थारु राष्ट्रिय दैनिक
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लोकसेवाके पढाइमे खै थारु युवा ?

पहुरा | २७ माघ २०७७, मंगलवार
लोकसेवाके पढाइमे खै थारु युवा ?

राणाकालिन समयमे नेपालमे चाकडि ओ जि हजुरिके आढारमे कर्मचारि भर्ना कैना चलन रहे । यि प्रठाहे ओरवाके योग्यटाके आढारमे कर्मचारि छनौट कैना उड्डेस्यसे लोकसेवा आयोगके स्ठापना हुइलह । लोकसेवा आयोगके स्ठापनाके विकासक्रम सरकारके वैढानिक कानुन २००४ ठनसे सुरु हुइलक हो । उ समयमे लोकसेवा आयोगके नाउँ नेपाल दरखास्त परिषद रहिस्, लेकिन वैढानिक कानुन लागु नैहुइलक ओरसे नेपाल दरखास्त परिषद कार्यान्वयन नैहुइ सेकल ।

कर्मचारि भर्ना सम्बन्ढि काम करक लग नेपालके अन्टरिम संविढान २००७, लोकसेवा आयोगके व्यवस्ठा कइल । वि.सं. २००८ साल असार १ गटे लोकसेवा आयोग विढिवट् स्ठापना हुइल । नेपालके अन्टरिम संविढान २०६३, लोकसेवा आयोगके कर्टव्य क्षेत्रहे निजामति कर्मचारिन्के छनौटमे किल सिमिट नैहुइ डेके सैनिक सेवा, ससस्त्र प्रहरि, प्रहरि सेवा ओ अन्य सरकारि सेवासम फैलाइल । नेपालके संविढान २०७२ के ढारा २४२ मे लोकसेवा आयोगके संवैढानिक व्यवस्ठा कैगइल बा ओ ढारा २४३ मे यकर काम कर्टव्य व अढिकार निर्ढारिट कैगइल बा ।

लोकसेवा आयोगके अढ्यच्छ ओ चारजाने सडस्यन्के नियुक्ति संवैढानिक परिसड्के सिफारिसमे राष्ट्रपटिसे हुइना व्यवस्ठा बा । लोकसेवा आयोगहे अन्य निकायके हस्टछेप अठवा प्रभावमे नैरहे पर्ना ओ स्वटन्त्र रुपमे काम करे सेके कना मनसायसे यकर संवैढानिक व्यवस्ठा कैगइल बा । निजामति सेवामे आवस्यक पर्ना जनसक्ति प्रटिस्पर्ढाके आढारमे छनौट कैके योग्य उम्मेड्वार रोज्ना, निजामटि ओ अन्य सरकारि सेवामे योग्यटा प्रनालिक विकास कैना, हाकिम मनोमानी टरिकाले कर्मचारि छनौट कैना प्रवृटिहे नियन्त्रण कैटि स्वटन्त्र रुपमे कर्मचारि सिफारिस कैना लोकसेवा आयोगके मुख्य काम हुइस ।

मेरमेरिक सेवा ओ पदके लग आवस्यक कर्मचारि छनौट करक लग लोकसेवा आयोग निस्पच्छ रुपमे लिखिट परिच्छा, अन्टर्वार्टा, प्रयोगाट्मक परिच्छा संचालन करठ । पाठ्यक्रम निर्माण, प्रस्नपत्र निर्माण, परिच्छा संचालन, नटिजा प्रकासन, अन्टर्वार्टा संचालन आडि कार्यमे लोकसेवा आयोग आपन निस्पच्छटा डेखइटि आइल बा, जौनकी राज्यके प्रसासनिक आवस्यकटा हो । आपन पारडर्सिटाहे प्रमानिट करक लग आयोग नटिजा प्रकासन हुइलक साट डिन भिट्टर आपन प्राप्टांक हेरे पइना व्यवस्ठा कइले बा । लोकसेवा आयोग अब्बे आपन कार्यक्षेत्र विस्टार कैके नेपाली सेना, नेपाल प्रहरि, ससस्त्र प्रहरि ओ मेरमेरिक संस्ठान टक पुगइले बा । चिनाजानि ओ चाकडिके आढारमे जागिर खैना समय ओरइलक ओरसे अब्बेक युवा जोस जाँगरके साठ मेहनट करे पर्ना आवस्यक बा ।

लोकसेवा आयोग अब्बे आपन कार्यक्षेत्र विस्टार कैके नेपाली सेना, नेपाल प्रहरि, ससस्त्र प्रहरि ओ मेरमेरिक संस्ठान टक पुगइले बा । चिनाजानि ओ चाकडिके आढारमे जागिर खैना समय ओरइलक ओरसे अब्बेक युवा जोस जाँगरके साठ मेहनट करे पर्ना जरुरि बा ।

नेपालके संविढान फेन अंगिकार कैलक बिसय हो समावेसिटा । इ समावेसिटाके सिड्टान्टहे कार्यान्वयन करक लग लोकसेवा आयोग सक्कु रिक्त डरबन्डिमेसे ४५ प्रतिशत अल्गाके उहि १०० प्रतिशत मानके ओम्हेसे २७ प्रतिशत जनजाटिनके लग ओ ३३ प्रतिशत महिलन्के लग छुट्याइठ । जौनकि हम्रे थारुनके लग एकठो सुवर्ण अवसर हो, यकर उपयोग करटि थारु आगे बढे पर्ना आबक आवस्यकटा हो ।

हाकिमके चाकडि कैना, कर्मचारिनके किल प्रगटि हुइना नाटाबाड, कृपाबाडहे आयोग नियन्ट्रन कैले बा । लोकसेवा आयोगके निस्पच्छ रुपमे परिच्छा संचालन कैडेलक ओरसे आपन मेहनट ओ लगनसे हम्रे सहसचिवसम आपन छेमटाले किल पुगे सेक्ना अवस्ठा बा । ओस्टके लोकसेवा आयोग निजामति कर्मचारिनके नियुक्ति, सरुवा, बढुवा ओ बिभागिय कारबाही करेबेर आपन अमुल्य परामर्स डेटि रहठ । नाटाबाड, कृपाबाडसे टटस्ठ हुके स्वटन्ट्र रुपमे आपन कामहे पारडर्सि, वैज्ञानिक, विस्वस्निय ओ निस्पच्छ रुपसे सम्पन्न कैके लोकसेवा आयोग आपन स्वच्छ छवि बनैले बा ।

लोकसेवा आयोगके परामर्सहे सरकार मानठ लेकिन कुछ पच्छमे डेलक निटिगट परामर्स मानक लग सरकार बाढ्य नै हो । गलट काम कैना कर्मचारिन्हे कारबाही कैना अढिकार आयोगहे नैहुइस । आपन आर्ठिक स्वायट्टा फेन आयोगके नैहुइस । आपन अर्ठटन्ट्र ढानक लग सरकारमे भर परठ । लोकसेवा आयोग आपन बार्सिक कार्यटालिका अन्सार समयमे कार्यसम्पाडन नैकरे सेक्ना, परम्परागट परिच्छा प्रनालि आडि आयोगके कुछ कमजोर पच्छ हुइस, लेकिन आयोग आपन परिच्छा प्रनालिहे परिमार्जन कैटि कर्मचारि रोजक लग प्रयास कैटि बा । लिखिट परिच्छासे घोकन्टे विड्यार्ठि पास हुइना लेकिन कामप्रटि रुचि नैरना बाटहे मढ्यनजर कैटि आपन परिच्छा प्रनालिमे सामुहिक परिच्छन प्रनालि अपनइना सुरु कैले बा । यि प्रनालिमे कर्मचारिनके बिचार, कामप्रटि लगाव, इमान्डारिटा, स्वभाव, आट्मविस्वास आडि हेरजाइठ ।

मेरमेरिक निकायमे थारु आयोगके लेहल प्रारम्भिक तथ्यांक थारु समुदायके वास्तविक स्थिति धनगढीके एक अन्तक्रिया कार्यक्रममे सार्वजनिक कर्ले रहे । थारु आयोगके रिपोर्ट अनुसार निजामतिमे ३७१, सेनामे ४,८१९, नेपाल प्रहरिमे ४,२८१, सशस्त्र प्रहरिमे २,४१५, राष्ट्रिय अनुसन्धानमे ८८, जनप्रतिनिधि ७५९, शिक्षकमे २,९०२ केल थारु समुदायके बटाँ । इहिले सेना, प्रहरी, शिक्षकमे थारुनके कुछ सन्तोषजनक उपस्थिति बिल्गइलेसे फेन निजामतिमे अवस्ठा चिन्टाजनक बा । युवावर्ग, आइ लोकसेवा आयोगमे भिंरि । अपन व्यक्टिगट ओ परिवारहे टेवा डेना टे पर्ले बा, डेसके सेवामे फेन समर्पिट हुइ ।

निजामटि सेवाहे फेन नेपाल रास्ट्रके नन्हे चार जाट छट्टिस वर्नके फुलबारि हस बनाइक लग हरेक वर्ग, जाटि, समुडायके पहुँच बढाइक लग सरकार जौन समावेसिटाके सिड्डान्ट नन्ले बा, उ अवसरके सडुपयोग करि । जन्ना सुन्ना ठाउँमे पहुँच नैरलक हम्रे थारुनके लग लोकसेवा आयोग जौन निस्पच्छ वाटावरणके सिर्जना कैडेले बा, यकर फाइडा उठैटि हम्रे आगे बढि । यम्ने भविस्य उज्ज्वल बा ।

(दाङदेउखर घोरहा निवासि लेखिका उद्योग मन्त्रालय, सिंहदरबार, काठमाडौँमे अधिकृट बटि ।)

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