वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिलनहे तालिमके लाग बजेट व्यवस्थापन कैजाईः राज्यमन्त्री खडका

पहुरा समाचारदाता
धनगढी,८ भदौ । सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके सामाजिक विकास राज्यमन्त्री सरस्वती खडका वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिलनके लाग अइना बजेटमे सीपमुलक तालिमके लाग व्यवस्था मिलैना बटैले बटी ।
ओरेक नेपाल कैलाली ओ महिला मानव अधिकार रक्षक संजाल कैलालीके आयोजनामे शुकके रोज धनगढीमे हुइल ‘वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिलाहुकनके सामाजिक आर्थिक पुर्नएकिरणमे हमार भूमिका विषयक सवांद कार्यक्रममे उहाँ उ बाट बत्वाइल रहिट ।
सीमान्तकृत समुदायके डिडीबाबु आर्थिक रुपमे शसक्त नैहुइल कारण टमान हिंसाके सामना करे परल बा,’ उहाँ कहली, ‘डिडी बाबु आर्थिक समस्या परेबेर वैदेशिक रोजगारमे जैना बाध्य हुइल बा । उहाँसे लौटलपाछे का करके बैठना कना समस्या बा । एक ओरसे सामाजिक अपहेलना सहे पर्ना अवस्था बा ।’
राज्यमन्त्री खडका कहली, ‘सुदूरपश्चिम प्रदेशके बजेटमे ढिलाई हुइल बा, अइना बजेटमे महिला डिडीबहिनीयाके मुद्दा समावेश कैना प्रयास करम ।’
तालिमके लेके कुछ नैकैना खाली घर बैठना परिपाटीफे बैठल ओरसे तालिम लेहल डिडीबहिनीयाहुकनहे छाृेट हुइलेसेफे अपन व्यवसाय कैना आग्रह करली । वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिलाहुकनके सामाजिक आर्थिक पुर्नएकिरण सन्दर्भमे प्यानल छलफलमे भाग लेटी लक्ष्मी आचार्य अपन अनुभव सुनैटी वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिलाके बारे समाज बाट कटना करल बटैली ।
उहाँ कहली, ‘बैदेशिक रोजगारमे गैलबेला का का करल हुई कहटी समाजमे हेर्ना दुष्टि फरक पागैल बा । कतिपय महिला अपने गैल वैदेशिक रोजगारके लाग देशके नाउँमे बटैना गाह्रो हुइठ ।’

प्यानल छलफलमे श्रम तथा रोजगार कार्यालयके प्रमुख जनकसिंह ओकेडा, टे«ड यूनियन सयूक्त केन्द्रके प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र शाह ओ लम्की चुहा नगरपालिकाके नगर उपप्रमुख जुना चौधरी भाग लेहल रहिट । वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिलाहुकनके सामाजिक आर्थिक पुर्नएकिरणमे हमार भूमिका विषयकमे पत्रकार उन्नती चौधरी छलफल करैले रही ।
महिला मानव अधिकार रक्षक संजाल कैलालीके अध्यक्ष अम्बिका भण्डारीके अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे धनगढी उपमहानगरपालिका वडा नम्बर १ वडा अध्यक्ष सन्तोष मुडभरीलगायत टमान संघ संस्थाके प्रतिनिधिहुक्रे अपन बाट राखल रहिट ।

कार्यक्रमके संचालन तथा कार्यक्रमके उद्देश्य बारे जानकारीओरेक नेपाल कैलालीके जिल्ला संयोजक गीता चौधरी करल रहिट । कलेसे वैदेशिक रोजगारके अवस्थाबारे प्रस्तुतीकरण ओरेक केन्द्रिय कार्यालयके कार्यक्रम संयोजक प्रभा पौडेल करल रहिट । कार्यक्रममे वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिला, टमान संघसंस्थाके प्रतिनिधिहुकनके सहभागिता रहे ।
श्रम, रोजगार तथा सामाजिक सुरक्षा मन्त्रालयके अनुसार आर्थिक वर्ष ०७८÷७९ मे ३३ हजार ६२ नेपाली महिला वैदेशिक रोजगारीमे जाइक लाग नयाँ श्रम स्वीकृति लेहल रहिट । पछिल्का दशकमे वैदेशिक रोजगारके लाग जैना नेपालीके संख्यामे उल्लेख्य रुपमे वृद्धि हुइल बा । कलेसे वैदेशिक रोजगारमे जैना महिलाके संख्या ७१ प्रतिशतसे बह्रल विल्गाइठ ।
आप्रवासी महिला श्रमिकके सुरक्षाके नाममे नेपाल सरकारसे खाडी मुलुकमे महिला श्रमिकउप्पर लगाइल प्रतिबन्ध ओ संरक्षणवादी दृष्टिकोणसे प्रेरित नीतिगत व्यवस्थासे महिलाहुक्रे अवैधानिक तरिका (अनौपचारिक तवर) से वैदेशिक रोजगारमे जैना विकल्प रोज्न बाध्य हुइल बटै । सन् २०१८ मे नेपालसे विदेश गैल २५ लाख महिला मध्ये ९० प्रतिशत महिला अनौपचारिक तवरसे विदेश गैल रहिट ।
नेपाल सरकारसे वैदेशिक रोजगारीसे लौटल व्यक्तिके लाग पुनःएकीकरण कार्यक्रम (सञ्चालन तथा व्यवस्थापन) निर्देशिका, २०७९ अनुमोदन करले बा । यकर उद्देश्य ओइनके सामाजिक आर्थिक पुनःएकीकरणमो सहजीकरण कैना ओ सन्तोषजनक जीवनस्तरके प्रत्याभुती कैना रहल बा । मने यी वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिलाहुक्रे वा आप्रवासी महिला कामदारके विशेष आवश्यकताहे पहिचान कैना, स्वीकार कैना वा सम्बोधन कैना असफल विल्गाइठ । वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिलाके लाग स्थानीय तहसे बनाई पर्ना नीति नैहुके ओइनके चुनौतिहे प्रभावकारी रुपमे सम्बोधन कैनामे अवरोध सृजना करठ ।
वैदेशिक रोजगारसे लौटल महिला राज्यसे प्राप्त हुई पर्ना सामाजिक आर्थिक पुर्नएकीकरणके कार्यक्रमके पहुचसे बञ्चित बटै । ओइनके सीपके उचित मुल्याकंन नैहुके बेरोजगार बैठे परल बा । समाज ओ परिवारसे ओइनहे हेर्ना दृष्टि कोण विभेदकारी बा । कतिपयहे परिवार ओ समाजसे जबरजस्ती पाखा लगाइल बा ।
