थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १५ बैशाख २६४८, शनिच्चर ]
[ वि.सं १५ बैशाख २०८१, शनिबार ]
[ 27 Apr 2024, Saturday ]
‘ लकडाउनमे ओम केदार च्याउ फर्मके कमाल ’

बेम्टी संगे २ महिनामे फराइल २७८ क्वीन्टल टीना

पहुरा | १६ श्रावण २०७७, शुक्रबार
बेम्टी संगे २ महिनामे फराइल २७८ क्वीन्टल टीना

धनगढी, १६ सावन । सुदूरपश्चिममे सबसे भारी च्याउ (बेम्टी) प्रशोधन केन्द्रके रुपमे रहल ओम केदार च्याउ तथा तरकारी फर्म टीना उत्पादनमे फेन बहुट आघे बा ।

धनगढी उपमहानगरपालिका १२ जुगेडामे रहल उ फर्म बेम्टीक् संगे टीना उत्पादन करके मजा बजार लेटी आइल हो । २ विघामे फैलल उ फर्म कुवारसे बैशाख महिनासम टमान मेरिक बेम्टी उत्पादन करटी आइल बा । कलेसे बाँकी समयमे कुछ मात्रामे बेमौसमी बेम्टी संगे टीना उत्पादन करटी आइल हो ।

फर्मके व्यवस्थापन राजु पुनमगरके अनुसार जेठसे असारसमके अवधीमे २७८ क्वीन्टल टमान मेरिक टीना उत्पादन कर्ना सफल हुइल बा । खिरा (काक्रो) १५ हजार किलो, लौका ८ हजार हजार किलो, घिरौला ३ हजार किलो, करैला १ हजार किलो, मिर्चा ५ सय किलो ओ हरियर साग ३ सय किलो उत्पादन कर्ना सफल हुइल हो । बेम्टीके लाग टहरा बनाइल ठाउँमे टीना खेटी करके २ महिनामे ५ लाखके कारोबार करल फर्मके व्यवस्थापनक राजु पुनमगर जानकारी डेलै ।

कैलालीके तापक्रम अनुसार कैलालीमे बेम्टी खेती कुवार (असोज) महिनासे चैत महिनासम करजाइठ । जौन अनुसार उ फर्म २ विघा क्षेत्रफलमे कन्ये च्याउ (बेम्टी), गोब्रे च्याउ (बेम्टी) उत्पादन संगे उ बेम्टीक् बिया उत्पादन, बेम्टीक आचार, सुकुटी, क्यान, पाउडर, क्यान बनैटी आइल बा । गर्मी सिजनमे भर टीना संगे बेमौसमी बेम्टी अर्थात मिल्की च्याउन उत्पादन करटी आइल फर्मके सञ्चालक कमल घर्तिमगर जानकारी डेलै । नेपालमे पहिलबार मिल्की च्याउके उत्पादन करल बटैटी सञ्चालक घर्तिमगर पहिलबार परिक्षणके रुपमे हुइलेसे फेन डेढ क्वीन्टल उत्पादन कर्ना सफल हुइल जानकारी डेलै ।

ओस्टके यी फर्म बेम्टी उत्पादन, प्रशिक्षण तथा अनुसन्धानके लाग फेन स्थापित हुइटी गैल बा । सक्कु मेरके बेम्टी उत्पादनके लाग प्रशिक्षण समेत डेटी आइल फेन जनागिल बा ।
२०७१ सालमे २० लाखके लगानीमे सञ्चालनमे आइल फर्ममे एसियाली विकास बैंकके सहयोग रहल साना तथा मझौला कृषक आयस्तर बृद्धि परियोजना (रिज्म एफपी) ओ आपन करके १ करोड ८ लाख सुरुवाती लगानी रहल बा । उ फर्ममे हालसम साढे २ करोडसे ढिउर लगानी पुगल जनागिल बा ।

यी फेन पह्रे सेक्बी

लकडाउनमे फुले लागल लौव जातके बेमाैसमी बेम्टी

जनाअवजको टिप्पणीहरू