कमैयामुक्तिः विगतके संघर्ष, वर्तमानके चुनौती ओ भविष्यके स्पष्ट योजना

कमैया प्रणाली नेपालके सुदूरपश्चिम ओ लुम्बिनी प्रदेश तराईके पाँच जिल्ला—दाङ, बाँके, बर्दिया, कैलाली ओ कञ्चनपुरमे थारुसमुदायसंग गहिर रूपमे गाँसल ऋणमे आधारित बन्धुवा श्रम प्रणाली हो । नेपालके इतिहासमे श्रमशोषणके सबसे अमानवीय रूप मध्ये एक रहे ।
कमैया प्रणाली थारु समुदायके हजारौँ परिवारहे पुस्तौँसम ऋणके नाममे बन्धुवा श्रममे बाँधके शोषण करल रहे । वर्ष २००० (२०५७ साल साउन २ गते) सरकारसे कमैया प्रथाहे गैरकानूनी घोषणा करटी कमैया मुक्तिके घोषणा करल, मने आज, एक चौथाई शताब्दीपाछेफे यी उन्मुक्तिपूर्ण सफल हुई नैसेकल हो । सरकारसे कमैया प्रणाली अन्त्य करल घोषणा करल । उ दिन नेपालके हजारौँ बन्धुवा श्रमिकसे मुक्तिके घोषणा सुनके ओ स्वतन्त्रताके सपना डेख्लै । मने, २५वर्षपाछे फे प्रश्न ओस्टे बा ।
का कमैया मुक्ति केवल कानूनी घोषणा केल हो ? मुक्तकमैयाहुक्रे जीवनस्तरमे वास्तविक स्वतन्त्रता चिख्लै ? ओ भूमिहीनता, रोजगारी अभाव, शिक्षाओ स्वास्थ्यमे पहुँच नैहुके मुक्तकमैयाहुत्र,े अभिनफे समग्र सेवा ओ पहुँचमे पाछे बटै । दैनिक प्रभाव पर्ना सामाजिक ओ आर्थिक रूपमे कमजोर अवस्थामे बटै ।
कमैया बैठे पर्ना बाध्यता
१. ऋण लेहेबेर ब्याज अत्यधिक रख्न ओ उ तिरे नैसेक्के परिवार पुस्तौँसम जमिनदारके ठेन श्रम करके ब्याज तिर्न बाध्य ।
२. श्रम अनुसारके पारिश्रमिक नाही, ठोरचे चाउर ओ नोन महिलाउप्पर दोहोरा ेशोषण (श्रम ओ यौनहिंसा)
३. शिक्षासे पूर्ण वञ्चित व्यवहारिक रूपमे मनैनहे दास बनैलै ।
विगतमे आन्दोलनके स्वरूप
आन्दोलन अहिंसात्मक मने विरोध प्रदर्शन, जागरणयात्रा, सडकर्याली, जग्गा कब्जा अभियान, तिनकुने कब्जा, चक्काजाम, महेन्द्र राजमार्गमे नमूना भरनिर्माणलगायत ज्ञापन पत्र बुझैना अभियान जैसिन स्वरूप आन्दोलन हुइल रहे । काठमाडौंसे जिल्ला केन्द्रसम एकीकृतआन्दोलन ह्ुइल जेम्ने मजदुर, शिक्षक, पत्रकार ओ विद्यार्थीहुकनके समर्थन पागिल ।
विगतके उपलब्धी ओ योगदान
१. कानूनी मान्यता ओ दासत्व अन्त्य ।
२. कुछ परिवारहे बासके लाग ढेरमे ५ कठ्ठासे ५ धुरसम लालपुर्जा ओ आवास ।
३. महिला सशक्तिकरण ओ ओ सहकारी विस्तार ।
४. कमैया आन्दोलनसे मानव अधिकारके इतिहासमे नयाँ मोड ल्यानल ।
विगतके उपलब्धी ओ योगदानःसंघर्षसे प्राप्त प्रमुख उपलब्धी कमैया मुक्ति आन्दोलनसे नेपालके सामाजिक न्याय ओ मानवअधिकारके क्षेत्रमे ऐतिहासिक मोड ल्यानल बा । यी आन्दोलनसे प्राप्त उपलब्धी केवल कानूनी केल्ह नैहोके संरचनागत परिवर्तनके दृष्टिसेफे महत्वपूर्ण बा ।
१. कानूनी मान्यता ओ दासत्वअन्त्य
२०५७ साल साउन २ गते कमैया प्रथा गैरकानूनी घोषणा हुके तत्कालीन सरकारसे कमैया श्रम निषेध ऐन, २०५८ ल्यानल । यी कानूनले न केवल कमैया प्रथाहे समाप्त करल, बरु भविष्यमे कौनोफे रूपके बन्धुवा श्रमप्रणालीहे रोक्न कानूनी संरचना तयार करल । यिहीहे नेपालके मानव अधिकारके इतिहासमे महत्वपूर्ण माइलस्टोन मानजाइठ ।
२. कुछ परिवारहे लालपुर्जा ओ आवास
कमैया मुक्ति घोषणापाछे सरकारसे भूमिहीन कमैयापरिवारहे पुनर्वासके लाग जग्गा बाँटना निर्णय करल । करिब ८,०२२ परिवारहे लालपुर्जा ओ आवास उपलब्ध कराइल तथ्यांक बा । मने बाँकी परिवार अभिन भूमिहीन बटै । यी कदमसे टमान मुक्तकमैयाहे जग्गा स्वामित्वकेअनुभव डेहुवाइल ओइनहे स्वतन्त्र नागरिकके अधिकार प्राप्तीके अनुभव हुइल ।
३. महिला सशक्तिकरण ओ सहकारी विस्तार
आन्दोलनसे थारु महिलाहे चेतनाके प्रकाशममे ल्यानल । कमलहरी प्रथा विरुद्धके आन्दोलनसँगे महिलाहुक्रे आर्थिक ओ सामाजिक रूपसे सशक्त बने लग्लै । महिला समूह, सहकारी ओ ओ सीप विकास तालिमसे महिलाहे आर्थिक पहुँच डेहुवाइल ओइने सामुदायिक नेतृत्वमे अग्रसर हुई लग्लै ।
४. थारु आन्दोलन ओ मानव अधिकारमे नयाँ मोड
थारु समुदायसे सुरु हुइल यी आन्दोलन केवल स्थानीयके मुद्दा नैरहल, यी राष्ट्रिय बहसमे रूपान्तरण हुइल । यिहीसे नेपालमे श्रम अधिकार, दासत्व उन्मूलनओ सामाजिक समानता बारे चेतना फैलाइल । यि नीति निर्माणममे नागरिकके सक्रिय भूमिका डेखाइल ओ अन्य शोषितवर्गक आन्दोलनके लाग मार्गनिर्देशन प्रदान करल ।
५. मुक्तकमैयाके आन्दोलनके परिणाम पहाडमे रहल हलिया प्रथाफे अन्त्य हुइल बा । कारण हलिया संगठित हुके अधिकार मागके केल्ह मुक्तघोषणा कैना बाध्य ।
वर्तमान चुनौती कमैया प्रणाली समाप्त हुइल २५वर्ष बिटसेक्लेसेफे मुक्तकमैयाहुक्रे अभिन विविध चुनौतीके सामना करटी रहल बटै । यी चुनौतीसे ओइनके जीवनस्तर सुधारमे भारी बाधा पुगैटी रहल बा । प्रमुख चुनौती यी मेरके बटै ।
भूमिहीनता कायम
कमैया मुक्ति अभियानसे ढेर परिवारहे भूमिसहित पुनर्वास करैलेसेफे, अभिन हजारौं परिवार भूमिहीन बटै । राष्ट्रिय तथ्याङ्क अनुसार, २०२३ सम करिब ९५३ परिवार (विशेषतःकैलाली ओ कञ्चनपुरमे) पुनर्वासके पर्खाइमे बटै । भूमिहीनता हुके कृषि कार्य सम्भव नैहुई परिवार गहिर गरिबीमे थुनल बटै ।
२. जमिनके गुणस्तर खराब
सरकारसे बाँटल जग्गा प्रायः नदी किनार, जंगलके सिमाना, ओ प्रकोप प्रभावित क्षेत्रमे पर्ना ओरसे उर्वरतार उत्पादकता कम बा । यी कृषिमे आत्मनिर्भर बन्न कठिनाइ ल्यानी । साथे, यी क्षेत्रमे प्रायःबाढ, पहिरो, डढेलो जैसिन प्राकृतिक प्रकोप ढेर हुइल ओरसे जीवनयापन जोखिम पूर्ण बा ।
३. शिक्षा ओ स्वास्थ्य पहुँच न्यून
थारु समुदायके बालबालिका विद्यालयमे पहुँच कमजोर बा । कमलरी प्रथा अभिन कुछ ठाउँमे डेखा पपर्ना ओ बालबालिकाके निरन्तर पढाइमे बाधा पुगगैना समस्या कायमे बा । स्वास्थ्य सेवामेफे पहुँच सीमित बा । प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रके दूरी ओ सेवा गुणस्तर कमजोर हुके रोगके रोकथाम ओ उपचारमे समस्या बा ।
४. रोजगारी अभाव ओ वैदेशिक रोजगारमे निर्भरता
स्थानीय रोजगारीके अभावके कारण करिब ७०% मुक्तकमैया परिवार वैदेशिक रोजगारीमे निर्भर हुइल बटै । कमैया परिवार थारू समुदायके हुइल ओरसे पहिले कामे लाग विदेश जैना चलन नैरहे । यिहीसे परिवारके सामाजिक संरचना ओ आर्थिक स्थिरतामे नकारात्मक प्रभाव परटी रहल बा । विदेशमे काम करेबेर ओइने भोग्न दुव्र्यवहार ओ जोखिमफे ढेर बा ।
५. जग्गा नामसारी समस्या ओ सरकारी अनुगमन कमजोर जग्गा हस्तान्तरण प्रक्रिया अधुरो रहल बा । नामसारीमे प्राविधिक, प्रशासनिक समस्या ओ भ्रष्टाचारके कारण बाँकी परिवारसे अपन जग्गामे पूर्ण अधिकार पाई नैसेकल हुइट । सरकारी अनुगमन ओ पुनर्वास कार्यक्रम प्रभावकारी नैरहल ओरसे नीति ओ कार्यक्रमके कार्यान्वयनमे भारी समस्या विल्गाइठ ।
नेपाल सरकार ओ सम्बद्ध निकायसे कमैया मुक्ति अभियानहे आगामी दिनमे समृद्ध ओ दिगो बनैना लक्ष्यसहित खाका तयार करेपरठ ।
प्रमुख बचत लक्ष्य
१. सक्कु मुक्तकमैया परिवारहे कृषि योग्य, जोखिम रहित ओ सहजपहुँच हुइल जमिन उपलब्ध करैना ।
२. दर्ता ओ नामसारी प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शी ओ द्रुत बनैना
३. १००% बालबालिका विद्यालयमे पहुँच
४. कमलरी प्रथा पूर्णरूपमे उन्मूलन
५. बालबालिकाके निरन्तर शिक्षामे पहुँच सुनिश्चित कैना छात्रवृत्ति,पोषण ओ स्वास्थ्य कार्यक्रम
६. ८०% रोजगारीदर (कृषि बाहेक), स्वरोजगार, छोट उद्योग, सेवा क्षेत्रमे रोजगार सृजना तथा युवाहे प्राविधिक, व्यवसायिक तालिम मार्फत सक्षम बनैना
७. महिला नेतृत्व ५०%
८. महिला सहकारी, सामाजिक संस्था ओ स्थानीय शासनमे नेतृत्वदायी भूमिकामे समावेशीकरण
९. लै·िक समानता सुनिश्चित कैना विशेषनीओर कार्यक्रम
१०. १००% स्वास्थ्य बीमा कवरेज सबै परिवारहे स्वास्थ्य बीमा अन्तर्गत पुगैना
११. प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा, मातृ–शिशु स्वास्थ्य, पोषणमे केन्द्रित कार्यक्रम
ठप प्रगतिशील लक्ष्यः
१. सामाजिक सुरक्षा प्रणालीमे पूर्ण समावेशीकरण
२. वृद्धावस्था, अपांगता ओ विपन्नताके लाग सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित ।
३. दैनिक जीवनमे आर्थिक सुरक्षाके लाग न्यूनतम आय ग्यारेन्टी ।
४. सामुदायिक नेतृत्व ओ नीति निर्माणमे सहभागिता ७०%
५. मुक्तकमैया ओ थारुसमुदायके सदस्यहे स्थानीयतहसे संघीय सरकारसम नीति निर्माणमे सक्रिय सहभागी बनैना ।
६. पर्यावरणीय दिगोपना ओ जोखिम न्यूनीकरण
७. बाँटल जमिनमे वातावरणीय संरक्षण, बाँध ओ सिँचाइके विकास ।
८. प्रकोप व्यवस्थापन ओ आपतकालीन तयारी प्रणाली विकास ।
९. डिजिटल पहुँच ओ सूचना प्रविधि समावेशीकरण
१०. मुक्तकमैयाके परिवारहे डिजिटल शिक्षा, बजार ओ सरकारी सेवा पहुँचमे सक्षम बनैना ।
११. सूचना प्रविधिके प्रयोगसे सामाजिक तथा आर्थिक विकासहे तीव्रता डेना ।
निष्कर्षःघोषणा नाही, जीवनमे कार्यान्वयन
कमैया मुक्ति केवल कानूनी घोषणा केल्ह नाही यी सामाजिक न्याय ओ मानव गरिमाके संघर्ष हो । कानुनी रूपमे दासत्व अन्त्य करलेसेफे वास्तविक स्वतन्त्रता तबकेल सम्भव हुइट जब मुक्तकमैया भूमि, रोजगारी, शिक्षाओ स्वास्थ्य जैसिन आधारभूत अधिकारके सुनिश्चितता हुइट ।
२५वर्षपाछेफे हजारौ ंपरिवार भूमिहीन, रोजगारी विहीन ओ अवसर विहीन अवस्थामे बटै कना हम्रे बुझ्mे परठ —घोषणासे इतिहास लिखठ, मने कार्यान्वयनसे जीवन बडल्ठ ।
आब समय आइल बाः
– भूमिहीनताहे पूर्ण अन्त्य कैना
– रोजगारी ओ सीपयुक्त अर्थतन्त्र निर्माण कैना
– शिक्षामे शतप्रतिशत पहुँच ओ लै·िक समानता सुनिश्चित कैना
– स्वास्थ्यसुरक्षा ओ सामाजिक सुरक्षा सक्कुहे उपलब्ध करैना
कमैया मुक्ति केवल एक अतितके अभियान नैहो, यी भविष्यके दिगो विकास ओ समतामूलक समाजके लाग अनिवार्य शर्त हो । यिहीहे घोषणासे व्यवहारमे ल्यन्ना हमार साझा जिम्मेवारी हो—सरकार, समुदाय, नागरिक समाज ओ अन्तर्राष्ट्रिय साझेदार सक्कु ।
अभियानहे आन्दोलनमे रूपान्तरण करी—अइसिन इतिहास बनाई जिहीसे दुसर पुस्ताहे गर्व डेहुवाई ।
