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कोरोनापाछे गोम्हनिया कैटी थारु होमस्टे

पहुरा | २७ पुष २०७७, सोमबार
कोरोनापाछे गोम्हनिया कैटी थारु होमस्टे

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २७ पुस ।
कैलालीके लम्की चुहानगरपालिका ३ मे मुक्तकमैयाहुक्रे सञ्चालन करल बसेरा थारु होम स्टे कोरोनापाछे गोम्हनीया करटी रहल बा । सुरुवाती अवस्थामे नै उ होमस्टे कोरानासे प्रभावित हुइल रहे ।

होमस्टेके सचिव दिपु चौधरी ऋण लगानी कैके सञ्चालन करल होमस्टे सञ्चालनमे लानल महिना दिन नाइ हुइटी ठप्प हुइलपाछे ढिउर मारमे परल बटैठै । उ होमस्टे कर्णाली चिसापानी पर्यटन क्षेत्र सँगे जोरल बा ।

सचिव दिपु कार्णालीके मच्छी, महुवाके डारु, लोकल मुर्गा, अन्नदीक भात, ढिक्री लगायतके थारु परिकार खाना पैना बसेरा होमस्टेके विशेषता रहल बटैलै । पर्यटन बोर्ड ओ स्थानीय प्रशासनसे सञ्चालनमे सहयोग करलेसे पहुनाहे स्वागत कैनात तयार रहल उहाँ बटैलै ।

शुरुमे मापदण्ड पुगाइ नाइ सेकके ढिउर दुःख कैके तयार पारल संरचनाहे पुनःनिर्माण कैके २०७६ माघ २७ गते लाइसेन्स प्राप्त करल सचिव चौधरी बटैलै । उहाँ कहलै, ‘शुरुमे दैनिक ५० से ७० जनहनके हाराहारीमे आन्तरिक पर्यटक अइना करल रहिट । मने महिना नाइ पुग्टी कोरोनासे प्रभावित हुइ पुगल ।’

उ शिविरमे ३०५ घरधुरी बा, जौन मध्ये ७ घरमे होमस्टे सञ्चालन हुइल बा । यी होमस्टेहे व्यवस्थित तरिकासे सञ्चालन करक लाग लम्की चुहानगरपालिका वडा नम्बर ३ से बर्दियाके डल्लाको होमस्टे, कञ्चनपुरके रानाथारु होमस्टेमे भ्रमण समेत करल सचिव चौधरी बटैलै ।

कोरोना महामारी पाछे सरकारसे बनाइल मापदण्ड अपनाके पुनः होमस्टे सञ्चालनमे लन्ले बाटी, मने अब्बे दिनमे ५ से ७ जानेसम आन्तरिक पर्यटक अइटी रहल बाटै ।

उ शिविरमे वडा कार्यालयसे १० लाख बराबरके लगानीमे सार्वजनिक भवन निर्माण करडेले बा । होमस्टे सञ्चालक समितिसे होमस्टेहे व्यवसायीकरुपसे व्यवस्थित कैके लोप हुइ लागल नाचगान कला संस्कृति प्रर्दशनके लाग क्लबसे टीम तयार करे लगाइल बटैलै । टीम तयार हुइलपाछे ढिरेसे उहे भवनमे नाचगान डेखाइ सेकजैना सचिव चौधरी बटैठै ।

ओस्टके ८ महिना पहिले कैलालीके धनगढी उपमहानगरपालिका १६ स्थित थारु होमस्टे गाउँ भादाके घर नम्बर २ के सञ्चालक पुनाराम चौधरीके दिनचार्य पहुनाहुक्रनके स्वागत सत्कारमे बिटे ।

ओहकान जिविकोपार्जनके प्रमुख माध्यम नै होमस्टे सञ्चालन हो । पहुनाके सेवा सत्कार करल वाफत पैना सेवा शुल्क नै प्रमुख आयस्रोत हो । मने कोरोना महामारीसे होमस्टे सुनसान हुइल । स्थानीयके गुजाराके माध्यम नै सुकल बा ।

पुनाराम चौधरी कहठै, ‘पहिले दैनिक जैसिन पहुनाके आवागमन हुइटी रहे । स्थानीय कला संस्कृति, साधन स्रोतके खपत होए । नियमित आम्दानी होए । मने महामारीसे हमार रोजीरोटी नै प्रभावित हुइल बा ।’

पाछेक ८ महिना यहोर महमारीसे आगन्तुकहुक्रनके आवागमन रोकलपाछे सुनसान हुइल होमस्टे पुनः सञ्चालनमे आसेकल ओरसे पहुनाहुक्रनके स्वागत कैना उहाँहुक्रे आतुर रहल बटैले बाटै ।

थारु होमस्टे गाउँ भादा पर्यटन विकास तथा व्यवस्थापन समितिके अध्यक्ष तथा वडा नम्बर १६ के वडाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण चौधरी स्वास्थ्य सुरक्षाके मापदण्ड पालना कैके होमस्टे सञ्चालन करटी रहल बटैलै ।

धनगढी बजारसे १७ किलोमिटरके दुरीमे रहल भादा थारु जातिके विशुद्ध बसोबास रहल बस्ती हो । जहाँ हालसम २५ हजार ढिउर आन्तरिक ओ ३ सयसे ढिउर बाह्य पर्यटक अवलोकन करसेकल बाटै ।

थारु होम स्टे गाउँ भादा थारु जातिके कला संस्कृति, भेषभुषाके धरोहर नै मानजाइठ् । उहे रैथाने कला संस्कृति, भेषभुषा, खानपानके जगमे टेकके स्थानीयहुक्रे सन २०११ से होम स्टे सञ्चालनमे लानल हुइट । हाल २० घरमे होमस्टे सञ्चालन हुइटी आइल बा ।

भादा होमस्टे किल नँइहोके, कैलाली कञ्चनपुर जिल्लामे सञ्चालित करिब आधा दर्जन होम स्टे यी बेला कोरोनासे प्रभावित हुइल बावै । थारु होमस्टेमे मौलिक परिकार ढिक्री, खरिया, फुलौरी, अण्डीक् भात, खुर्मा, पनझझरा, कचरीक् बरिया, घोंघी, गेङटा, सुटही, मुसाको सेकुवा, सिध्रा मच्छी, महुँवक डारु, चाउरक डारु ओ जाँरके झोरलगायत खानपानसे पर्यटकहुक्रनहे स्वागत करटी आइल बाटै ।

भादा होमस्टेके विकास तथा पर्यटन प्रवद्र्धनके लाग २०६८ से लगातर ९ बरससम जनबरी १ से ७ सम भादा महोत्सव फेन सञ्चालन हुइटी आइल रहे । मने इ बरस कोरोनाके कारण महोत्सव थप्प हुइल अध्यक्ष चौधरी बटैलै ।

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