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शिवरत्नपुरबासीके पुल चिहुरना सपना सपनामे सिमित

पहुरा | ६ जेष्ठ २०८१, आईतवार
शिवरत्नपुरबासीके पुल चिहुरना सपना सपनामे सिमित

१६ परिवार अभिन विस्थापित, पुरै बस्ती उच्च जोखिममे

प्रेम चौधरी
धनगढी, ६ जेठ ।
कैलारी गाउँपालिका वडा नम्बर ३ शिवरत्नापुरबासीके पुुल चिहुरना सपना अनिश्चितकालके लाग सपनामे सिमित हुइल बा । कलेसे लडियाक धार बस्ती ताकलपाछे पुरै बस्ती उच्च जोखिममे परल बा ।

आर्थिक बर्ष २०७९÷२०८० सालके बजेटसे बस्तीहे जोगाइक लाग गाउँपालिकाके आर्थिक सहयोगमे १५ लाखके भौतिक तटबन्धके काम ओ विपद जोखिम न्यूनिकरण अन्र्तगत ५ लाखमे जैविक तटबन्धके काम हुइल रहे । मने २०७९ साल असार दुसरा साता मोहना लडियक बाढ पुरे तटबन्ध पुहैटी लडियाक धार सोझे वस्ती टाकलपाछे १६ घरपरिवार अभिन विस्थापित रहल कैलारी गाउँपालिका अध्यक्ष राज समझ चौधरी बटैलै ।

कैलारी गाउँपालिका–३ खोनपुर ओ शिवरत्नपुर जोरना मोहना लडियामे झोलुङे पुल २०७७ सालसे निर्माणाधिन अवस्थामे रहे । अन्तिम अवस्थामे पुगल झोलुङे पुलके लाग चाहल लटठा नइहुके निर्माण पुरा हुई नइसेकल रहे, लटठा रहट २०७९ सालमे संचालन हुजाइट मने मोहना लडिया बाढ २०७९ साल सावन १८ गते झोलुङगे पुलके दक्षिण पिल्लर पुहाके लैजासेकल बा ।
गाउँपालिका अध्यक्ष कहलै, ‘बस्ती जोगाइक लाग कैगिल तटबन्ध पुहलसंगे बस्तीके १६ घरपरिवार विस्थापित हुइलै, झोलुङे पुलके दक्षिण पिल्लर पुहलपाछे पुल बन्ना अनिश्चित हुइल बा ।’

कैलारी गाउँपालिका–३ खोनपुर ओ शिवरत्नपुर जोरना मोहना लडियामे निर्माणाधिन झोलुङे पुलके उत्तर पिल्लरफे कटानके जोखिम रहल ओरसे नयाँ ढंगसे सर्वे करके फेरसे ओकर डिपिआर कैके पुल बनैना सम्भव रहल अध्यक्ष बटैलै ।
मोहना लडियाक धार अब्बे सोझे बस्तीमे टकैलक कारण ९५ घरधुरी उच्च जोखिममे बा’ उहाँ कहलै, ‘बस्तीहे बचाइकल दुनु ओरसे चेकडयाम सहित भौतिक तटबन्ध बनैलेसे केल डुबान कटान रोके सेक्जाई । ओकर लाग भारी बजेटके आवश्यकता परी गाउँपालिकाके छोट–छोट बजेटसे उ सम्भव नइहो ।’

शिवरत्नपुरके स्थानीय कमल चौधरी अपनेहुकनके पुल चिहुरना सपना लडिया पुहाइल बटैठै । झोेलुङे पुल निर्माणमे ढिलाई हुइटी गैल रहे । अभिनसम पुल नइबन्के शिवरत्नपुरबासी डुङगामे जोखिम मोलके लडिया वारपार करे पर्ना अवस्था बा । पुलके दक्षिण पिल्लर पुहलपाछे झन आव पुल चिहुरना आश मरगिल कमल बटैठै ।

उहाँ कहलै, ‘अभिनसम डुङगाके भरमे लडिया वारपार कैना अवस्था बा, बर्षाके बेला विमारीके स्वास्थ्य उपचारसे, सुत्केरी, गर्भवतीनहे खोप लगैना ओ विद्यार्थीनहे विद्यालय अइना जइना ढेर समस्या बा ।’
जैविक तथा भौतिक तटबन्धके लाग प्रदेश सरकारमे भौतिक पूर्वाधार मन्त्रालय ओ सिचाई डिभिजन कार्यालमे समेट ज्ञापनपत्र÷ध्यानाकर्षणपत्र बुझाई उहाँ बटैलै ।

शिवरत्नापुरके सुदेशु चौधरी बस्ती जोगाइक भौतिक तटबन्ध, जैविक तटबन्ध बनाके लडियासे संयौ मिटर दुरीमे चरुवा उठाइल मने उ कुछ काम नइलागल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘वर्खायाम सुरु हुइटी हम्रहिन दुसर देशके नागरिक जैसिन अनुभव हुइठ । पुल नइहु्इल कारण लडियामे बाढ आइलपाछे सरकारसे सक्कु सेवा सुविधासे बञ्चित हुइठी । लाउमे वारपार कैना बाध्य रहठ । लाउँ नाइचललदिन विद्यार्थी स्कूल जैनासेफे बञ्चित हुइ परठ ।’

शिवरत्नापुरमे प्राथमिक तहसम केल विद्यालय बा । उहीसे उप्पर कक्षामे पह्रना लर्का दिपेन्द्र मावि हसुयिामे पह्रठै । गाउँमे खोप केन्द्र नइहो सेवा लेहक लाग खोनपुर, हसुलिया वा टिसिएन जाई परठ । बर्षाके बेला गर्भवती, सुत्केरी वा बालबालिका खोपसे बञ्चित हुई परठ, सुदेशु कहलै ।’

शिवरत्नपुरके सोमती चौधरी कहठी–‘अब्बे बर्खा आइ लागल बा । यी बरसफे बस्ती जोगाइक कौनो काम नइहुइल हो । बस्ती जोखिममे बा, यिहीहे बचाडेहे पर्ना माग कैगिल बा मने कौनो सुनुवाई हुईल नइहो ।‘ उहाँ कहली, ‘बर्खाके बेला सबसे ढेर पीडा महिला ओ बालबालिकाहे रहठ । बर्खाबुन्दीके बेला दुखविमार परलेसे कहाँ लैजिना उ बेला राज्यहे भारी अपहेल्न हुइल महशुस हुइठ । मोहना लडियामे बाढ आइलपाछे राज्यसे पैना सक्कु सेवा सुविधासे बञ्चित हुइ परठ ।’

बर्खाके बेला डुङगामे पैसा तिरके सेवा सुविधा लेहे परठ कलेसे अब्बे अस्थायी काठे पुलमे पैसा तिरके मोहना लडिया वारपार करे पर्ना बाध्य रहल बटैठी ।

२०७८ सालमे कुवाँर–कार्तिकमे आइल बेमौसमी बाढसे काटके धारल सारा गाउँक धान पुहैनाके साथे खेती योग्य जमिन बलुटियामे परिणत करल रहे । बेमौसमी बाढसे करिब ९५ घरधुरीके धान पुहाके लैगिल खेती योग्य जमिनमे बालु भर डेहल रहे । बर्षेणी बर्खाके बेला कटान करटी मोहना लडिया सयौं विघा खेती योग्य काटके लैगिल शिवरत्नपुर स्थानीयबासी सन्तराम चौधरी बटैठै ।

बाढ ओ डुबानके कारण शिवरत्नापुरके ढेर खेतीयोग्य जमिन बलुटियामे परिणत हुइलपाछे खाद्यन्न उत्पादनमे कमी अइना करल बा । मोहना लडियक बाढके डुबान ओ कटानखेती योग्य जमिन बचाइक लाग सरोकारवाला निकायके ध्यान जाई फियान नेपालके सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक मुकुन्द राना बटैठै । मोहनाके धार शिवरत्नापुर बस्ती तकैले बा, उहाँ कहलै, लडियक धार परिवर्तन कराई सेक्लेसे बस्तीहे तत्कालके लाग बचाई सेक्ना उहाँ बटठै ।

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