पहुरा
७ मंसिर २०७८, मंगलवार
नरेन्द्र चौधरीधनगढी, ७ अगहन । ‘राई खेती मसुरी, मसुरी खेती राई, ओहे खेतियाम बिछिया हेरान…’ यी गीतके बोली औली उटरलक् दिन गैना गीत हो । धनकटनी ओरलक दिन खेतुवामे थारु समुदायके महिला पुरुष परम्परागत पहिरन ओ गरगहनामे सजके मन्डराक टारमे