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फोहर व्यवस्थापनमे नमुना बन्टी धनगढी उपमहानगर

पहुरा | ८ जेष्ठ २०८२, बिहीबार
फोहर व्यवस्थापनमे नमुना बन्टी धनगढी उपमहानगर

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ८ जेठ ।
सुदूरपश्चिमके अस्थायी राजधानी धनगढी पाछेक समय फोहर व्यवस्थापनमे नमुना सहर बनल बावै ।

सुदूरपश्चिमके मुख्य व्यापारिक सहर धनगढीमे स्थानीय सरकार ओ नगरवासीके साझा प्रयासमे सरसफाइ अभियान सञ्चालन हुइटी रहल हो । २०७९ मे सम्पन्न स्थानीय तह निर्वाचनमे स्वतन्त्र उम्मेदवार पालिका प्रमुख जिटल मुख्य स्थानीय तहमे धनगढी उपमहानगर फेन एक हो । काठमाडौँ महानगरपालिका, धरान उपमहानगरपालिका ओ धनगढी उपमहानगरपालिकाके प्रमुखमे स्वतन्त्र उम्मेदवार विजयी हुइल रहिट । ओट्ठनसे यहोर यी तीन पालिका देश–विदेशमे रहल नेपालीके मुख्य चासोके विषय बन्टी आइल बावै ।

धनगढी उपमहानगरपालिकाके प्रमुखमे स्वतन्त्र उम्मेदवार गोपाल हमाल विजयी हुइलसँगे फोहर व्यवस्थापनहे महत्त्व डेहल स्थानीय बटैले बटै । तीन बरस आघेसम सडकके आँजरपाँजर फोहरके घुरौरा डेखजैना धनगढीमे अब्बे उ अवस्था नैरहल धनगढी–३ के द्रौपदी भट्ट बटैली । ‘पहिले टे सडक आँजरपाँजर फोहर रहे, अब्बे ठाउँठाउँमे डस्टबिन राखल बावै । फोहर नैबिल्गठ्,’ उहाँ कहली । भट्टके अनुसार धनगढीके जनतामे फोहर व्यवस्थापनमे नयाँ जागरण फेन आइल बावै । फोहर जहोँर टहोँर नैफेँके परठ्, कुहना ओ नैकुहना फोहर अनिवार्य छुट्ट्याके अलग–अलग डस्टबिनमे राखे परठ् कना चेतना यहाँके नागरिकमे विकास होसेकल उहाँ बटैली ।

धनगढी उपमहानगरपालिका–२, मिलनचोकके कलावती खत्री आपन घरमे पाँचठो डस्टबिन रख्ले बटी । प्रारम्भमे तीन डस्टबिन (कुहना, नैकुहना ओ सीसा लगायतके वस्तु राखक लाग) प्रयोग करल उहाँ थप दुईमेरके फोहरके लाग डस्टबिन थपल हुइटी । स्यानिटरी प्याड, डाइपर, प्याम्पर्सके लाग एकठो डस्टबिन ओ मुर्गीनके पख्ना, भुट्ला, हड्डी राखक लाग औरे डस्टबिन आवश्यक रहल उहाँके कहाइ रहल बावै । पहिले सक्कु मेरके फोहर अक्के डस्टबिनमे रख्ना बानी परल उहाँ अब्बे शिक्षित नागरिकके रूपमे फोहर छुट्ट्याके रख्ना सक्रिय बटी ।

धनगढी उपमहानगरपालिकासे हाल उत्पत्तिके स्रोतमे फोहर वर्गीकरण अनिवार्य बनैले बावै । वर्गीकरण नैहुइल फोहर उपमहानगरसे नैउठाइठ् । कुहना ओ नैकुहना फोहरके लाग अलग–अलग ट्याक्टर टोलटोलमे पुगठ् । धनगढी–२ के शीतल टोलके भागादेवी महराके अनुसार पहिले फोहर जहाँेर टहोँर फेँक्ना करलमे हाल उपमहानगरसे लानल लावा व्यवस्थासे सहज हुइल बावै । धनगढी अब्बे सफा हुइल बावै । जहोँर टहोँर फोहर फेँकल नैडेखजाइठ् । जहोँर टहोँर फेकलनमे दण्ड जरिबाना टिरे परठ् । सार्वजनिक स्थानमे जहाँेर टहोँर फोहर फेँकलमे पाँच सयसे १५ हजार रुपैयाँसम जरिबाना लग्ना व्यवस्था करल बावै ।

उपमहानगरपालिकाके कर्मचारीले जहाँेर टहोँर फोहर नैफेक्ना बेलाबेला माइकिङ समेत कैटी आइल बटै । नियममे कडाइके साथे जनमानसमे सचेतना लानके फोहर व्यवस्थापनमे उपमहानगरसे निर्वाह करल भूमिकाहे जनता नमुना कामके संज्ञा डेटी रहल बटै । धनगढीके सफाइ डेखके स्थानीय खुसी बटै । धनगढी–उपमहानगरपालिका–४ के सुनिता विष्ट कहली, ‘धनगढी सुदूरपश्चिम प्रदेशके मुख्य सहर हो । व्यस्त बजारमे सरसफाइ व्यवस्थापनके काम हुइना उदाहरणीय बा । टोल अनुसार समय तालिका मिलाके फोहर सङ्कलन कैना सफाइ कर्मचारी समयमे अइठै ।’ यी अभियानमे सक्कु जाने साथ डेहे पर्ना उहाँके कहाइ रहल बावै । उहाँ कहली, ‘आउर प्रभावकारी रूपमे यी कामहे आघे लैजैना जरुरी बावै ।’

हाल उपमहानगरमे स्थायी फोहर व्यवस्थापन केन्द्र नैरहलेसे फेन वडा नम्बर ७ मे ४३ बिघा क्षेत्रफलमे ल्यान्डफिल साइट निर्माणके योजना बनैले बावै । उ काम कब सुरु हुइना कना टुङ्गो लागल नैहो । तत्कालके लाग उपमहानगरपालिकासे अलग–अलग गाडी पठाके वडा नम्बर २ मे रहल फोहरमैला सूक्ष्म वर्गीकरण केन्द्रमे सङ्कलन कैके थप वर्गीकरण कैटी आइल बावै । सूक्ष्म वर्गीकरण केन्द्र सञ्चालन पश्चात् फोहर व्यवस्थापनके कामसँगे उपमहानगरपालिकासे लाखौँ रुपैयाँ आम्दानी समेत करे लागल बावै । २०८० कुँवारमे धनगढी उपमहानगरपालिका ओ स्रोत व्यवस्थापन प्रालिबिच फोहर व्यवस्थापन अन्तर्गत सरसफाइ कार्यक्रम चलैना विषयमे सम्झौता हुइल रहे । ओकरपाछे उ कम्पनीसे उत्पत्तिके स्रोतमे फोहर वर्गीकरणके अभ्यास सिखाइल रहे ।

वर्गीकरण केन्द्र निर्माण सम्पन्न नैहुइटसम वैकल्पिक उपायस्वरूप घरघरमे फोहर छुट्ट्याइना अभ्यासहे प्राथमिकता डेहल रहे । उ बेला उपमहानगरसे टोल विकास संस्था, आमा समूह ओ विद्यालयमे अभिमुखीकरण कार्यक्रम सञ्चालन करल रहे । नगरवासीनके व्यवहार परिवर्तन कराइक लाग अभिमुखीकरण ओ जनचेतना कार्यक्रमहे प्रभावकारी बनाइल रहे । उ काम अब्बे फेन सञ्चालनमे बावै । स्रोत व्यवस्थापन प्रालिके कार्यकारी निर्देशक कृष्ण भण्डारी परामर्शदाताके रूपमे सूक्ष्म वर्गीकरण केन्द्रमे कुछ समय कार्यरत रहिट । कुछ समय उपमहानगरपालिकासे नै उक्त वर्गीकरण केन्द्र सञ्चालन करल रहे ।

२०८१ साउन १ से नन्दादेवी सेवा केन्द्रहे वर्गीकरण केन्द्र उपमहानगरपालिकासे ठेक्कामे डेले बावै । उक्त केन्द्रमे हाल १५० जाने मनै रोजगारी पैले बटै, जेम्ने आर्थिक अवस्था कमजोर रहलहे प्राथमिकतामे राखके रोजगारी डेहल वर्गीकरण केन्द्रके कर्मचारी जगतलाल चौधरी जानकारी डेलै । चौधरीके अनुसार यहाँ घर, होटल, कलकारखाना ओ बजारसे सङ्कलन करल नैकुहना फोहर वर्गीकरण कैके पुनः प्रयोग हुइना वस्तु छुट्ट्याजाइठ् । कुहना फोहर बायोग्याँस प्लान्टमे पठाजाइठ् कलेसे नैकुहना वस्तु प्लास्टिक, कागज, टिन, फलाम, सीसा आदि छुट्ट्याके पुनः प्रशोधनके लाग उद्योगमे पठाजाइठ् । प्लास्टिक ओ धातुजन्य वस्तु मेसिनसे डबाके छोट बनाजाइठ्, जिहीहे डल्ला वा पाता बनाके बिक्री करजाइठ् ।

बायोग्याँस प्लान्टके सञ्चालन निजी कम्पनी ‘देव तालिम तथा व्यवस्थापन केन्द्र’ से करले बावै । वैकल्पिक ऊर्जा प्रवद्र्धन केन्द्रसे ८ करोड अनुदान ओ कम्पनीके २० करोड ८४ लाख लगानीमे प्लान्ट निर्माण हुइल सञ्चालक रवीन पन्त जानकारी डेलै । कम्पनीसे यी प्लान्ट २० बरससम चलाके उपमहानगरहे हस्तान्तरण कैना बावै । प्लान्ट दैनिक ३० टन कुहना फोहर खपत करे सेक्ना क्षमताके रहल बावै । यहाँ उत्पादन हुइना ग्याँस खाना पकैना, वेल्डिङ कैना तथा सवारी साधन चलैना प्रयोजनमे प्रयोग करे सेकजाइठ् ।

ग्याँस उत्पादनपाछे बाँकी लेदो पदार्थहे मलके रूपमे प्रयोग करजाइठ् । प्लान्ट सञ्चालनके लाग चाहना जग्गा ओ फोहर उपमहानगरसे उपलब्ध कराइल हो । ग्याँस परीक्षण सफल होसेक्लेसे फेन व्यावसायिक बिक्री सुरु हुइना भर कुछ तयारी बाँकी रहल कम्पनी सञ्चालक पन्त बटैलै । सूक्ष्म वर्गीकरण केन्द्रमे काम कैना मीना चौधरी प्रारम्भमे सहरभरके फोहर हाठसे छानेबर अत्यन्तै कर्रा रहल अनुभव सुनैली । अब्बे उहाँ काममे सन्तुष्टि पैटी रहल बटैले बटी । ‘फोहरसे मोहर बन्ना पता पाइलपाछे काम कैना सुरु करल हुइटु । अब्बे कम रलेसे फेन कमाइ हुइठ्,’ उहाँ कहली ।

पहिले फोहर कहटीसाथ नाक खुम्च्याइना मनै अब्बे उत्सुकताके साथ वर्गीकरणबारे पुँछे आइ लागल चौधरी बटैली । अस्पताल तथा उद्योगसे निकरना हानिकारक फोहर व्यवस्थापन कैना सूक्ष्म वर्गीकरण केन्द्र लग्गेहे औरे केन्द्र निर्माण हुइल उपमहानगर प्रमुख गोपाल हमाल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘धनगढीहे स्वच्छ ओ व्यवस्थित सहर बनाइक लाग हम्रे योजनाबद्ध रूपमे आघे बह्रटी रहल बटी ।’ हाल उपमहानगरपालिकामे ६० सफाइ कर्मचारी, ६ चालक, ३ सुपरभाइजर ओ सूक्ष्म वर्गीकरण केन्द्रमे १२ कर्मचारी कार्यरत बटै । प्रत्येक भित्री सडकमे दैनिक झाडु लगैना ओ फोहर नियमित उठैना काम हुइटी रहल सरसफाइ इन्चार्ज हरिदत्त प्रसाद भट्ट जानकारी डेलै ।

फोहरसे उपमहानगर हालसम २२ लाख रुपैयाँसे ढेर आम्दानी करसेकल बावै । चालु आर्थिक बरसमे किल ठेक्का डेहल सेवा केन्द्र ९४ लाख रुपैयाँ राजस्व बुझैले बावै । समुदायमे स्थानीय अगुवा ओ जनप्रतिनिधि जागरूकता फैलैटी वर्गीकरण अभ्यासहे सफल बनैना सहयोग कैटी रहल बटै । उपमहानगरसे भविष्यमे जैविक मल उत्पादन तथा फोहरसे बिजुली उत्पादन कैना सम्भावनाके समेत अध्ययन करटी रहल बावै । ‘हाम्रो धनगढी, सफा धनगढी’ कना मूल नारासहित उपमहानगरसे सञ्चालनमे लानल सूक्ष्म वर्गीकरण केन्द्रसे धनगढी सहरहे सफा रख्ना सहयोग पुगैटी रहल बावै । फोहरसे आम्दानीके स्रोत समेत बने लागल बावै ।

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