किसानहे मल खै सरकार ?
बर्खाहा भर्खर उसारके सेकल किसान अब्बे हिउँदे बाली गोहुँ बुइनी, लाही बुइनी, आलु लगैनामे व्यस्त बाटै, मने उ बालीके लाग आवश्यक मलखाद नइहुइल हुइलपाछे ओइन बिना मल डरले बाली लगैना बाध्य बाटै । सरकार आधुनिक कृषि क्रान्तिके गफ छटना मने आवश्यकता अन्सार मलखाद पुगाइ नइसेकल कारण किसानहुकनमे निराशा छाइल बा । बर्खाहा बालीमे चाहल अन्सार मल नइपाइल कारण ढेर किसानहुकनके धानबाली सपरे नइसेकल ।
बिना डिएपी मल डारल धानबाली लगैना बाध्य हुइल किसान यूरिया मलके लाग अपन चाहल कोटा अन्सार कृषि सहाकारी संस्थाहुकन आग्रीम पैसा भुक्तानी करलै । मलखाद डेना कहिके सहकारी संस्था किसानहुकनसे पहिले पैसा उठैना मने एक/दुई टराली मल लैजाके रातभर लाइनमे बैठाके अन्तिममे एक दुई कट्टा मल डेहल कारण हाठीम मुहेम जिरा कहल जस्टे हुइठ । मुस्किलसे एक/दुई कट्टा मल पाइलपाछे यहोर डरना की ओहोर डरना किसानहुकन सक्कु खेतुवामे मल पुगैना कर्रा रहठ ।
धानवालीके लाग मल नइपाइल किसान गोहुँ बालीमेफे युरिया ओ डिएपी मल अभाव हुइलेसे उत्पादन मजा नइहुइना कहटी किसान चिन्तित बाटै । सुदूरपश्चिम प्रदेशभर यूरिया ओ डिएपी मलके अभाव रहल बा । प्रत्येक वर्ष धान, गोहुँ लगैना बेला मलके अभाव हुइना करल बा । यी साल सरकार कोरोनाके कारणसे मलके अभाव चरम अभाव हुइल कहटी पन्छटी बा । कृषि सामग्री कम्पनी समयमे मल खरिद करके नइनानल कारण यैसिन समस्या उत्पन्न हुइल हो । मुलुकमे नम्मा समयसे करल लकडाउनसे किसान एकपाछे दुसर समस्यामे परटी बाटै । गोहुँ छिटना बेलामे रासायनिक मलके लाग ओइने सहकारीमे भौंटरटी बाटै । डस्या आघे धान काटके सेकल किसान गोहुँ छिटना बेलाफे मल नइपाइलके बुइनी ढिला हुइटी गैल कहटै ।
कृषि सामग्री कम्पनी, साल्ट ट्रेड्रिङ कार्पोरेशन लिमिटेड धनगढीमे गैल असारसे यूरिया, डिएपी मलके स्टक शुन्य रहल बा । नेपाल सरकार बंगलादेश सरकारसंग पैंचोके रुपमे लेना कहल मल नइअइना जस्टे हुइल बा । नेपालहे ५० हजार मेट्रिक टन यूरिया मल पैंचो डेना समझदारीसे बंगलादेशपाछे हटल जस्टे हुइल बा । मलखादके आशमे एक ओर जमिनमे ओड सुख्ना दुसर ओ बाली पछेल्टी गैल कारण किसानहुक्रे चिन्तित हुइठी बाटै, सरकार कृषिमे क्रान्ति सरकारी बनावटी भाषण केल हाली किसानहुकनहे मल उपलब्ध करा ।