‘सीमान्तकृत वर्गके जीवनस्तरमे अमुल परिवर्तन नैहुइल’
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २४ कुवाँर । संविधान सभा सदस्य हरिश्रीपाइली संविधान जारी हुइल तीन बरस विटलेसेफे सीमान्तकृत समुदायके जीवनस्तरमे अमुल परिवर्तन हुइल नैसेकल बटैले बाटै ।
समुदायमे आधारित सामुदायिक संस्थाहुकनके प्रादेशिक संजालके टिसरा नियमित बैठकमे उहाँ सीमान्तकृत समुदाय संविधानमे उल्लेखित हकअधिकारसे अभिन बञ्चित हुइल बटैलै । ‘संविधान जारी हुइलपाछे गरिब पिछरल सीमान्तकृत वर्गके जीवनस्तरमे अमुल परिवर्तन हुइ कहिके सोचल रहे,’ सविधानसभा सदस्य श्रीपाइली कहलै, ‘संघीयता लागु हुइलेसे ओइनके माग अभिन सम्बोधन हुईनइसेकल हो ।’
राजनीतिक दलहुक्रे शैद्धान्तिक ओ बैचारिक रुपमे सीमान्तकृत वर्गके माग सम्बोधन करही कहिके सक्कुहुन लागल रहे मने दलहुकनके राजनीतिक दलके रबैयासे निरास बनाइल उहाँ बटैलै । उहाँ कहलै, ‘स्थानीय चुनाव होए या प्रदेश चाहे संघीय चुनावमे राजनीतिक दलके घोषणा पत्र जनताहुकनहे फुलाइल मने कार्यान्वयनके पक्ष शुन्य रहल बा ।’ जनताके सहभागिता हुइलपाछे लौव सरकारसे कुछ करी कना आश रहलेसेफे अपेक्षाकृत परिवर्तन हुइ नइसेकल सविधानसभा सदस्य श्रीपाइली बटैलै । कोरोनाके कारण सीमान्तकृत वर्गके मुद्दा ओझेलमे परल जनैलै ।
कार्यक्रममे अभिवक्ता राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघके कार्यक्रम संयोजक हरिसिंह बोहरा प्रदेश सरकारसे आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ सालके बार्षिक नीति तथा कार्यक्रम प्रस्तुत करटी मुक्तकमैया, कमलरी, हलिया तथा सुकुुम्बासीके पुनस्र्थापना कैना कार्यक्रम अन्र्तगत दुई हजार सीमान्तकृत कृषकहे कृषि तथा पशुपंक्षि सम्बन्धी कार्यक्रम मार्फत सहयोग कैना, कोभिड–१९ महामारीके संक्रमण ओ यकर प्रभावसे स्वदेश तथा विदेशमे रोजगारी गुमाइल व्यक्तिनके लाग रोजगारी अभिबृद्धि मार्फत योजना नानल जनैलै । नीति तथा कार्यक्रममे जनआन्दोलनके ओ जनयुद्धके शहिद, घाहिल, वेपत्ता परिवार, असहाय अशक्त, द्वन्द्व पीडित, वृद्धवृद्धा, सीमान्तकृत, लोपोन्मुख जाति, जनजाती, दलित, एकल महिला, बेरोजगार तथा विपन्न वर्गहे परिलक्षित करके अइना बजेटमे कार्यक्रम नन्ना कहल बा ।
दलित, मुक्तकमैया, मुक्त कमलरी, मुक्तहलिया, एकल महिला, द्वन्द्वपीडित, सुकुुम्वासी, विपन्न समुदाय लाग आयआर्जनके कार्यक्रम संचालन कैना साथे मुक्तकमैया,हलिया पुनस्र्थापना कार्यमे छुट हुइ गैल परिवारहुकनके पहिचान करके लगत संकलन कैना कहल बा ।
ओस्टेक प्रदेश सरकारसे आर्थिक बर्ष २०७७/०७८ सालके बजेट प्रस्तुत करटी सीमान्तकृत वर्गके लाग स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव विकास लगायतके सूचकांकमे पाछे परल बाजुरा, बझाङ, दार्चुला ओ अछाम जिल्लामे संचालन हुइना कार्यक्रमहे प्राथमिकताके साथ बजेट विनियोजन करल जनाइल बा । प्रदेशमे रहल छाउपडी प्रथा, जातीय छुवाछुत, बालविहा, महिला हिंसा लगायतके सामािजक कुरिती विरुद्ध लरना विशेष कार्यक्रम संचालन कैना जनाइल बा ।
आर्थिक रुपमे विपन्न नागरिकहुकनके औषधोपचारमे आर्थिक सहायताके लाग १ करोड २० लाख बजेट विनियोजन करल बा । अल्पसंख्यक, सीमान्तकृत ओ पिछरल वर्ग ओ समुदायके आर्थिक आयआर्जनके अभिविद्धि कैना साथे जातीय छुवाछुत तथा विभेदके अन्त्य कैना दलित सशक्तीकरण कार्यक्रमके लाग रु. १ करोड ४० लाख बजेट विनियोजन करल बा ।
‘एउटै सृष्टि, समृद्धि’ कना नारासहिट समाजमे रहल महिलला हिंसा, छाउपडी प्रथा, बोक्सी प्रथा, जातीय भेदभाव उन्मूलन कैना सामािजक रुपान्तरणके साथे बझाङ, बाजुरा, अछाम ओ दाचुर्लाके सक्कु पालिकामे बालविहा ओ छाउपडी प्रथा विरुद्धके अभियान संचालन कैना रु. २ करोड ५७ लाख ७६ हजार बजेट विनियोजन करल बा ।
गरिव तथा विपन्न वर्गके पहिचान करके सुरक्षित आवासके व्यवस्थापन कैना मुख्यमन्त्री एकिकृत वस्ती विकास कार्यक्रमहे निरन्तरता डेना कहल बा । अइना आर्थिक वर्षमे मेल्लेख गाउँपालिका, अछाम, धुजन्न शिविर, भुरुवा राजीवस्ती भजनी, कैलाली, कञ्चनपुरके बेदकोट ओ डोटीके दिपायलमे ८० ठो घर निमार्ण करके वितरण करेक लाग रु. ५ करोड बजेट विनियोजना करल बा ।
नम्मा समयसम राज्यके मूलधारसे पाछे परल ओ पारल भूमिहिन, विपन्न, सीमान्तकृत, मुक्त कमैया, कमलरी, दलित, हलिया, राजी, राउटे, बादी लगायत वर्गके उत्थान एवं विकास करके दिगो आयआजर्न ओ जीविकोपाजर्नके कार्यक्रम संचालन कैना रु ५ करोड बजेट विनियोजन करल बा ।
सर्वाङिण अपांगता बिकास समाज नेपालके कार्यकारी निर्देशक नन्दराज भट्ट सरकारलेसे सीमान्तकृत समुदायके नीति कार्यक्रम तथा बजेट नन्ना मने कार्यान्वयन नइकैना ओरसे निरन्तर खवरदारी कैना आवश्यक रहल जनैलै ।
राष्ट्रिय दलित समाज कल्याण संघके जिल्ला अध्यक्ष चक्र विक मुक्तकमैया,हलिया पुनस्र्थापना कार्यमे छुट हुइ गैल परिवारहुकनके पहिचान करके लगत संकलन कैना जरुरी रहल बटैलै ।
बैठकमे सिविओ डिसीके अध्यक्ष रुप नारायण चौधरी, मुक्त कमैया महिला विकास मञ्चके कार्यक्रम संयोजक इन्द्र चौधरी लगायत अपन बाट राखल रहिट । टिसरा बैठक सामुदायिक सस्थाहरुको सुदूरपश्चिम प्रदेश स्तरीय संजालके संयोजक तथा राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके केन्द्रीय अध्यक्ष ईश्वर सुनारके अध्यक्षतामे हुइल रहे ।
संजालके बैठक इएलसिए ओ लुथरन विश्व फेडरेशनके सहयोग तथा राष्ट्रिय मुक्त हलिया समाज महासंघ नेपालके संयोजनमे हुइल रहे ।