पहुरा
२५ पुष २०७७, शनिबार
सोन केक्रोे कल्पनामे नै फरठ्,केक्रो सपनामे फेन नै फरठ्,न ट फरठ्, केक्रोे भावनामेउ टे फरठ्,पस्नक बहटु लडियक् बिचमझुवामे । भुँख्ले पेट पस्ना चुहाकेजमिन उर्बर बने सेकठ्समठर हुइ सेकठ्,ओ, फराक फेन हुइ सेकठ्मुले, इ ढर्टिमेअँखुवा निकरके