कैलाली जिल्ला गोदावरी नगरपालिका वडा नम्बर ५ गेटीमे २०५८ सालसे बसोबास करटी आइल मुक्त कमैया रतरानीदेवी चौधरी लाल कार्ड पाइल मुक्त कमैया हुइट । कमैया मुक्तिपाछे पुनर्स्थापनाके आसमे दुई दशकसे गेटीमे बसोबास करल मने जग्गाके लालपूर्जा
समस्या समाधान कैना आयोग ओ स्थानीय प्रशासनसे प्रतिवद्धता पहुरा समाचारदाताधनगढी, ७ फागुन । कैलालीके गोदावरी नगरपालिका वडा नम्बर ५ गेटीमे बसोबास रहल मुक्त कमैयाहुक्रे अभिनसम विधिवत पुनस्र्थापना नैहुके आधारभूत मानवाधिकारसे वञ्चित
पहुरा समाचारदाताधनगढी, ६ फागुन । कैलालीके गोदावरी नगरपालिका अत्तरियामे ‘भुमिका’ नामक नाटक प्रदर्शन करल बा । एभरेष्ट एकेडेमीसे आयोजनामे नाटक प्रस्तुत करगिल हो । नाटकके कलाकार एकेडेमीमे अध्ययनरत छात्रछात्रा रहल रहिट । नाटक मार्फत
पृष्ठभूमि ६० के दशक पाछे चर्चाके रुपमे अइटी रहल शब्द हो, जय गुर्बाबा । हरेक यूवा वर्गमे खास करके यूवा साहित्यकार तथा लेखक वर्गमे यी शब्द एकदम मुखारित हुइल बा । किहिनहे अभिवादन करे परलमे जय गुर्बाबा कना करजाइठ । ६० के दशक से आघे थारू
कैलाली जिल्लाके कैलारी गाउँपालिका ८ दुधिया निवासी २८ वर्षिय दुर्गा चौधरीहे मुनाहस घाहिल बनाइक नरभक्षी बघुवा दुई दिन बिराके गौरीगंगा नगरपालिका–५, अण्डैया निवासी कला धामीके ज्यान लेहलपाछे स्थानीयहुकनमे त्रास फैलल बा । कुछ दिन
घरायसी रिसिबीके कारण बलात्कार ओ हत्या पहुरा समाचारदाताधनगढी, ५ फागुन । बैतडीके १७ वर्षिया किशोरी भागरथी भट्टके बलात्कारपाछे हत्या करल अभियोगमे पक्राउ परल अभियुक्तहे बुधके राजे प्रहरी सार्वजनिक करले बा । दोगडाकेदार गाउँपालिका–७
फागुन आइठ टो भोज सम्झबो । भोज कहटी कि लगनके बाट उठे लागठ । कोइ कहे लागठ, असौं लगन नाइ हो । कोइ कहे लागठ, लगन बा मने बरा कम डिन बा । फागुनके लग्गे बस अस्टे अस्टे बाट उठा करठ । पहिलेक चलन फरक रहे । फागुन अइटी कि थारु बस्ती चैनार । न लगन न सगन ।
पहुरा समाचारदाताधनगढी, ५ फागुन । भूमि व्यवस्था कृषि तथा सहकारी मन्त्रालय स्थापना हुइल यहोर अब्बेसम टमान व्यवस्थापन तथा नीतिगत उपलब्धी हासिल करल जनाइल बा । मन्त्रालय गठन हुइल तीन बरस पुरा हुइल पूर्वसन्ध्यामे मंगरके रोज पत्रकार
अधिकांश पर्सागढीके बारे जन्ले हुइबी । मने नेपालके भूभाग ब्रिटिस सरकारसे कब्जा करना क्रममे नेपाली अंग्रेजहे पराजय करना टमान गढीमध्येके एक हो पर्सागढी । यिहिनहे और विस्तृतरुपमे कलेसे वि.सं. १८७१ मे नेपाल सरकार ओ भारतके तत्कालीन