पहुरा
१४ चैत्र २०७८, सोमबार
सागर कुस्मीधनगढी, १४ चैत । कोइ टेबुल बनाइँठ, टे कोइ पलंग सोफा, टे कोइ कुर्सी इलमारी । बिहान आठ बजेसे साँझ ६ बजेसम सब जाने अपन अपन हाँठम् रन्डा रुखान लेले बिल्गैठैं । इ दृश्य हो धनगढीके बुद्ध चोकसे ३ सय मिटर उत्तरमे रहल शिवपुरी फर्निचर