाके पुनर्स्थापनाके वर्तमान अवस्था ओ राज्यके दायित्व विषयक कार्यपत्र प्रस्तुत करल रहिट । उहाँ नेपाल सरकारसे प्रमाणिकरण हुइल १६ हजार ९५३ घरधुरी मध्ये १३ हजार ५४६ घरधुरी पुनर्स्थापनाके प्याकेज प्राप्त करले बटैलै । पुनस्र्थापना प्याकेज भेटाइल मन्से ९ प्रतिशत घरधुरी पुनर्स्थापनाके अन्तिम किस्ता रकम पाइ नइसेकल उहाँ बटैलै ।

राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके केन्द्रीय अध्यक्ष ईश्वर सुनार १५औं मुक्ती दिवस आन्दोलनके रुपमे मनाइल बटैलै । उहाँ कहलै, २०६५ सालम मुक्ति हुइलपाछ अभिनसम ढेर सरकारहे ज्ञापनपत्र बा । राजनितिक परिवर्तन हुइल मने मुक्तहलियाके अवस्था जस्टे टस्टे रहल बटैलै ।

कार्यक्रममे स्वागत मन्तव्य केन्द्रीय सदस्य गोरख सार्की ओ संचालन महासचिव मंगल सार्की करल रहिट ।

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