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सुदूरपश्चिम प्रदेशके बजेट सर्वसम्मतिले पारित

पहुरा | १८ असार २०८२, बुधबार
सुदूरपश्चिम प्रदेशके बजेट सर्वसम्मतिले पारित

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १८ असार ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके आर्थिक वर्ष २०८२–८३ के बजेट प्रदेश सभासे सर्वसम्मतिसे पारित हुइल बा ।

बुधके बैठल प्रदेश सभा बैठकसे प्रदेश सरकारके अर्थसम्बन्धी प्रस्तावहे कार्यान्वयन कैना बनल विधेयकसहित बजेटहे सर्वसम्मतिसे पारित करल हो ।

आर्थिक मामिलामन्त्री बहादुरसिंह थापा अर्थसम्बन्धी प्रस्तावहे कार्यान्वयन कैना बनल विधेयकसहित आगामी आर्थिक बरसके बजेट सदनसे पारितके लाग प्रस्ताव पेस करल रहिट ।

आगामी आर्थिक बरसके लाग सरकारसे ३३ अर्ब ४७ करोड ६० लाख ४८ हजार रुपियाँके अनुमानित बजेट गत असार १ गते प्रदेश सभामे प्रस्तुत करल रहे । जेम्ने चालुतर्फ १० अर्ब २० करोड ८१ लाख ८२ हजार (३०.४९ प्रतिशत) ओ पुँजीगतओर १९ अर्ब ८३ करोड दुई लाख ६ हजार (५९.२५ प्रतिशत) बजेट विनियोजन करल बा ।

ओस्टके, अन्तरवित्तीय हस्तान्तर ओर तीन अर्ब ४२ करोड ७७ लाख (१०.२४ प्रतिशत) ओ वित्तीय व्यवस्था ओर एक करोड रुपियाँ बजेट विनियोजन करल बा ।

बजेटउपर चार दिनसमके छलफल करल रहे । छलफलमे २७ जाने प्रदेश सभा सदस्य भाग लेहल रहिट ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे आगामी आर्थिक बरस २०८२/८३ के लाग प्रदेश सभामे प्रस्तुत करल बजेटउपर सत्तापक्षके प्रदेश सभा सदस्य कडा टिप्पणी करल रहिट ।

प्रदेश सभामे बजेटउपरके छलफलमे मंगरके रोज भाग लेहल नेपाली कांग्रेसके शिवराज भट्ट नीति तथा कार्यक्रसे फरक रूपमे बजेट आइल जिकिर करल रहिट । बजेटमे दीर्घकालीन ओ मध्यकालीन योजना नैरहल कहटी उहाँ शङ्कास्पद योजनाके छानबिन करे पर्र्ना माग करल रहिट । “एकठो छानबिन आयोग गठन कैके शंकास्पद योजनाहे यथावत् राखके औरेहे पास करले परल,” भट्ट कहलै ।

ओस्टके नेकपा (एमाले) के प्रमुख सचेतक चक्रबहादुर मल्ल आलोचनात्मक टिप्पणीसहित बजेटप्रति समर्थन जनाइल रहिट । उहाँ योजना खरिदबिक्रीके परिपाटी आभिन नैरोकल कहटी थप्लै, “आघेक सरकारसे लगाइल बिचौलियाके यिबा अब्बे फरे लागल बा । काल्ह ओ आजके बिचौलियामे ढेर फरक नैहो ।”

कट्टामे पैसा लानो डोकामे योजना लैजाऊ प्रवृत्ति प्रदेशमे हाबी रहल उहाँके दाबी रहे । यद्यपि सरकारके बजेटसे समृद्धिके आधार खडा करल मल्ल करल रहिट ।

नेपाली कांग्रेसके गीता चौधरी बजेटमे समेटल एक हजारसे पाँच लाखसमके योजना कार्यान्वयन हुइ नैसेक्ना बटाइल रही । उहाँ डालो ओ झुन्ड्याइल योजना नियन्त्रण हुइ नैसेकल कहटी नीति तथा कार्यक्रमहे ढेर हदसम समेटके बजेट आइल उल्लेख करल रही । प्रतिपक्षी दल नेकपा (माओवादी केन्द्र) के शिवसिंह ओली संसद्के धारणा बजेटमे नैसमेटल बटाइल रहिट । उहाँ नीति तथा कार्यक्रमहे प्रदेश सरकारके बजेटसे छुये नैसेकल उल्लेख करल रहिट ।

प्रतिपक्षी दल नेकपा (एकीकृत समाजवादी) के माया पन्त सदनहे उपेक्षा कैके आइल बजेटसे प्रदेशके समस्या समाधान करे नैसेकल जिकिर करल रही । ओस्टके प्रतिपक्षी दल राष्ट्रिय प्रजातन्त्र पार्टीके खेमादेवी विष्ट नीति तथा कार्यक्रम आइलमे आशावादी हुइलेसे फेन बजेटसे निराश बनाइल बटाइल रही ।

नीति तथा कार्यक्रमसे फरक बजेट लानके सरकारसे प्रदेशके जनताके भविष्यउपर खेलवाड करल उहाँके कहाइ रहे । प्रतिपक्षी स्वतन्त्र प्रदेश सभा सदस्य तारा जोशी प्रदेशके हकमे कृषि ढेर महत्वपूर्ण ओ प्राथमिक क्षेत्र रहल ओरसे ओम्ने ढेर बजेट हुइना आवश्यक रहल औँल्याइल रहिट । अर्थतन्त्रमे बजेटसे का असर पारी कना बात महत्वपूर्ण रहल कहटी उहाँ कृषिपाछे किल उद्योगमे लगानी करे पर्र्ना उल्लेख करल रहिट ।

नेकपा (माओवादी केन्द्र) के लक्ष्मी विक बजेट बनैना प्रणाली ठिक नैरहल कहटी बजेटउपरके छलफल फेन औचित्यहीन रहल बटैली । उहाँ कहली, “जट्रा छलफल करलेसे फेन न बजेट संशोधन हुइ न टे सच्याजाइ । बहुमतसे पारित होजाइ ।”

माओवादीके ओमविक्रम भाट सरल बलगर सरकारसे कमजोर ओ वितरणमुखी बजेट लानल कहटी इहीसे प्रदेशके समृद्धि नैहुइना टिप्पणी करल रहिट । उहाँ प्रतिपक्षीसे फेन सत्तापक्षके बजेटउपर चर्को आलोचना रहल ओरसे बजेट कैसिक बा कना बात स्पष्ट हुइल उल्लेख करल रहिट ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू